रेखा चंदेल/झंडूता। बिलासपुर जिला के उपमंडल झंडूता के अंतर्गत विद्यालय प्रबंधन समिति राजकीय प्राथमिक पाठशाला जबलू के अध्यक्ष जयपाल ठाकुर व सदस्य विजय चंदेल, पूनम कुमारी , शीला देवी व सुमन कुमार ने शिक्षा विभाग से गुहार लगाई है कि राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में एलकेजी (नर्सरी) और यूकेजी (केजी) में दाखिले पूर्व की भांति किए जाएं ताकि छोटे बच्चों का शैक्षणिक वर्ष बर्बाद न हो।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में यदि कोई बच्चा 31 मार्च को तीन वर्ष का होता है, तो उसे यूकेजी कक्षा में प्रवेश मिल जाता है, लेकिन यदि वही बच्चा एक दिन बाद यानी 1 अप्रैल को तीन वर्ष का होता है, तो उसे अगले वर्ष तक इंतजार करना पड़ता है। इससे बच्चों का एक कीमती वर्ष शैक्षणिक रूप से व्यर्थ चला जाता है।
जयपाल ठाकुर ने बताया कि पहले यह व्यवस्था थी कि 30 सितंबर तक तीन वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले बच्चों को उसी शैक्षणिक सत्र में प्रवेश दे दिया जाता था। यह प्रणाली ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के लिए अधिक उपयुक्त थी, क्योंकि इससे उनके समय और सीखने की प्रक्रिया में किसी तरह की बाधा नहीं आती थी।
उन्होंने शिक्षा विभाग से आग्रह किया कि इस नीति की पुनर्समीक्षा की जाए और पूर्ववत व्यवस्था को फिर से लागू किया जाए ताकि हर बच्चे को समय पर प्रारंभिक शिक्षा का अवसर मिल सके।