शाहपुर। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के शाहपुर के सूबेदार मेजर पवन कुमार भारत मां की रक्षा करते हुए शहीद हो गए।
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में पाकिस्तान द्वारा की गई भीषण गोलीबारी में दुश्मनों से लोहा लेते हुए शाहपुर के वार्ड नंबर-4 निवासी 25 पंजाब रेजीमेंट में तैनात सूबेदार मेजर पवन कुमार ने सर्वोच्च बलिदान दिया है।
उनकी शहादत की खबर मिलते ही शाहपुर सहित पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। आज सुबह करीब साढ़े सात बजे पाकिस्तान की तरफ से की गई गोलाबारी में वे शहीद हुए।
जानकारी के अनुसार, सूबेदार मेजर पवन कुमार राजौरी सेक्टर में सक्रिय रूप से देश की सेवा कर रहे थे। यहां पर पाकिस्तानी सेना द्वारा लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है। सूबेदार मेजर पवन कुमार ने दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया और देश की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए।
सेना की तरफ से शनिवार सुबह उनके बेटे को इस बारे में जानकारी दी गई है। बताया जा रहा है कि शहीद पवन कुमार की पार्थिव देह को पुंछ से रजौरी ले जाया जा रहा है। जहां उनका पोस्टमार्टम होगा तथा तमाम औपचारिकताएं पूरी कर पार्थिव देह को सड़क मार्ग से शाहपुर लाया जाएगा।
एक तरफ तो परिवार उनके जाने से बेहद दुखी है लेकिन दूसरी तरफ युद्ध में बेटे की वीरता और देश के प्रति किए समर्पण पर उन्हे गर्व भी है। पूरे शाहपुर गांव और आसपास के क्षेत्रों से लोग शहीद के परिजनों को सांत्वना देने पहुंच गए हैं।
बता दें कि शहीद सूबेदार मेजर पवन कुमार सैनिक परिवार से ही संबंधित थे। उनके पिता गरज सिंह भी भारतीय सेना में हवलदार के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनमें पहले से ही देश सेवा का जज्बा था। वे अपने पीछे अपने माता पिता, पत्नी व बेटा, बेटी को छोड़ गए है।
उपमुख्य सचेतक केवल पठानिया भी सांत्वना देने शहीद के घर पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री से शहीद के पिता की बात करवाई।
वहीं, हिमाचल के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सूबेदार मेजर पवन कुमार के शहीद होने का समाचार प्राप्त होने पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये ख़बर अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है। देश की सेवा में वीर जवान पवन कुमार के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। प्रार्थना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ईश्वर दिवंगत पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिवार को इस दुख की घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करें।