18 साल तक बच्चों की RD में डाले जाएंगे एक हजार रुपए प्रतिमाह
शिमला। हिमाचल में वन विभाग में जल्द वन रक्षकों की भर्ती की जाएगी। वन रक्षकों के 100 रिक्त पदों को भरा जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने बजट भाषण में इसका ऐलान किया है।
हिमाचल पुलिस कर्मियों की डाइट मनी में पांच गुना बढ़ोतरी का ऐलान किया गया है। डाइट मनी को 210 से बढ़ाकर 1000 रुपए करने की घोषणा की गई है।
मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना के तहत सभी पात्र विधवाओं के बच्चों को 27 साल तक शिक्षा का सारा खर्च सरकार अदा करेगी। इसके अलावा 18 साल तक आरडी खाते में 1 हजार रुपए प्रतिमाह डालेगी।
पात्र विधवा महिलाओं का स्वास्थ्य बीमा का वार्षिक प्रीमियम सरकार देगी। इस योजना के लिए पात्र विधवा महिला की वार्षिक आय 1 लाख से कम होनी चाहिए।
धर्मशाला वन वृत्त के तहत जिन अभ्यर्थियों ने वन मित्र के लिए आवेदन किया है, उनका शारीरिक दक्षता परीक्षण (फिजिकल टेस्ट) 29 जनवरी, 30 जनवरी और 31 जनवरी, 2024 को विभिन्न वन मंडलों के तहत आने वाले वन परिक्षेत्र (वन रेंज) में होगा।
29 जनवरी को पालमपुर वन मंडल, 30 जनवरी को धर्मशाला वन मंडल और 31 जनवरी को नूरपुर वन मंडल के तहत आने वाले सभी वन परिक्षेत्रों में अलग अलग स्थान पर वन मित्र अभ्यर्थियों का शारीरिक दक्षता परीक्षण (PET) होगा।
शारीरिक दक्षता परीक्षण के लिए समय और स्थान की जानकारी वन मंडल अधिकारी अपने स्तर पर अलग से प्रकाशित करेंगे। अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी अपने संबंधित वन परिक्षेत्र अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। यह जानकारी धर्मशाला वन वृत्त के मुख्य अरण्यपाल ने दी है।
शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वन विभाग में वन मित्रों की भर्ती की प्रक्रिया चल रही है और अगले महीने के पहले सप्ताह से फिजिकल टेस्ट (Physical Test) भी आरंभ हो जाएगा। उन्होंने पुलिस विभाग में 1226 पुलिस कांस्टेबल पदों को भरने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यहां प्रशासनिक सचिवों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रत्येक माह के अंतिम दो दिनों में राजस्व लोक अदालत आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इन लोक अदालतों के उत्साहजनक परिणाम सामने आ रहे हैं।
इन अदालतों में अब तक इंतकाल के 65000 से अधिक और तकसीम के 4000 से अधिक लंबित मामलों का निपटारा किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि लोगों की समस्याओं का समाधान करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है क्योंकि वर्तमान सरकार जन-जन की सरकार है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली महादेव रोपवे के निर्माण के लिए केंद्र और राज्य सरकार के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं और यह परियोजना अनूठी होगी क्योंकि इसमें दोनों सरकारों के बीच लाभ 50-50 अनुपात में साझा किया जाएगा। उन्होंने पर्यटन एवं स्थानीय लोगों की सुविधा के दृष्टिगत रोपवे स्थापित करने के लिए अतिरिक्त स्थल चिन्हित करने के निर्देश भी दिए।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने श्रम एवं रोजगार विभाग को नियोक्ताओं की सुविधा के लिए कुशल जनशक्ति से संबंधित पूर्ण डेटा डिजिटिलाइज करने के निर्देश दिए। उन्होंने हिमाचली युवाओं के लिए विदेशों में नौकरी के अवसर की संभावनाएं तलाश करने के भी निर्देश दिए और कहा कि इजराइल और स्कैडेनिवियन देशों में मेडिकल और नर्सिंग स्टाफ की काफी मांग बढ़ी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने 680 करोड़ रुपये की राजीव गांधी स्टार्ट अप योजना आरंभ की है।
