नगरोटा बगवां। देवभूमि हिमाचल में पाबंदी के बावजूद जंगली जानवरों का शिकार जारी है। शिकारी जंगल में शिकार करने के लिए विभिन्न हथकंडे अपना रहे हैं। बारूद और फाही का इस्तेमाल तो आम बात है।
ऐसा ही एक मामला कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां में सामने आया है। यहां जंगली जानवरों के शिकार के लिए लगाई फाही में एक कुत्ता फंस गया। यह बेजुबान काफी कष्ट में था। जंगल में कुत्ते की मदद कोई नहीं कर पाया।
इसकी जानकारी क्रांति संस्था तक पहुंची। जानकारी मिलने पर क्रांति संस्था के अध्यक्ष धीरज महाजन ने टीम को मौके पर भेजा। वहीं, डॉ. दीपक सोबती को भी मौके पर बुलाया गया। फाही को काटकर कुत्ते को आजाद किया गया। इलाज करने के बाद कुत्ते को आजाद छोड़ दिया गया।
फाही में फंसा यह बेजुबान किस्मत वाला था कि उसे मदद मिल गई। न जाने इतने कितने बेजुबान होते होंगे, जिन्हें ऐसी परिस्थितियों में मदद नहीं मिल पाती होगी और वह तड़फ-तड़फ कर मर जाते होंगे। इसलिए लोगों को अपने आसपास ध्यान रखना चाहिए।
अगर कोई बेजुबान किसी मुश्किल में हो तो उसे नजरअंदाज न कर उसकी मदद करनी चाहिए। अगर खुद मदद नहीं कर सकते तो किसी और को सूचना दे दें। वहीं, शिकारी भी अपनी हरकतों से बाज आएं। बेजुबान की जान न लें और ऐसा कार्य न करें।