शिमला। चैत्र नवरात्र में हिमाचल प्रदेश के सभी शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रतिदिन मंदिरों में शीश नवा रहे हैं। (राज्यपाल)
आठवें नवरात्र यानी महाष्टमी के मौके पर शिमला के कालीबाड़ी मंदिर में भी लोगों की भीड़ उमड़ी। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने भी काली बाड़ी मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की। इस दौरान लेडी गवर्नर भी मौजूद रहीं।
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि ये देवियों के पूजन का समय है। पहले बेटियों की भ्रूण हत्या कर दी जाती थी लेकिन आज देश ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संकल्प लिया है, बेटियां आज हर क्षेत्र में आगे हैं।
वी ही महागौरी सरस्वती और महालक्ष्मी हैं। उन्होंने कहा कि भारत से जो शक्तियां चलती हैं वो वसुधैव कुटुम्बकम् के नाम से विश्व की रक्षा करें।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे अभी तक स्वीकार न होने को लेकर कहा कि इस संदर्भ में राजभवन अपनी मर्यादा में काम कर रहा है।
इस मामले पर फैसला विधानसभा अध्यक्ष को लेना है। राज्यपाल ने कहा कि सबकी भलाई और बुराई सबके साथ रहती है।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि उन्हें जो पत्र सौंपा गया था, उसे पहले ही मध्य प्रदेश और कर्नाटक विधानसभा के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को कोट करते हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को भेज दिया है।
उन्हें लगता है कि अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने इसका संज्ञान लिया होगा। विधानसभा अध्यक्ष को खुद ही इस बारे में फैसला करना है।
बता दें कि तीनों निर्दलीय विधायकों ने अपने इस्तीफे की प्रति राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को भी सौंपी थी। इसके बाद राज्यपाल ने इस प्रति को विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को भेजा था।
इसमें राज्यपाल ने कर्नाटक और मध्य प्रदेश विधानसभा के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को कोट किया था।
राज्यपाल ने अपने पत्र में विधानसभा अध्यक्ष को बताया था कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक फैसले में कहा है कि जब भी विधायक व्यक्तिगत तौर पर उपस्थित होकर इस्तीफा दे, तो विधानसभा सचिवालय को इस्तीफा स्वीकार करना होता है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश को एक साल के इंतजार के बाद मंगलवार को दो नए मंत्री मिल गए हैं। बिलासपुर जिले के घुमारवीं से राजेश धर्माणी और कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर से एमएलए यादवेंद्र गोमा को राजभवन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। सुक्खू कैबिनेट में अब एक मंत्री पद खाली है, जिसे भी जल्द भरने की बात सीएम सुक्खू ने कही है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि एक पद खाली है, उसे भी लोकसभा चुनाव से पहले भरा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अभी डिप्टी स्पीकर बनाए जाने हैं, इसके अलावा भी पद भरे जाएंगे। पार्लियामेंट्री और जातिS समीकरण को देखते हुए मंत्री बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि जल्द नए मंत्रियों को विभाग देने के साथ ही विभागों में फेरबदल भी किया जा सकता है।
वहीं, कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने के बाद यादवेंद्र गोमा और राजेश धर्माणी ने मुख्यमंत्री का आभार जताया और प्राथमिकताएं बताते हुए लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की बात कही। उन्होंने कहा कि उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, वे उसे बखूबी निभाएंगे।