इसके पहले चरण में ई-टैक्सी परमिट जारी करने के अलावा ई-टैक्सी की खरीद के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस महत्त्वाकांक्षी योजना में अब तक 1221 आवेदकों ने रुचि दिखाई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए सरकारी विभागों में डीजल और पेट्रोल वाहनों की खरीद पर प्रतिबंध लगाया है।
हिमाचल में ई-वाहनों के सुचारु संचालन के लिए आवश्यक चार्जिंग अधोसंरचना तैयार की जा रही है। उन्होंने ई-चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए और कहा कि ई-वाहनों से भ्रमण पर आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के होटल परिसरों में ई-चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राजीव गांधी स्टार्ट अप योजना के आगामी चरणों में सौर ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित करने के साथ-साथ मत्स्य पालन के लिए भी वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने इन दोनों योजनाओं के लिए शीघ्र मानक संचालन प्रक्रिया तैयार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के लोगों को उनके घर-द्वार के समीप विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। अभी तक राज्य के 50 विधानसभा क्षेत्रों में आदर्श स्वास्थ्य संस्थान स्थापित किए जा चुके हैं, इनमें 6-6 विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों को शिमला शहर के सर्कुलर रोड में यातायात के सुचारू संचालन के लिए सभी बाधाओं को दूर करने के निर्देश भी दिए।
शिमला। हिमाचल में वन मित्र भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। इच्छुक उम्मीदवार वन विभाग की वेबसाइट या अपने निकटतम वन परिक्षेत्र अधिकारी कार्यालय (फोरेस्ट रेंज ऑफिसर ऑफिस) से आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
आवेदन पत्र जमा करवाने की अंतिम तिथि 30 दिसंबर निर्धारित की गई है। जबकि, जनजातीय और दूरवर्ती क्षेत्रों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 15 जनवरी 2024 तय की गई है।
आवेदन पत्र संबंधित वन परिक्षेत्र कार्यालय में जमा करवाने होंगे। भर्ती प्रक्रिया और अन्य जानकारी के लिए संबंधित वन परिक्षेत्र अधिकारी कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है।
बता दें कि हिमाचल की हर बीट में एक-एक वन मित्र की तैनाती होनी है। कुल 2061 वन मित्र रखे जाएंगे। वन वृत्त हमीरपुर के अंतर्गत आने वाले वन मंडल हमीरपुर, ऊना और देहरा की कुल 194 वन बीट में वन मित्र की भर्ती के लिए 30 दिसंबर तक आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।
हमीरपुर की 70 वन बीट, ऊना की 66 और देहरा की 58 बीट में प्रदेश सरकार की वन मित्र योजना के तहत वन मित्र की भर्ती की जाएगी।
हिमाचल में 2061 वन मित्र रखे जाएंगे। प्रत्येक वन बीट में इनकी तैनाती होगी। वन मित्र के चयन क्राइटेरिया की बात करें तो यह फोरेस्ट गार्ड के बराबर होंगे।
