सबसे पहले नई शिक्षा नीति को लागू करवाने पर करेंगे काम
नई दिल्ली। शिक्षा मंत्री बदल गए हैं और इसी के साथ मंत्रालय के कामकाज के तरीकों में भी बदलाव किया जा रहा है। मंत्रालय के कामकाज के तरीके में आज एक बड़े बदलाव की घोषणा की गई है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय अब हफ्ते में सात दिन तक काम करेगा। अब शनिवार और रविवार को भी यहां काम होगा। बीते दिनों ही केंद्रीय कैबिनेट में फेरबदल के बाद पूर्व पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) को देश का नया शिक्षा मंत्री बनाया गया है। पदभार संभालने के बाद प्रधान ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मार्गदर्शन लेकर वे सबसे पहले नई शिक्षा नीति को लागू करवाने पर काम करेंगे। शिक्षा राज्यों का विषय होता है। हालांकि केंद्र और राज्य अपनी जिम्मेदारी के तहत नए भारत निर्माण के लिए मिलकर काम करेंगे।
उन्होंने कहा था कि देश को 34 साल के बाद नई शिक्षा नीति मिली है। नई शिक्षा नीति के चलते शिक्षा में बड़ा बदलाव दिखना शुरू हो गया है। अब विद्यार्थी सिर्फ डिग्री के लिए पढ़ाई नहीं करेंगे, बल्कि उन्हें व्यापक विषय का ज्ञान भी होगा। वे बहुविषयक विषयों की पढ़ाई कर सकेंगे और रोजगार लेने नहीं, बल्कि देने वाले बनेंगे। पदभार संभालने के बाद दूसरे ही दिन उन्होंने स्कूल और उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों से पूरी रिपोर्ट ली थी। इसमें सीबीएसई, केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद समेत अन्य विभागों के अधिकारियों व कामकाज की समीक्षा की गई थी।