सोलन। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज सोलन जिले के नौणी स्थित डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के 12वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए। राज्यपाल ने 773 विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए। इसके अलावा 1305 विद्यार्थियों को बीएससी औद्यानिकी और बीएससी वानिकी, बी टेक बायो-टेक्नोलॉजी, एमबीए/एबीएम,एमएससी और पीएचडी औद्यानिकी एवं वानिकी में डिग्रियां प्रदान कीं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मेधावी विद्यार्थियों को 23 स्वर्ण पदक प्रदान किए, जिनमें से 20 स्वर्ण पदक छात्राओं को प्रदान किए गए। राज्यपाल ने सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड के मुख्य प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उप-महानिदेशक शिक्षा राकेश चंद अग्रवाल को मानद उपाधि भी प्रदान की।
राज्यपाल ने युवाओं से केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न स्टार्ट-अप योजनाओं का लाभ उठा कर समाज के विकास में भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें स्वरोजगार की ओर अग्रसर होना चाहिए और रोजगार प्रदाता बन कर अन्य लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाना चाहिए।
स्वर्ण पदक विजेताओं और डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए राज्यपाल ने उनसे राष्ट्र निर्माण में योगदान का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस अवसर पर मेधावी छात्रों को बधाई दी और प्रत्येक स्वर्ण पदक विजेता को 10,000 रुपये की सम्मान राशि देने की घोषणा की। उन्होंने सभी विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि चुनौतियां जीवन का एक हिस्सा हैं और सकारात्मक सोच से चुनौतियों पर विजय हासिल कर सफलता पाई जा सकती है। उन्होंने युवाओं को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को पहचानने और संरक्षित करने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
उन्होंने कहा कि लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और 23 स्वर्ण पदक विजेताओं में से 20 लड़कियां हैं। राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं और कई जिलों में उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पुलिस भर्ती में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया जाएगा। समाज के विकास में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। प्रदेश सरकार लड़कियों की विवाह योग्य आयु 18 से बढ़ाकर 21 वर्ष करने पर विचार कर रही है और इस विषय पर परामर्श के लिए एक समिति का गठन किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में परिवारों को प्राकृतिक खेती से जोड़ना सरकार की योजना में शामिल है। सरकार प्राकृतिक उत्पादों की खरीददारी और प्राकृतिक कृषि पद्धतियों के माध्यम से उत्पादित फसलों के लिए आकर्षक दरें प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने सतलुज जल विद्युत निगम के मुख्य महाप्रबंधक नंद लाल शर्मा और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उप-महानिदेशक आर.सी.अग्रवाल को मानद उपाधि के लिए बधाई भी दी।
इस अवसर पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने 1.16 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित कौशल विकास छात्रावास और 40 लाख रुपये की लागत से निर्मित विवेकानंद योगा और मेडीटेशन सेंटर का लोकार्पण किया।
डॉ.यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजेश्वर चंदेल ने विश्वविद्यालय की विभिन्न उपलब्धियों और अन्य गतिविधियों से अवगत करवाया। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार सुरेंद्र ठाकुर ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, विधायक विनोद सुल्तानपुरी, विश्वविद्यालय सीनेट, प्रबंधन बोर्ड और अकादमिक परिषद के सदस्य, विश्वविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी, विद्यार्थी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र धर्मशाला तपोवन में 19 दिसंबर से आयोजित किया जाएगा। इसे लेकर आज अधिसूचना जारी कर दी गई है। शीतकालीन सत्र 23 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा।
शीतकालीन सत्र में 5 बैठकें होगी। सरकार ने 19 दिसंबर से 23 दिसंबर तक हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र आयोजित करने के लिए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को सिफारिश भेजी थी। इस बाबत आज अधिसूचना जारी कर दी गई है।
अस्पताल परिसर का दौरा कर कर्मचारियों से किया संवाद