वन मित्र को प्रति माह 10 हजार रुपए वेतन मिलेगा। पात्रता मानदंड में संशोधन के साथ पड़ोसी ग्राम पंचायत के निवासियों को भी शामिल करने और मूल्यांकन मानदंड को लेकर आदेश जारी कर दिए गए हैं।
संबंधित वन बीट के अधिकार क्षेत्र में आने वाली ग्राम पंचायत/शहरी स्थानीय निकाय का सामान्य/पड़ोसी निवासी आवेदन कर सकते हैं।
यदि ग्राम पंचायत/शहरी निकाय का केवल एक हिस्सा वन बीट के अधिकार क्षेत्र में आता है, तो ऐसे उम्मीदवारों को भी वन बीट के लिए वन मित्र के रूप में नियुक्ति के लिए आवेदन करने के लिए पात्र माना जाएगा। आवेदक की आयु 18 साल से कम और 25 वर्ष से अधिक न हो।
किस आधार पर होगा चयन
वन मित्र के लिए 12वीं कक्षा में अंकों का प्रतिशत अधिकतम 75 के लिए 75 अंक, ईडब्ल्यूएस/बीपीएल, एससी, एसटी, ओबीसी के लिए दो-दो अतिरिक्त अंक, एनसीसी/एनएसएस/ भारत स्काउट एंड गाइड में राष्ट्रीय स्तरीय खेल प्रतियोगिता के मेडल विजेता को अधिकतम पांच अंक मिलेंगे।
इसमें भारत स्काउट एंड गाइड सर्टिफिकेट होल्डर के लिए दो अंक, एनएसएस एक साल सर्टिफिकेट/एनसीसी सर्टिफिकेट ए के लिए दो अंक, एनएसएस दो वर्षीय सर्टिफिकेट/एनसीसी सर्टिफिकेट बी के लिए 3 अंक, राष्ट्रीय स्तरीय खेल मेडल विजेता व एनसीसी सर्टिफिकेट सी के लिए पांच अंक निर्धारित किए हैं।
विधवा/तलाकशुदा/निराश्रित/सिंगल वुमेन, सिंगल बेटी/अनाथ के लिए 3-3 और पर्सनल इंटरव्यू के 10 अंक होंगे। पुरुषों के लिए 165 सेंटीमीटर लंबाई और छाती 79 (बिना फुलाए) व 84 सेंटीमीटर (फुलाकर) जरूरी है। महिलाओं के लिए लंबाई 150 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
छाती 74 (बिना फुलाए) व 79 (फुलाकर) सेंटीमीटर चाहिए। पुरुषों के लिए आधे घंटे में 5 हजार और महिलाओं के लिए दस मिनट में 1500 मीटर दौड़ पूरी करनी होगी।
हिमाचल की 2061 वन बीट में वन मित्र की तैनाती होगी। बिलासपुर सर्कल में 124, चंबा में 198, धर्मशाला में 209, हमीरपुर में 194, कुल्लू में 140, मंडी में 309, नाहन में 216, रामपुर में 164, शिमला में 240, सोलन में 108, वर्ड लाइफ (नॉर्थ) धर्मशाला में 30, साउथ में 77 और जीएचएनपी शमशी में 52 वन मित्र तैनात होंगे। वन मित्र को प्रतिदिन 6 घंटे कार्य करना होगा।
एक माह की सर्विस के बाद एक छुट्टी के हकदार होंगे। एक साल में अधिकतम 12 दिन छुट्टी मिलेगी। छुट्टी अगले वर्ष फारवर्ड नहीं होगी। इसके अलावा वन मित्र रविवार के अवकाश सहित राजपत्रित अवकाश के भी हकदार होंगे। महिला वन मित्र को दो बच्चों पर 180 दिन का मातृत्व अवकाश मिलेगा। गर्भपात की स्थिति में 45 दिन की छुट्टी मिलेगी।
वन मित्र के रूप में नियुक्त किसी भी उम्मीदवार को राज्य सरकार के नियमित सरकारी कर्मचारी के रूप में नियमितीकरण/नियुक्ति आदि का दावा करने का कोई अधिकार नहीं होगा। आईआरडीपी/बीपीएल/ईडब्ल्यूएस परिवार से संबंधित उम्मीदवार को प्राथमिकता दी जाएगी।
वन मित्र के क्या होंगे कार्य
अग्नि सुरक्षा, वृक्षारोपण कार्य (मनरेगा सहित), बचाव संचालन आदि सहित विभिन्न वन संरक्षण और विकास कार्य। सहायता के लिए ग्राम पंचायत जैसे जमीनी स्तर के संस्थानों की भागीदारी सुनिश्चित करना।
वन संसाधनों के सतत प्रबंधन के लिए महिला मंडल, युवक मंडल, पूर्व सैनिक निकाय, ग्राम वन विकास समितियां, अन्य समुदाय आधारित संगठन शिक्षा संस्थान और गैर सरकारी संगठन के साथ तालमेल बनाना।
