Breaking News

  • गंगथ महा दंगल : सिकंदर शेख पहलवान ने जीता ट्रैक्टर, प्रीतपाल को इनाम में मिली कार
  • कांगड़ा : वीरता पेट्रोल पंप के पास कार ने बाइक और ऑटो को मारी टक्कर, फिर दुकान में घुसी
  • ऊना में ITI पास के लिए नौकरी, अंब की कंपनी भरेगी 30 पद
  • मंडी : चिट्टे के साथ पकड़े दो लोग दोषी करार, दो साल का साधारण कारावास
  • Job Alert : शिमला में लगने वाला है रोजगार मेला, 6 जून को करीब 40 कंपनियां लेंगी इंटरव्यू
  • Big Breaking: 7 जून को होने वाला जेबीटी और टीजीटी संस्कृत टेट स्थगित, ये नई तिथि
  • नूरपुर : पति और दो बेटों को छोड़कर महिला गायब, सगे मामा के बेटे संग भागने का अंदेशा
  • फतेहपुर के पीर बाबा दरबार में जस्सी महंत की अगुवाई में लगा विशाल भंडारा
  • गंगथ महा दंगल : तीसरे दिन 19 वर्षीय शेरा बाबा फ्लाई ने जीता खिताब-भोला पहलवान को हराया
  • झंडूता में बोले आचार्य देवव्रत : प्राकृतिक खेती एक विकल्प नहीं, समय की मांग

चौहान का तंज-नॉर्थ ईस्ट के चुनाव खत्म, केंद्र ने जारी की महंगाई की किस्त

ewn24news choice of himachal 03 Mar,2023 9:20 pm

    LPG सिलेंडर के दाम बढ़ाने को लेकर साधा निशाना

     

    शिमला। देशभर में रसोई गैस (LPG Gas) के दामों में हुई बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हाल ही में घरेलू रसोई गैस के दामों में 50 रुपए तो वहीं कमर्शियल गैस सिलेंडर 350 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। हिमाचल भी इसकी मार से अछूता नहीं रहा है। मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान ने रसोई गैस के बढ़े दामों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नॉर्थ ईस्ट के चुनाव खत्म हो चुके हैं, ऐसे में स्वाभाविक था कि केंद्र की ओर से महंगाई की एक और किस्त जारी कर दी जाएगी।

    उन्होंने मोदी सरकार पर वार करते हुए कहा कि भाजपा शासित केंद्र सरकार का यह जनता को एक और तोहफा है। आज कमर्शियल सिलेंडर का दाम 2,200 से ऊपर जा चुका है, वहीं घरेलू गैस के दाम 1,200 तक पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि यह देश की जनता पर बड़ा बोझ है। नरेश चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार इन बढ़े हुए दामों को वापस ले, जिससे लोगों को महंगाई से राहत मिल सके।

    वहीं नरेश चौहान ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व सरकार ने वोट की राजनीति के खातिर अंतिम 6 माह में जिन संस्थानों को खोला गया है, उन्हें ही सरकार द्वारा डिनोटिफाई किया गया है। इन संस्थानों के लिए बजट का प्रावधान भी नहीं था। पूर्व की सरकार 75 हजार करोड़ के कर्जे सहित कर्मचारियों की देनदारियां छोड़ कर गई है। अगर फिर भी इन्हें चलाया जाता है तो चार हजार करोड़ का अतिरिक्त कर्जा सरकार पर और हो जाता है।

Himachal Latest

Live video

Jobs/Career

Trending News

  • Crime

  • Accident

  • Politics

  • Education

  • Exam

  • Weather