Breaking News

  • नूरपुर : कंडवाल टोल प्लाजा में लोकल की पर्ची काटने का विवाद गहराया- लोगों की दो टूक
  • हिमाचल : कितने पदों पर होगी भर्ती, और क्या कुछ-एक क्लिक में जानें कैबिनेट के फैसले
  • कांगड़ा : 200 पदों पर होने जा रही भर्ती, 18000 रुपए तक मिलेगी सैलरी-जानें डिटेल
  • बड़ोह ट्रक हादसा : जागरण के चलते बची मुख्य चालक की जान, पहले ही गया था उतर
  • हिमाचल कैबिनेट : गौ सदनों का प्रति पशु अनुदान 700 रुपए से बढ़ाया-अब मिलेगा इतना
  • हिमाचल कैबिनेट : पशु मित्र के भरे जाएंगे 1000 पद, ऐसी डिस्पेंसरी में भरने की योजना
  • हिमाचल कैबिनेट : लाइब्रेरियन के 100 पद होंगे सृजित, जूनियर ऑफिस असिस्टेंट लाइब्रेरी होगा पदनाम
  • चंबा जिला में हिली धरती, महसूस किए गए भूकंप के झटके
  • पालमपुर न्यूगल नदी प्रदूषण मामला, हाईकोर्ट ने बंद की जनहित याचिका
  • 12Th Result : हरिपुर रोजमेरी स्कूल की कनिका चौधरी का प्रदर्शन भी सराहनीय

मंडी में कुदरत का कहर : किरतपुर-मनाली फोरलेन पर डंगा ध्वस्त, कई जगह लैंडस्लाइड

ewn24 news choice of himachal 05 Jul,2024 7:40 pm


    पुलघराट में स्थिति नाजुक, पराशर झील को जाने वाली मुख्य सड़क बंद


    मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में कुदरत कहर बरपा रही है। पिछले दो दिन में जिले के पंडोह और कटौला में 150 मिलीमीटर से अधिक बारिश हो चुकी है। भारी बारिश के कारण किरतपुर-मनाली फोरलेन पर चार मील के पास पिछले वर्ष क्रेटवाल से लगाया गया अस्थायी डंगा वीरवार दोपहर बाद पूरी तरह ध्वस्त हो गया।

    डंगा गिरने से यहां मार्ग बंद होने का खतरा मंडरा गया है। फिलहाल यहां दो लेन से वाहनों की आवाजाही हो रही है। नौ मील के पास भी पहाड़ दरकना शुरू हो गया है। प्रशासन ने यहां जेसीबी तैनात कर दी है।

    पंडोह कैंची मोड़ पर करीब 40 करोड़ की लागत से लगाई गई 300 मीटर लंबी और 31 मीटर ऊंची रिटेनिंग वॉल पूरी तरह सुरक्षित है। एनएचएआई के अधिकारियों के साथ अतिरिक्त उपायुक्त रोहित राठौर और अतिरिक्त पुलिस सागर चंद्र शर्मा ने चार मील से कैंची मोड़ तक संयुक्त निरीक्षण किया।

    कैंची मोड़ में तीन लेन पर यातायात चल रहा है। कैंची मोड़ में मिट्टी के भराव के कारण ऊपर की परत धंसने से सड़क में दरारें आई थीं। चार मील में कलवर्ट बंद होने से मार्ग धंसा था।

    मंडी शहर के साथ लगते पुलघराट में स्थिति नाजुक बनी हुई है। यहां पिछले 24 घंटे में कई बार पहाड़ दरकने से मार्ग अवरुद्ध हो चुका है। प्रशासन ने यहां जेसीबी और पुलिस जवान तैनात किए हैं। मार्ग बार बार बंद होने से वाहनों की लंबी कतार लग रही है। इससे लोगों को दिक्कत आ रही है। जिला भर में वर्षा और भूस्खलन से 52 मार्ग बाधित हैं।

    पराशर झील को जाने वाली मुख्य सड़क बंद हो गई है। अन्य वैकल्पिक रास्ते भी बरसात के कारण खतरनाक हो गए हैं। प्रशासन ने लोगों और पर्यटकों से अनुरोध किया है कि सड़क ठीक होने तक पराशर जाने से परहेज करें।

    वहीं, ब्यास नदी के बहाव में लगातार उतार-चढ़ाव आ रहा है। कभी नदी का बहाव कम हो रहा है तो कभी एकदम से बढ़ जा रहा है। प्रशासन ने लोगों से नदी किनारे न जाने का आग्रह किया है।



Himachal Latest

Live video

Jobs/Career

Trending News

  • Crime

  • Accident

  • Politics

  • Education

  • Exam

  • Weather