शिमला। नवरात्र के अंतिम दिन यानी महानवमी के अवसर पर हिमाचल के शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं की खासी भीड़ उमड़ी। राजधानी शिमला के मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखने को मिली। आज दुर्गा मां के सिद्धिदात्री रूप की पूजा अर्चना की गई। शिमला के कालीबाड़ी मंदिर में भी लोगों ने शीश नवाया और मनोकामना मांगी।
शिमला कालीबाड़ी मंदिर के पुजारी मुक्ति चक्रवती ने बताया कि आज मां के सिद्धि दात्री रूप की पूजा अर्चना की गई। लोगों ने अपनी मनोकामना मांगी और सिद्धी का आशीर्वाद मांगा।
कालीबाड़ी में मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित की है, जिसकी कल विदाई होगी और आईटीबीपी तारादेवी के तालाब में मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा। इसके अलावा विश्व में शांति व्यवस्था कायम हो और कई देशों के बीच चल रहे तनाव व युद्ध को विराम मिले इस तरह की कामना मां से की गई है।
ज्वालाजी। शारदीय नवरात्र के आठवें दिन यानी आज दुर्गा अष्टमी है। आज के दिन मां महागौरी की पूजा-अर्चना की जाती है। दुर्गा अष्टमी पर माता के भक्त व्रत भी रखते हैं। दुर्गा अष्टमी पर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
ज्वालामुखी मंदिर में सुबह मां महागौरी की पूजा की गई। इसके साथ ही कन्या पूजन और हवन यज्ञ भी किए जा रहे हैं। ज्वालामुखी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए कपाट 24 घंटे खुले रखे जा रहे हैं। मंदर के कपाट केवल आरती के दौरान ही बंद किए जा रहे हैं।
मंदिर में सुबह से ही लंबी कतारें लगनी शुरू हो गईं। श्रद्धालु दूर-दूर से मां ज्वाला के दरबार में मनोकामनाएं लेकर पहुंच रहे हैं। मंदिर हर बार की तरह बेहद खूबसूरत सजाया गया है।
शारदीय नवरात्र के अवसर पर 15 अक्टूबर से 22 अक्टूबर अब तक 8.93 लाख से अधिक श्रद्धालु हिमाचल के शक्तिपीठों में दर्शन कर चुके हैं। साथ ही 69.2 हजार से ज्यादा वाहनों की आवाजाही दर्ज की गई है।
मां ज्वाला के मंदिर में 76.3 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका और 4.9 हजार वाहनों की आवाजाही रिकॉर्ड की गई है।
शिमला। शारदीय नवरात्र के अवसर पर 15 अक्टूबर से 22 अक्टूबर अब तक 8.93 लाख से अधिक श्रद्धालु हिमाचल के शक्तिपीठों में दर्शन कर चुके हैं। साथ ही 69.2 हजार से ज्यादा वाहनों की आवाजाही दर्ज की गई है।
हिमाचल पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 12 से 22 अक्टूबर अब तक मां चिंतपूर्णी मंदिर में 1 लाख 14 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका और 2.3 हजार वाहनों की आवाजाही दर्ज की गई।
श्री नैनादेवी जी मंदिर में 2.65 लाख श्रद्धालु पहुंचे। साथ ही 16.9 हजार वाहनों की आवाजाही दर्ज की गई। मां ज्वाला जी मंदिर में 76.3 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका और 4.9 हजार वाहनों की आवाजाही रिकॉर्ड की गई। मां बज्रेश्वरी मंदिर कांगड़ा में 83 हजार श्रद्धालुओं ने मां के दर शीश नवाया और 5.2 हजार वागनों की आवाजाही रही।
माता बगलामुखी जी मंदिर में 12.7 हजार श्रद्धालु पहुंचे और 961 वाहनों की आवाजाही दर्ज की गई। मां चामुंडा मंदिर में 73.9 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका और 3 हजार वाहनों की आवाजाही रिकॉर्ड की गई।
माता बालासुंदरी मंदिर जिला सिरमौर में 2.15 लाख श्रद्धालु पहुंचे और 27.5 हजार वाहनों की आवाजाही दर्ज की गई। मां तारा देवी मंदिर शिमला में 6 हजार, हाटकोटी दुर्गा माता मंदिर में 19.9 और मां कालीबाड़ी मंदिर में 17.7 हजार श्रद्धालु पहुंचे।