शिमला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के तहत राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (IGMC) परिसर से स्वच्छता अभियान का शुभारंभ किया।
यह अभियान हिमाचल प्रदेश राज्य रेडक्रॉस एवं हॉस्पिटल सर्विसेज कंसल्टेंसी कारपोरेशन लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
राज्यपाल ने इस अवसर पर स्वच्छता अभियान में भाग लिया और अन्यों को भी स्वच्छता के प्रति प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि हम अपने घर और आसपास के वातावरण को स्वच्छ बनाकर ही महात्मा गांधी जी को ‘स्वच्छांजलि’ अर्पित कर सकते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे स्वच्छता को जीवन का अंग बनाएं।
बाद में, राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने अस्पताल परिसर का दौरा भी किया और आईजीएमसी (IGMC) अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ संवाद भी किया। उन्होंने स्टाफ को स्वच्छता अभियान में जुड़ने के निर्देश भी दिए।
राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा, राष्ट्रीय रेडक्रॉस प्रबंधन समिति की सदस्य डॉ साधना ठाकुर, इदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ. सीता ठाकुर, अटल इंस्टीट्यूट मेडिकल सुपर स्पैशियेलिटी हास्पिटल चमयाणा के प्रधानाचार्य डॉ रजनीश पठानिया, राज्य रेडक्रॉस अस्पताल कल्याण शाखा की उपाध्यक्ष डॉ किमी सूद, उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ अमन मदैक, हॉस्पिटल सर्विसेज कंसल्टेंसी कारपोरेशन लिमिटेड के उप महा प्रबंधक विकास अग्रवाल एवं कार्यकारी अभियंता शिवम ठाकुर तथा रेडक्रॉस के स्वयं सेवियों और आम जनता ने भी स्वच्छता अभियान में भाग लिया।
शिमला। हिमाचल प्रदेश वन विभाग और रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा संयुक्त तत्वाधान में 74वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव का राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने शिमला शहरी के बाग क्षेत्र में देवदार का पौधा लगाकर शुभारंभ किया।
इस दौरान राज्यपाल ने प्रदेश के लोगों का पौधरोपण के लिए आह्वान किया। राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश यहां की प्रकृति के लिए जाना जाता है इसलिए सभी लोगों को इसका सौंदर्य बरकरार रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण करना चाहिए।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि शास्त्रों में कहा गया है कि एक पेड़ 10 पुत्रों के समान होता है यानी अगर एक व्यक्ति एक पेड़ लगाता है तो उसको 10 पुत्रों के समान फल मिलेगा। इसलिए हिमाचल प्रदेश की हरियाली के लिए लोगों को बढ़ चढ़कर आगे आकर पौधे लगाने चाहिए।
पर्यावरण संरक्षण को लेकर दुनिया भर में चिंतन चल रहा है और कार्बन को घटाने की बात सभी देश कर रहे हैं । भारत इस दिशा में सबसे आगे है और कार्बन को घटाने का देश कार्य कर रहा है।
दुनिया के दूसरे देशों को भी कार्बन घटाने के लिए काम करना चाहिए तभी पर्यावरण बच पाएगा। प्रकृति को छोड़कर विकासवाद को आगे बढ़ाना संभव नहीं है इसलिए सभी देशों को संयुक्त प्रयास करने चाहिए।
राज्यपाल ने हिमाचल प्रदेश में बढ़ते नशे के चलन को लेकर भी चिंता जाहिर की और प्रदेश के सभी लोगों को एकजुट होकर नशे के खिलाफ अभियान छेड़ने का आवाहन किया ताकि युवा पीढ़ी को नशे से बचाया जा सके।
इसके अलावा राज्यपाल ने कहा कि शिमला स्थित राजभवन को 19 अगस्त से आम जनमानस के लिए खोलने का उन्होंने निर्णय लिया है जिसकी आधिकारिक घोषणा 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के मौके पर की जाएगी।
राजभवन शिमला एक ऐतिहासिक भवन है और यहां से कई ऐतिहासिक चीज़ जुड़ी हुई है जिसकी खासकर युवा पीढ़ी को जानकारी होनी चाहिए। इसलिए शनिवार और रविवार छुट्टी के दिन राजभवन को आम जनमानस के लिए खोलने का निर्णय लिया गया है।
हमारे गांव नशे से मुक्त हो इसके लिए प्रयास करना चाहिए
