धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के शिक्षा स्कूल के प्रोफेसर मनोज कुमार सक्सेना का चयन भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, शिमला (Indian Institute of Advanced Study) में एसोसिएट फेलो के तौर पर हुआ है। वे 2024 से लेकर 2027 तक प्रत्येक वर्ष एक माह उच्च अध्ययन संस्थान, शिमला ((IIAS Shimla) में रह कर शोध कार्य किया करेंगे। इस शोध कार्य से जनजातीय क्षेत्र के अध्ययन में विकास होगा।
प्रोफेसर सक्सेना इस दौरान शोध पत्र भी लिखेंगे और भारत के विभिन्न संस्थानों से आए विद्वानों के साथ कई गोष्ठियों में भाग भी लेंगे। प्रोफेसर मनोज वर्ष 2012 में केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला में बतौर एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हुए थे और वर्ष 2015 से शिक्षा स्कूल से बतौर प्रोफेसर सेवाएं दे रहे हैं।
इस उपलब्धि के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत प्रकाश बंसल ने उन्हें बधाई दी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा भारत और विश्व के और संस्थानों में फेलो के रूप में चयनित होना विश्वविद्यालय के लिए हर्ष की बात है। प्रोफेसर सक्सेना केंद्रीय विश्वविद्यालय के धौलाधार परिसर 1 के परिसर निदेशक भी हैं।
प्रोफेसर सक्सेना की दस पुस्तकें और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय ख्याति की पत्रिकाओं में एक सौ नौ शोध पत्र और लेख प्रकाशित हो चुके हैं। उन्होंने भारत और विदेशों में विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के सेमिनार और सम्मेलनों में 79 शोध पत्र प्रस्तुत किए हैं। उन्होंने भारत के विभिन्न राज्यों और विदेशों में विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय सेमिनार में मुख्य भाषण, समापन भाषण और विशेष व्याख्यान दिए हैं।
उन्होंने भारत के विभिन्न राज्यों में यूजीसी-एचआरडीसी सहित विभिन्न संगठनों के लिए संसाधक के रूप में काम किया है। उन्होंने विभिन्न राज्य लोक सेवा आयोगों और विश्वविद्यालयों में विशेषज्ञ के रूप में भी काम किया है। उन्होंने अब तक कई अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय सम्मेलनों का आयोजन किया है। वह भारत में शिक्षक शिक्षा से संबंधित विभिन्न संघों के आजीवन सदस्य हैं। उन्होंने शैक्षणिक और सामाजिक उद्देश्यों के लिए दुबई, इथियोपिया, नेपाल, दक्षिण अफ्रीका और थाईलैंड का भी दौरा किया है।