Breaking News

  • नूरपुर गौ सेवा दल बेसहारा और घायल गायों के लिए मसीहा-36 युवाओं की टीम
  • धर्मशाला : बद्दी की कंपनी में नौकरी, आईटीआई दाड़ी में कैंपस इंटरव्यू
  • नादौन में 10वीं पास और फेल के लिए रोजगार का मौका, इस दिन होंगे साक्षात्कार
  • स्वारघाट मॉक ड्रिल : उत्तर भारत के कई हिस्सों में लगे तीव्र झटके, NDRF टीमें सक्रिय
  • बद्दी की कंपनी अपरेंटिस और ऑपरेटर्स के भरे जाएंगे 100 पद, भोरंज में इंटरव्यू
  • राजगढ़ बैसाखी पर्व मेले में बलवीर भगनाल ने सुनाई पहाड़ी कविता, गूंज उठा पंडाल
  • कांगड़ा : बेफिक्र होकर खरीदें गहने, वर्मा ज्वैलर्स देंगे बदलने-ठीक करने की सुविधा
  • घुमारवीं : श्री सत्य साईं सेवा समिति ने नाहर सिंह मंदिर परिसर में चलाया स्वच्छता अभियान
  • सावधान : आज रात से भारी वर्षा, ओलावृष्टि और तेज हवाओं का ऑरेंज अलर्ट
  • नूरपुर : लड़कियों के सपने को पूरा करने में सहयोग कर रहा आर्य समाज

हरिपुर : बेजुबान पर अत्याचार, न ठीक से चल सकता और न खा सकता बैल

ewn24 news choice of himachal 10 Jun,2024 5:49 pm

    भटोली फकोरियां में डैम के पास नर्सरी का मामला

    हरिपुर। बेजुबान जानवरों में भी जान होती है और उन्हें भी आजादी से जीने का हक है। शायद कुछ इंसान इस बात को नहीं समझते हैं और बेजुबान जानवरों पर अत्याचार करते हैं। ऐसा ही मामला देहरा विधानसभा क्षेत्र की हरिपुर तहसील के भटोली फकोरियां गांव में सामने आया है।

    भटोली फकोरियां डैम के साथ नर्सरी में एक बैल नर्क जैसी जिंदगी जी रहा है। बैल फसल को बर्बाद न करें इसके लिए कुछ स्वार्थी लोगों ने उसे इस तरह बांधा है कि न तो वह ठीक से चल सकता है और न ही ठीक से कुछ खा पी सकता है। बैल के गले में रस्सी डालकर एक पांव से बांधा गया है। 

    पानी पीने जाने और खाने के लिए बैल को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। स्थानीय कुछ युवकों को बैल की हालत पर तरस भी आया और उन्होंने उसे मुक्ति दिलाने की कोशिश भी की, लेकिन कोशिश नाकामयाब हो गई। 

    क्योंकि इससे बैल और भी हिंसक हो गया है। ऐसे में कोई व्यक्ति इसे बिना विभागीय मदद से इस दर्द से मुक्त नहीं करवा सकता है। लोगों का कहना है कि बैल को इस कष्ट से मुक्त करवाया जाए और जिसने भी बैल को बांधा है उन पर कार्रवाई हो।

    उधर, पुलिस भी थाने में आकर किसी द्वारा शिकायत करने पर कार्रवाई की बात कर रही है। हरिपुर पुलिस स्टेशन के एसएचओ मंजीत सिंह मनकोटिया से जब इस बारे बात की तो उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता थाने में आकर शिकायत करे।

    अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि किसी को रेक्स्यू करने के लिए भी शिकायत की जरूरत है। अगर कोई व्यक्ति डूब रहा हो तो रेस्क्यू के लिए पुलिस शिकायत का इंतजार करेगी।



Himachal Latest

Live video

Jobs/Career

Trending News

  • Crime

  • Accident

  • Politics

  • Education

  • Exam

  • Weather