जागरूकता पैदा करने के लिए कदम उठाने सहित समुदाय को जानकारी प्रदान करने और विभिन्न वानिकी जैसे वनीकरण कार्यक्रम, नर्सरी विकास, वन संरक्षण आदि पर उनके इनपुट मांगने के कार्य।
शिमला। हिमाचल में वन मित्र भर्ती का इंतजार कर रहे युवाओं के लिए बढ़िया खबर है। वन मित्र भर्ती प्रक्रिया 30 नवंबर से शुरू होने वाली है। इच्छुक अभ्यर्थियों को 30 दिसंबर तक आवेदन करना होगा।
बता दें कि सरकार वन विभाग में 2061 वन मित्र भर्ती कर रही है। भर्ती के लिए वन विभाग की वेबसाइट या फिर संबंधित वन परिक्षेत्राधिकारी (रेंज ऑफिसर) कार्यालय से आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
हिमाचल में 2061 वन मित्र रखे जाएंगे। प्रत्येक वन बीट में इनकी तैनाती होगी। कैबिनेट से योजना को मंजूरी मिलने के बाद तैनाती के लिए औपचारिकताएं शुरू हो गई हैं। वन मित्र के चयन क्राइटेरिया की बात करें तो यह फोरेस्ट गार्ड के बराबर होंगे।
वन मित्र को प्रति माह 10 हजार रुपए वेतन मिलेगा। पात्रता मानदंड में संशोधन के साथ पड़ोसी ग्राम पंचायत के निवासियों को भी शामिल करने और मूल्यांकन मानदंड को लेकर आदेश जारी कर दिए गए हैं। संबंधित वन बीट के अधिकार क्षेत्र में आने वाली ग्राम पंचायत/शहरी स्थानीय निकाय का सामान्य/पड़ोसी निवासी आवेदन कर सकते हैं।
यदि ग्राम पंचायत/शहरी निकाय का केवल एक हिस्सा वन बीट के अधिकार क्षेत्र में आता है, तो ऐसे उम्मीदवारों को भी वन बीट के लिए वन मित्र के रूप में नियुक्ति के लिए आवेदन करने के लिए पात्र माना जाएगा। आवेदक की आयु 18 साल से कम और 25 वर्ष से अधिक न हो।
वन मित्र के लिए 12वीं कक्षा में अंकों का प्रतिशत अधिकतम 75 के लिए 75 अंक, ईडब्ल्यूएस/बीपीएल, एससी, एसटी, ओबीसी के लिए दो-दो अतिरिक्त अंक, एनसीसी/एनएसएस/ भारत स्काउट एंड गाइड में राष्ट्रीय स्तरीय खेल प्रतियोगिता के मेडल विजेता को अधिकतम पांच अंक मिलेंगे।
इसमें भारत स्काउट एंड गाइड सर्टिफिकेट होल्डर के लिए दो अंक, एनएसएस एक साल सर्टिफिकेट/एनसीसी सर्टिफिकेट ए के लिए दो अंक, एनएसएस दो वर्षीय सर्टिफिकेट/एनसीसी सर्टिफिकेट बी के लिए 3 अंक, राष्ट्रीय स्तरीय खेल मेडल विजेता व एनसीसी सर्टिफिकेट सी के लिए पांच अंक निर्धारित किए हैं।
विधवा/तलाकशुदा/निराश्रित/सिंगल वुमेन, सिंगल बेटी/अनाथ के लिए 3-3 और पर्सनल इंटरव्यू के 10 अंक होंगे। पुरुषों के लिए 165 सेंटीमीटर लंबाई और छाती 79 (बिना फुलाए) व 84 सेंटीमीटर (फुलाकर) जरूरी है। महिलाओं के लिए लंबाई 150 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
छाती 74 (बिना फुलाए) व 79 (फुलाकर) सेंटीमीटर चाहिए। पुरुषों के लिए आधे घंटे में 5 हजार और महिलाओं के लिए दस मिनट में 1500 मीटर दौड़ पूरी करनी होगी।
हिमाचल की 2061 वन बीट में वन मित्र की तैनाती होगी। बिलासपुर सर्कल में 124, चंबा में 198, धर्मशाला में 209, हमीरपुर में 194, कुल्लू में 140, मंडी में 309, नाहन में 216, रामपुर में 164, शिमला में 240, सोलन में 108, वर्ड लाइफ (नॉर्थ) धर्मशाला में 30, साउथ में 77 और जीएचएनपी शमशी में 52 वन मित्र तैनात होंगे। वन मित्र को प्रतिदिन 6 घंटे कार्य करना होगा।
