दारचा-शिंकुला मार्ग पर बर्फ हटाते समय गिरा हिमखंड
केलंग। हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिला में बड़ा हादसा पेश आया है। दारचा-शिंकुला मार्ग पर बीआरओ के तीन कर्मचारी हिमस्खलन की चपेट में आ गए हैं। बीआरओ ने 2 कर्मचारियों के शव बरामद कर लिए हैं जबकि एक की तलाश जारी है। हादसा रविवार दोपहर बाद पेश आय़ा है। दारचा-शिंकुला-पदम सड़क मार्ग पर बर्फ हटाते समय अचानक हिमखंड गिर गया जिसकी चपेट में ये तीनों आ गए। हादसे में बीआरओ का एक जेसीबी और डोजर मशीन भी में बर्फ के मलबे में दब गए हैं।
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उपायुक्त लाहुल-स्पीति सुमित खिमटा ने जानकारी देते हुए बताया कि सीमा सड़क संगठन योजक 126 आरसीसी के जूनियर इंजीनियर ने उन्हें सूचना दी कि रविवार शाम को उपमंडल लाहुल के सीमा क्षेत्र छीका के पास हिमस्खलन हुआ है। इस हादसे में बीआरओ के तीन दिहाड़ी मजदूर स्नो कटर तथा डोजर समेत हिमस्खलन की चपेट में आ गए। इनमें से दो शवों को बरामद कर क्षेत्रीय अस्पताल केलांग लाया जा रहा है। शवों की पहचान की जा रही है। घटना
की सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन के समग्र पर्यवेक्षण के तहत जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, जिला पुलिस और एक एम्बुलेंस सहित एक बचाव दल शाम 6 बजे के आसपास घटना स्थल की ओर रवाना कर दिया। बीआरओ अधिकारियों से मिली जानकारी में दो लोगों के शव बरामद किए गए। एक अन्य श्रमिक को अभी तक खोजा नहीं जा सका है। अंधेरा और पारा शून्य से 20 डिग्री नीचे लुढ़क जाने से बचाव कार्य को अब सोमवार सुबह फिर शुरू किया जाएगा।
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बता दें कि गत दिनों हुए भारी हिमपात से शिंकुला दर्रे में 4 फुट बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है। बीआरओ ने इस बार शिंकुला दर्रे को बहाल कर लेह लद्दाख को अधिकतर समय मनाली से जोड़े रखा है। बीआरओ रोहतांग टनल के बाद अब शिंकुला दर्रे में टनल का निर्माण करने जा रहा है। 12 जनवरी को हुए भारी हिमपात के बाद लेह लद्दाख का मनाली से सम्पर्क कटा हुआ है। बीआरओ ने कुछ दिन पहले ही मौसम साफ होते ही दारचा-शिंकुला मार्ग की बहाली शुरू की थी।