राज्यपाल बोले-सड़क से यात्रा को दूंगा तरजीह, हिमाचल के मौसम पर जताई चिंता
ewn24news choice of himachal 18 Feb,2023 5:35 pm
नशे को रोकने के साथ ही टीबी उन्मूलन के लिए काम किया जाएगा
शिमला। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि देवभूमि हिमाचल में उन्हें काफी कुछ सीखने को मिलेगा। पूर्व के चलाए गए कामों और योजनाओं को पूरा किया जाएगा। हिमाचल में नशे को रोकने के साथ ही टीबी के उन्मूलन के लिए काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह अधिकांश यात्रा सड़क मार्ग से करेंगे, ताकि लोगों की समस्याओं को जाना जा सके। राज्यपाल ने हिमाचल में फरवरी माह में बढ़ते तापमान पर भी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर व शिमला के मौसम में कोई ज्यादा फर्क नहीं है, ऐसा शिमला में बर्फ न पड़ने के कारण हुआ है। पर्यावरण के लिए वृक्षारोपण पर ध्यान दिया जाएगा।
शिव प्रताप शुक्ल ने हिमाचल के 29वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली। उन्होंने शपथ संस्कृत में ली। कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सबीना ने उन्हें शपथ दिलाई। शपथ समारोह में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, कैबिनेट के अन्य मंत्री आदि मौजूद रहे।
शिव प्रताप शुक्ल का जन्म गोरखपुर जनपद के ग्राम रूद्रपुर पोस्ट-खजनी में 1 अप्रैल 1952 को हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा ग्राम-रूद्रपुर खजनी में हुई एवं कक्षा 9 से विधि स्नातक की शिक्षा गोरखपुर में हुई। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री के रूप में कार्य प्रारंभ किया। वह 1983 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए।
वर्ष 1989 में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में गोरखपुर नगर विधानसभा क्षेत्र से प्रथम बार विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए। इसके उपरान्त, वर्ष 1991 में पुनः निर्वाचित हुए एवं उत्तर प्रदेश की पहली भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की सरकार में बेसिक शिक्षा, प्रौढ़ शिक्षा एवं भाषा विभाग के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार का कार्यभार संभाला।
उन्होंने उद्यान विभाग, खेलकूद, युवा कल्याण एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग का दायित्व का निवर्हन भी किया। वर्ष 1993 में पुनः विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। वर्ष 1996 में चौथी बार विधानसभा के लिए निर्वाचित होने के पश्चात् कल्याण सिंह, राम प्रकाश गुप्त, राजनाथ सिंह की सरकार में कारागार विधि एवं न्याय एवं ग्राम्य विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री के रूप में अपने दायित्वों का सफलता पूर्वक निवर्हन किया।
इसके उपरान्त, 10 जून, 2016 को उत्तर प्रदेश के राज्यसभा के सदस्य के लिए निर्वाचित हुए। 3 सितंबर, 2017 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार में वित्त राज्यमंत्री, भारत सरकार का दायित्व संभाला। 4 जुलाई, 2022 तक राज्यसभा सदस्य के रूप में उन्होंने अपने दायित्वों का सफलतापूर्वक निवर्हन किया।