एक माह की सर्विस के बाद एक छुट्टी के हकदार होंगे। एक साल में अधिकतम 12 दिन छुट्टी मिलेगी। छुट्टी अगले वर्ष फारवर्ड नहीं होगी। इसके अलावा वन मित्र रविवार के अवकाश सहित राजपत्रित अवकाश के भी हकदार होंगे। महिला वन मित्र को दो बच्चों पर 180 दिन का मातृत्व अवकाश मिलेगा। गर्भपात की स्थिति में 45 दिन की छुट्टी मिलेगी।
वन मित्र के रूप में नियुक्त किसी भी उम्मीदवार को राज्य सरकार के नियमित सरकारी कर्मचारी के रूप में नियमितीकरण/नियुक्ति आदि का दावा करने का कोई अधिकार नहीं होगा। आईआरडीपी/बीपीएल/ईडब्ल्यूएस परिवार से संबंधित उम्मीदवार को प्राथमिकता दी जाएगी।
अग्नि सुरक्षा, वृक्षारोपण कार्य (मनरेगा सहित), बचाव संचालन आदि सहित विभिन्न वन संरक्षण और विकास कार्य। सहायता के लिए ग्राम पंचायत जैसे जमीनी स्तर के संस्थानों की भागीदारी सुनिश्चित करना।
वन संसाधनों के सतत प्रबंधन के लिए महिला मंडल, युवक मंडल, पूर्व सैनिक निकाय, ग्राम वन विकास समितियां, अन्य समुदाय आधारित संगठन शिक्षा संस्थान और गैर सरकारी संगठन के साथ तालमेल बनाना।
जागरूकता पैदा करने के लिए कदम उठाने सहित समुदाय को जानकारी प्रदान करने और विभिन्न वानिकी जैसे वनीकरण कार्यक्रम, नर्सरी विकास, वन संरक्षण आदि पर उनके इनपुट मांगने के कार्य।
शिमला। हिमाचल में 2061 वन मित्र रखें जाएंगे। प्रत्येक वन बीट में इनकी तैनाती होगी। कैबिनेट से योजना को मंजूरी मिलने के बाद तैनाती के लिए औपचारिकताएं शुरू हो गई हैं। वन मित्र के चयन क्राइटेरिया की बात करें तो यह फोरेस्ट गार्ड के बराबर होंगी।
वन मित्र को प्रति माह 10 हजार रुपए वेतन मिलेगा। पात्रता मानदंड में संशोधन के साथ पड़ोसी ग्राम पंचायत के निवासियों को भी शामिल करने और मूल्यांकन मानदंड को लेकर आदेश जारी कर दिए गए हैं।
संबंधित वन बीट के अधिकार क्षेत्र में आने वाली ग्राम पंचायत/शहरी स्थानीय निकाय का सामान्य/पड़ोसी निवासी आवेदन कर सकते हैं।
यदि ग्राम पंचायत/शहरी निकाय का केवल एक हिस्सा वन बीट के अधिकार क्षेत्र में आता है, तो ऐसे उम्मीदवारों को भी वन बीट के लिए वन मित्र के रूप में नियुक्ति के लिए आवेदन करने के लिए पात्र माना जाएगा। आवेदक की आयु 18 साल से कम और 25 वर्ष से अधिक न हो।
वन मित्र के लिए 12वीं कक्षा में अंकों का प्रतिशत अधिकतम 75 के लिए 75 अंक, ईडब्ल्यूएस/बीपीएल, एससी, एसटी, ओबीसी के लिए दो-दो अतिरिक्त अंक, एनसीसी/एनएसएस/ भारत स्काउट एंड गाइड में राष्ट्रीय स्तरीय खेल प्रतियोगिता के मेडल विजेता को अधिकतम पांच अंक मिलेंगे।
इसमें भारत स्काउट एंड गाइड सर्टिफिकेट होल्डर के लिए दो अंक, एनएसएस एक साल सर्टिफिकेट/एनसीसी सर्टिफिकेट ए के लिए दो अंक, एनएसएस दो वर्षीय सर्टिफिकेट/एनसीसी सर्टिफिकेट बी के लिए 3 अंक, राष्ट्रीय स्तरीय खेल मेडल विजेता व एनसीसी सर्टिफिकेट सी के लिए पांच अंक निर्धारित किए हैं।
विधवा/तलाकशुदा/निराश्रित/सिंगल वुमेन, सिंगल बेटी/अनाथ के लिए 3-3 और पर्सनल इंटरव्यू के 10 अंक होंगे। पुरुषों के लिए 165 सेंटीमीटर लंबाई और छाती 79 (बिना फुलाए) व 84 सेंटीमीटर (फुलाकर) जरूरी है। महिलाओं के लिए लंबाई 150 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
छाती 74 (बिना फुलाए) व 79 (फुलाकर) सेंटीमीटर चाहिए। पुरुषों के लिए आधे घंटे में 5 हजार और महिलाओं के लिए दस मिनट में 1500 मीटर दौड़ पूरी करनी होगी।