पालमपुर।हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने मंगलवार को कांगड़ा जिले के खडुल में जगत तारणी माता मंदिर के रजत जयंती समर्पण समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि यह मंदिर क्षेत्र के लोगों के लिए अटूट श्रद्धा का केंद्र है। उन्होंने कहा कि देवी-देवताओं के पास लोग जाते नहीं है, बल्कि बुलावा आता है तभी जाते हैं। इसी कारण मुझे यहां आने का मौका मिला है। देवी-देवताओं का आशीर्वाद हो तभी कार्य संभव हो पाते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को देवभूमि कहा जाता है। यहां लोगों का देवी-देवताओं पर अटूट विश्वास और आस्था है, जो लोगों को सकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा कि देवभूमि की यह पवित्रता बनाए रखने के लिए हम सबको योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि नशे के कारण यह पवित्रता खंडित हो रही है। हम सबको मिलकर इसके प्रति अभियान छेड़ना चाहिए तथा हमारे गांव नशे से मुक्त हो इसके लिए प्रयास करना चाहिए।
उन्होंने स्थानीय लोगों से केंद्र और प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने की अपील की। राज्यपाल ने मंदिर के संयोजक और संस्थापक राकेश कुमार द्वारा धार्मिक अनुष्ठान के माध्यम से अपनी संस्कृति, समाज और संस्कारों को पोषित करने पर बधाई दी। इससे पूर्व, राज्यपाल ने जगत तारणी माता मंदिर में आयोजित यज्ञ में पूर्ण आहूति दी। उन्होंने मंदिर परिसर में रूद्राक्ष का पौधा भी रोपित किया। उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। इस अवसर पर राज्यपाल ने रजत रियाल्च ने कांगड़ा जिले पर प्रकाशित काफी टेबल बुक का विमोचन किया।
स्थानीय विधायक तथा हिमाचल प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने राज्यपाल का स्वागत किया। दिव्य सेवा मिशन के संस्थापक डॉ. आशीष गौतम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ऋषि भूमि है, यहां कार्य करना सौभाग्य की बात है। गांव का विकास कैसे संभव है यह राकेश शर्मा ने करके दिखाया है। उन्होंने स्थानीय उत्पाद को बढ़ावा देने पर बल देते हुए कहा कि स्थानीय उत्पाद को प्रोत्साहन मिलेगा तभी देश का विकास संभव है।
जगत तारणी माता मंदिर के संयोजक और संस्थापक राकेश शर्मा ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा कहा कि मंदिर के माध्यम से क्षेत्र में अनेक विकास गतिविधियों को संचालित किया जा रहा है। उन्होंने खडुल में दिव्य सेवा मिशान की शाखा स्थापित करने के लिए 2.51 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वह जिले में हथकरघा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अनेक गतिविधियां भी संचालित कर रहे हैं। विद्यार्थियों ने इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया
शिमला। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने राजभवन में हिमाचल प्रदेश के सोलन की रहने वाली विख्यात पर्वतारोही बलजीत कौर को सम्मानित किया। उन्होंने बलजीत कौर की पर्वतारोहण के क्षेत्र में उपलब्धियों और जज्बे के लिए सराहना की। इस अवसर पर बलजीत कौर की माता शांति देवी भी उपस्थित रहीं।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश के लिए यह गर्व की बात है कि बलजीत कौर ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट पर भारत का तिरंगा लहराया है। उन्होंने एक महीने से कम समय में एवरेस्ट समेत आठ हजार से ऊंची पांच पर्वत चोटियों पर चढ़कर अपनी प्रतिभा को सिद्ध किया है।
गत अप्रैल माह में जिंदगी और मौत की बीच की जंग जीतकर माउंट अन्नपूर्णा को फतह कर वापस घर आई बलजीत कौर के अद्वितीय साहस को प्रेरणादायक बताया। इस अवसर पर बलजीत कौर ने माउंट एवरेस्ट सहित अपने अन्य पर्वतारोहण के अनुभव साझा किए।
उन्होंने बताया कि माउंट अन्नापूर्णा दुनिया की 10वीं सबसे ऊंची चोटी है और इसे उन्होंने बिना ऑक्सीजन सपोर्ट के फतह किया था। इस दौरान हुए पूरे घटनाक्रम की उन्होंने जानकारी दी। पर्वतारोही बलजीत कौर ने राज्यपाल का इस दौरान अस्पताल में फोन कर उनका हालाचाल पूछने पर आभार व्यक्त किया।
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस शिष्टाचार भेंट में राज्यपाल ने हिमाचल प्रदेश से संबंधित विभिन्न विकासात्मक मुद्दों पर भी चर्चा की। इस दौरान राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रसिद्ध चंबा रुमाल भेंट किया।