शिमला। पाकिस्तान में 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायुसेना की जवाबी कार्रवाई के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। हिमाचल प्रदेश में भी इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बड़ा फैसला लिया है।
मुख्यमंत्री ने आज प्रस्तावित बंजार दौरा रद्द कर दिया है। ताजा हालात की समीक्षा और सुरक्षा रणनीति तय करने के लिए उन्होंने प्रदेश सचिवालय में एक आपातकालीन उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। इस बैठक में प्रदेश के मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी सहित सुरक्षा से जुड़े तमाम वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सचिवालय में सभी अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की, जिसमें खासकर बॉर्डर एरिया में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अब जागरूक रहने की जरूरत है। हिमाचल की भी सीमा पाकिस्तान के साथ लगती है। दुश्मन देश कोई कार्रवाई करता है तो उसके लिए सचेत रहना है। इसको लेकर अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा भीड़ एक जगह एकत्रित न करने को कहा गया है। इसको देखते हुए उनका आज कुल्लू के बंजारा में कार्यक्रम था, जो कि रद्द किया गया है। फिलहाल अभी स्कूलों को बंद करने का कोई भी फैसला नहीं लिया गया है, लेकिन बॉर्डर एरिया में वहां के जिलाधीश पर फैसला ले सकते हैं। इसके अलावा धर्मशाला में हो रहे आईपीएल मैच पर भी उन्होंने कहा कि फिलहाल इसको लेकर कोई गृह मंत्रालय द्वारा दिशा निर्देश नहीं दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हमें भारतीय सेना पर गर्व है। सेना के तीनों अंगों ने जिस प्रकार दबाव के बीच धैर्य, संयम और सटीक कार्रवाई का प्रदर्शन किया है, वह सराहनीय है। हिमाचल की जनता सेना के साथ खड़ी है और इस कार्रवाई में देश के साथ पूरी एकजुटता दिखा रही है। हिमाचल हमेशा से देश सेवा और बलिदान की भूमि रहा है। देश के सबसे अधिक परमवीर चक्र विजेता हिमाचल से हैं। हिमाचल के वीर जवानों और शहीदों का इतिहास गौरवशाली है।
सुक्खू ने कहा कि हाल ही में पहल गांव में हुए आतंकी हमले में निर्दोष पर्यटकों की हत्या की गई, जिसका सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। हिमाचल की जनता इस कार्रवाई को देखकर गर्व और संतोष महसूस कर रही है। प्रदेश के संदर्भ में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है, क्योंकि प्रदेश के कुछ क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट हैं। सभी जिलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, लेकिन पूरी सतर्कता बरतना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार और गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। सीमावर्ती क्षेत्रों में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन को पूरी तरह से चौकन्ना रहने को कहा गया है। यदि कोई भी दुश्मन देश कोई भी कार्रवाई करता है, तो उसका मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हम तैयार हैं। जिला अधिकारियों, पुलिस प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। सीमावर्ती जिलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
सीएम ने कहा सरकार ने तकनीकी संसाधनों के माध्यम से खुफिया इनपुट जुटाने की प्रक्रिया को और सुदृढ़ करने के निर्देश भी दिए हैं। सोशल मीडिया पर भ्रामक और उकसाने वाली सामग्री को लेकर भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
शत्रु देश द्वारा फैलाए जाने वाले फर्जी प्रचार से सावधान रहना आवश्यक है। इसके लिए भी विशेष निगरानी व्यवस्था की जा रही है। आज शाम एक मॉक ड्रिल का आयोजन भी शिमला में किया जा रहा है, ताकि किसी आपात स्थिति से निपटने की तैयारी परख सकें।
जहां-जहां बड़े सार्वजनिक कार्यक्रम हो रहे हैं, वहां विशेष सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं। बॉर्डर से सटे स्कूलों की स्थिति की समीक्षा की जा रही है। जरूरत के अनुसार, जिला प्रशासन इन स्कूलों को लेकर आगे का निर्णय लेगा। हिमाचल सरकार पूरी सतर्कता और गंभीरता से स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।