90 प्रतिशत तक झुलस चुके थे राजेश
ऊना। जिला ऊना के उपमंडल बंगाणा की सैली बीट में जंगल की आग बुझाते समय झुलसे 49 वर्षीय वनरक्षक राजेश कुमार जिंदगी की जंग हार गए। राजेश ने देर रात पीजीआई चंडीगढ़ में दम तोड़ दिया। वनसंपदा को बचाने के लिए जान जोखिम में डालने से राजेश 90 प्रतिशत तक झुलस चुके थे। राजेश के निधन की जानकारी वन मंडल अधिकारी मृत्युंजय माधव ने दी।
हिमाचल : 25 मई तक मांगें न मानी तो थम जाएंगे 108 व 102 एंबुलेंस के पहिए
गौर हो कि राजेश 20 मई को वन कर्मचारियों के साथ सैली बीट के जंगल में लगी आग को शुक्रवार सुबह से ही बुझाने में लगे हुए थे। शाम तक जंगल में लगी आग पर लगभग काबू पा लिया था, लेकिन तूफान चलने से आग की लपटें अचानक तेज हो गई और राजेश कुमार आग की चपेट में आ गए और बुरी तरह झुलस गए। गंभीर हालत में उन्हें ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल में लाया गया।
हिमाचल : कॉलेज प्रोफेसर्स की भूख हड़ताल शुरू, छात्रों को पढ़ाने से किया इनकार
राजेश को वहां पर प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया था। इस दौरान उनका परिवार और वन विभाग की टीम भी अस्पताल में मौजूद रही। रविवार को उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने पीजीआई के निदेशक से बातचीत करके राजेश को आईसीयू में शिफ्ट करवाया था।
हिमाचल : 25 मई तक मांगें न मानी तो थम जाएंगे 108 व 102 एंबुलेंस के पहिए
ऊना के गांव बदोली के रहने वाले राजेश इसी साल जनवरी में वनरक्षक के पद के लिए चयनित हुए थे। इससे पहले वह विभाग में 15 वर्ष तक डिस्पैचर के पद पर रहे। मध्यमवर्गीय परिवार से संबंध रखने वाले राजेश के परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं।
प्रतिभा सिंह बोलीं : पेट्रोल-डीजल के दाम कम करना चुनावी स्टंट, लोगों को लुभाने का प्रयास
आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर, ता