ऊना। हिमाचल के ऊना जिला में पटवारी को पांच हजार रुपए लेते रंगे हाथ धरा है। शिकायत पर विजिलेंस की टीम ने यह कार्रवाई की है।
बता दें कि मैहतपुर पटवार सर्कल के पटवारी ने राजस्व विभाग की वेबसाइट पर विभाजन की कार्रवाई को अपडेट करने की एवज में पैसों की मांग की थी। शिकायतकर्ता ने मामले की शिकायत विजिलेंस में की।
शिकायत मिलने के बाद ऊना विजिलेंस की टीम ने आरोपी पटवारी को पकड़ने के जाल बिछाया और पटवारी को पांच हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ धर दबोचा। विजिलेंस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है।
बता दें कि कांगड़ा जिला में नूरपुर के तहत ब्रांडा पटवार सर्किल में भी 16 अक्टूबर को महिला पटवारी रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ा गया था। स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो कांगड़ा की टीम ने महिला पटवारी को निशानदेही की रिपोर्ट देने के बदले दो हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने कर रखा है चक्का जाम
ऊना। ऊना जिले के मैहतपुर में सनोली के एक युवक की मौत मामले में निजी अस्पताल के संचालक डॉक्टर कोमल मलिक ने अपना पक्ष रखा है। डॉक्टर मलिक ने कहा कि युवक देवेंद्र के ईएनटी विशेषज्ञ डॉक्टर ने सफल ऑपेशन किया था। लेकिन अकस्मात ही युवक की मृत्यु हो गई जिसका उन्हें और पूरे अस्पताल प्रबंधन को दुख है। उन्होंने कहा कि वह मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा देने को तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि मृतक के परिजन जो मुआवजा अस्पताल प्रबंधन से मांग रहें हैं उसे वह देने के लिए तैयार हैं लेकिन ये सब कानून के दायरे में रहकर ही होगा। उन्होंने कहा कि मामला दर्ज किया जा चुका है और जो कोर्ट का फैसला होगा उसके अनुसार ही मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा की इस दुख की घड़ी में मृतक के परिजनों के साथ खड़े हैं।
बता दें कि मैहतपुर नगर परिषद क्षेत्र में एक निजी अस्पताल में बुधवार को सनोली गांव का दविंद्र सिंह नाक के ऑपरेशन के लिएपहुंचा था। यहां पर मोहाली के एक निजी अस्पताल के चिकित्सक ने नाक का ऑपरेशन किया था। लेकिन ऑपरेशन के बाद दविंद्र सिंह की हालत इतनी खराब हो गई और उसे सांस में लेने में दिक्कत होने लगी। इसके बाद आनन-फानन में ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक ने दविंद्र सिंह को मोहाली स्थित अपने अस्पताल में शिफ्ट किया। लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद मृतक के स्वजनों को सूचना दी गई।
जिसके बाद गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने शुक्रवार शाम से चक्का जाम कर दिया है। जाम लगाकर बैठे ग्रामीणों की मुख्य मांगे आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार करने के अलावा पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए मुआवजा समेत परिवार के किसी सदस्य को नौकरी देना शामिल हैं।
मृतक के स्वजनों की शिकायत पर मैहतपुर पुलिस थाना में आरोपित चिकित्सक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। वहीं मैहतपुर पुलिस ने मृतक के शव का ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने की बजाए टांडा मेडिकल कॉलेज कांगड़ा में भेजा।
जैसे ही पुलिस व मृतक के स्वजन शव को लेकर टांडा से वापिस आए। उसके बाद ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। जो कि अभी तक लगातार जारी हैं।