मेटलिंग व अपग्रेडेशन के लिए होंगे ग्लोबल टेंडर
शिमला। हिमाचल प्रदेश में अब सड़क बनाने के लिए ठेकेदार को दो से अधिक टेंडर नहीं मिलेंगे। अब ग्लोबल टेंडर के जरिए बाहर के ठेकेदार भी हिमाचल में सड़क की मेटलिंग व अपग्रेडेशन का टेंडर ले सकेंगे। यह बात पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही है।
विक्रमादित्य सिंह ने सचिवालय में प्रेस वार्ता के दौरान कहा है कि हिमाचल में एक ठेकेदार कई ठेके ले लेता है जिसकी वजह से काम लटक जाते हैं। जिसको देखते हुए विभाग ने यह निर्णय लिया है कि एक ठेकेदार को दो से अधिक ठेके नहीं दिए जाएंगे और जो ठेकेदार अच्छा काम करेगा व काम पूरा कर लेगा तभी आगे का कार्य सौंपा जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में अब नई मेटलिंग और अपग्रेडेशन का कार्य शुरू होगा। इसके लिए सर्कल वाइज क्लस्टर बनाए जाएंगे, जो भी कार्य होगा ग्लोबिंग टेंडरिंग के हिसाब से होगा। फोरलेन के लिए एनएचएआई द्वारा ग्लोबल टेंडर लगाए जाते हैं। इस प्रक्रिया को प्रदेश के अंदर भी लागू किया जाएगा। इससे विश्व या देशभर से कोई भी टेंडर में भाग ले सकता है। इसका मकसद बाहर की बढ़िया तकनीक का प्रयोग किए जाना और काम समय पर पूरा करना है। साथ ही पारदर्शिता भी रहेगी। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से भी चर्चा की है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल में 69 नेशनल हाईवे की बात करने वाली बीजेपी का झूठ सामने आ गया है। क्योंकि हिमाचल प्रदेश के लिए केंद्र ने 69 नहीं बल्कि नो हाईवे दिए हैं। उनको भी अभी मंजूरी नहीं मिली है। विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि बजट में सड़कों के निर्माण व रखरखाव के लिए 1,350 करोड़ का प्रावधान रखा गया है। इसमें 1,060 किलोमीटर नई सड़कें बनाई जाएगी।