ऋषि महाजन/नूरपुर। कांगड़ा-चंबा सांसद डॉक्टर राजीव भारद्वाज नूरपुर में आयोजित 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' विषय पर संगोष्ठी में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। उन्हें किताबों के साथ देश की चिंता भी करनी चाहिए। आने वाला समय इन्हीं के हाथ में होगा।
सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विषय को स्कूल, कॉलेज और आम जनता के बीच ले जाकर सार्थक बहस कराने का आह्वान किया है। उन्होंने बताया कि हर विधानसभा चुनाव में एक राज्य में 3000 से 6000 करोड़ रुपए तक खर्च होते हैं। वहीं, 2024 के लोकसभा चुनाव में करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपए खर्च हुए।
डॉ. भारद्वाज ने कहा कि देश में पांच साल में करीब 1000 कार्य दिवस चुनावों के कारण बर्बाद हो जाते हैं। इसे राजनीतिक एजेंडा न बनाकर जनमानस का एजेंडा बनाना चाहिए। उन्होंने बताया कि 1952 से 1967 तक देश और राज्यों के चुनाव एक साथ होते थे। लेकिन बाद में सरकारें गिरने लगीं। इसके चलते अब हर साल कहीं न कहीं चुनाव चलते रहते हैं।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि लदोड़ी गांव के निवासी और इंडियन कोस्ट गार्ड के पूर्व महानिदेशक वरिंदर पठानिया ने भी विचार रखे। उन्होंने बताया कि हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' की अवधारणा को मंजूरी दी है। इसका उद्देश्य लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराना है। इससे चुनावी प्रक्रिया सरल होगी और सरकारी खजाने पर बोझ कम होगा।
संगोष्ठी में नूरपुर के पूर्व विधायक रणवीर सिंह निक्का ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम की संयोजिका पूर्व महिला आयोग अध्यक्ष मालविका पठानिया थीं। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश काका, स्कूल प्रबंधन के जगदीश पठानिया, स्कूल के बच्चे शिक्षक भी मौजूद रहे।