Breaking News

  • कबाड़ के गोदाम में आग : अंदर खेल रही बच्ची ने गंवाई जान, चार महिलाएं झुलसी
  • हटवाड़ स्कूल में वार्षिक समारोह, मंत्री राजेश धर्माणी ने होनहारों को बांटे इनाम
  • शिमला में 9 वर्ष के बाद इस बार व्हाइट क्रिसमस, चर्च में नाटी भी डाली
  • हरिपुर रोजमेरी स्कूल में क्रिसमस डे की धूम, टॉफियां भी बांटी
  • मंडी और चंबा सहित इन जगहों पर कड़ाके की ठंड, इस दिन ओलावृष्टि का अलर्ट
  • अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती : सीएम सुक्खू ने अमूल्य योगदान को किया याद
  • अटल की 100वीं जयंती : राज्यपाल व नेता विपक्ष ने अर्पित की पुष्पांजलि
  • दसवीं फेल या पास को नौकरी : 30 दिसंबर को नादौन में इंटरव्यू
  • हिमाचल में यहां हुई बारिश और बर्फबारी, दो दिन के लिए येलो अलर्ट जारी
  • शिमला में विंटर कार्निवल का आगाज : मालरोड पर महानाटी डाली

हिमाचल में वाटर सेस का रास्ता साफ, विधानसभा में पारित हुआ विधेयक

ewn24news choice of himachal 16 Mar,2023 3:07 pm

    डिप्टी सीएम बोले-हर साल लगभग 4 हजार करोड़ रुपए की आय

    शिमला। हिमाचल प्रदेश जल विद्युत उत्पादन पर जल उपकर विधेयक 2023 को पारित कर दिया गया है। हिमाचल प्रदेश में जलविद्युत परियोजनाओं पर वाटर सेस लगाने का रास्ता साफ हो गया है। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने मंगलवार को हिमाचल विधानसभा के सदन में हिमाचल प्रदेश जलविद्युत उत्पादन पर जल उपकर विधेयक 2023 सदन में पेश किया था, जिसको आज पास कर दिया गया।

    हालांकि विपक्ष ने विधेयक पर चर्चा के दौरान कहा कि सेस लगाने से बिजली के दाम तो नहीं बढ़ जाएंगे। क्योंकि यहां पर उद्योग लगाने वाले बिजली के लालच में आते थे, अब बिजली महंगी होने से उनका झुकाव कम हो जाएगा। सरकार को मामले को कैबिनेट में लाने व अध्यादेश जारी करने की क्या जरूरत थी।

    ताले-जंजीर लेकर विधानसभा पहुंची भाजपा, CM ऑफिस के बाहर की नारेबाजी

    विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने सवाल उठाया कि इस अध्यादेश पर रात दो बजे हस्ताक्षर करने की क्या जरूरत थी।
    हिमाचल में बड़ा हादसा, हरियाणा के युवक सहित तीन की मौत

    मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा कि प्रदेश में राजस्व बढ़ाने के लिए सरकार इस तरह के जरूरी कदम उठा रही है। कांग्रेस सरकार व्यवस्था परिवर्तन करने के लिए आई है। सरकार दिन रात मेहनत कर रही है। फिर रात को अध्यादेश पर हस्ताक्षर करने से क्या फर्क पड़ता है। सरकार की नियत साफ है।
    मनाली की बर्फीली वादियों में सारा की सैर, बिजली महादेव के भी किए दर्शन

    डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने विधेयक पर कहा कि जलविद्युत उत्पादन पर उपकर लगने से हिमाचल को हर साल लगभग 4 हजार करोड़ रुपए की आय होगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल में इस समय 172 पनबिजली परियोजनाएं चल रही हैं। इन परियोजनाओं में 10,991 मेगावाट बिजली हर साल पैदा हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के आय के साधन बहुत सीमित हैं। ऐसे में मौजूदा परिस्थितियों में नए संसाधन जुटाना बहुत जरूरी हो गया है।

    हिमाचल: आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 विधानसभा में प्रस्तुत, इतनी अधिक रहेगी जीडीपी

    उन्होंने कहा कि यह कानून उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में लगाए गए जल उपकर का विस्तृत अध्ययन करने के बाद लाया गया है। इन दोनों ही राज्यों में कई लोग जल उपकर के खिलाफ अदालतों में गए, लेकिन अदालतों ने फैसला सरकार के पक्ष में सुनाया है। इसी के साथ विधेयक को ध्वनि मत पारित कर दिया गया।

Himachal Latest

Live video

Jobs/Career

Trending News

  • Crime

  • Accident

  • Politics

  • Education

  • Exam

  • Weather