हिमाचल की 2061 वन बीट में वन मित्र की तैनाती होगी। बिलासपुर सर्कल में 124, चंबा में 198, धर्मशाला में 209, हमीरपुर में 194, कुल्लू में 140, मंडी में 309, नाहन में 216, रामपुर में 164, शिमला में 240, सोलन में 108, वर्ड लाइफ (नॉर्थ) धर्मशाला में 30, साउथ में 77 और जीएचएनपी शमशी में 52 वन मित्र तैनात होंगे। वन मित्र को प्रतिदिन 6 घंटे कार्य करना होगा।
एक माह की सर्विस के बाद एक छुट्टी के हकदार होंगे। एक साल में अधिकतम 12 दिन छुट्टी मिलेगी। छुट्टी अगले वर्ष फारवर्ड नहीं होगी। इसके अलावा वन मित्र रविवार के अवकाश सहित राजपत्रित अवकाश के भी हकदार होंगे। महिला वन मित्र को दो बच्चों पर 180 दिन का मातृत्व अवकाश मिलेगा। गर्भपात की स्थिति में 45 दिन की छुट्टी मिलेगी।
वन मित्र के रूप में नियुक्त किसी भी उम्मीदवार को राज्य सरकार के नियमित सरकारी कर्मचारी के रूप में नियमितीकरण/नियुक्ति आदि का दावा करने का कोई अधिकार नहीं होगा। आईआरडीपी/बीपीएल/ईडब्ल्यूएस परिवार से संबंधित उम्मीदवार को प्राथमिकता दी जाएगी।
अग्नि सुरक्षा, वृक्षारोपण कार्य (मनरेगा सहित), बचाव संचालन आदि सहित विभिन्न वन संरक्षण और विकास कार्य। सहायता के लिए ग्राम पंचायत जैसे जमीनी स्तर के संस्थानों की भागीदारी सुनिश्चित करना।
वन संसाधनों के सतत प्रबंधन के लिए महिला मंडल, युवक मंडल, पूर्व सैनिक निकाय, ग्राम वन विकास समितियां, अन्य समुदाय आधारित संगठन शिक्षा संस्थान और गैर सरकारी संगठन के साथ तालमेल बनाना।
जागरूकता पैदा करने के लिए कदम उठाने सहित समुदाय को जानकारी प्रदान करने और विभिन्न वानिकी जैसे वनीकरण कार्यक्रम, नर्सरी विकास, वन संरक्षण आदि पर उनके इनपुट मांगने के कार्य।
अतिरिक्त मुख्य अरण्यपाल वन्य प्राणी विंग ने दी जानकारी
शिमला।हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के बनखंडी में प्रदेश का सबसे बड़ा चिड़ियाघर बनाया जा रहा है। इसको लेकर केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने पहले ही मंजूरी दे दी है। सभी प्रक्रिया को जल्द पूरा कर काम शुरू हो जाएगा। प्रदेश में पर्यटन की दृष्टि से चिड़ियाघर की स्थापना एक महत्त्वपूर्ण कदम साबित होगा।
यह जानकारी मंगलवार को शिमला में वन विभाग के अतिरिक्त मुख्य अरण्यपाल वन्य प्राणी विंग अनिल ठाकुर ने वन्य प्राणी सप्ताह के दौरान मीडिया वर्कशॉप के दौरान दी।
अनिल ठाकुर ने बताया कि मीडिया वर्कशॉप के द्वारा मीडिया कर्मियों को सेंसेटाइज किया जा रहा है, ताकि जो भी खबरें अखबारों और टीवी के माध्यम से लोग देखते हैं, उनसे लोग वन्य प्राणियों के प्रति जागरूक और संवेदनशील हो सकें। उन्होंने बताया कि कांगड़ा के बनखंडी में चिड़ियाघर अगले तीन वर्ष में बनकर तैयार हो जाएगा। इसके लिए सारी प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
बता दें कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने बजट भाषण में कांगड़ा जिले को पर्यटन राजधानी बनाने की घोषणा के साथ ही 300 करोड़ रुपये से बनखंडी में चिड़ियाघर (वृहद जूलॉजिकल पार्क) के निर्माण की बात कही थी।
जूलॉजिकल पार्क के निर्माण का कार्य तीन चरण में किया जाएगा। इसमें पहले चरण में 60 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। पार्क करीब 200 हेक्टेयर भूमि पर बनना प्रस्तावित है।