पवित्र गुफा की पौड़ियों और प्लेटफार्म का कार्य जारी
हमीरपुर। डीसी हमीरपुर एवं बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास के आयुक्त हेमराज बैरवा ने कहा है कि उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बाबा बालक नाथ मंदिर में पवित्र गुफा की पौड़ियों और प्लेटफार्म को चौड़ा करने का कार्य तेजी से करवाया जा रहा है। यह कार्य पूरा होने के बाद बाबा के भक्त आसानी से गुफा के दर्शन कर सकेंगे और उन्हें ज्यादा देर तक लाइनों में इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
मंदिर न्यास के कर्मचारियों के एक प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के दौरान जिलाधीश ने बताया कि यह कार्य पूरा होने के बाद गुफा का रास्ता चौड़ा हो जाएगा और प्लेटफार्म पर भी श्रद्धालुओं के लिए अतिरिक्त स्थान की व्यवस्था हो जाएगी।
इसके अतिरिक्त एडीबी के प्रोजेक्ट को मंजूरी के मिलने के बाद बाबा बालक नाथ मंदिर परिसर की कायाकल्प के लिए एक बड़ी योजना पर भी कार्य शुरू होगा। इस अवसर पर न्यास के कर्मचारियों ने उनसे संबंधित विभिन्न मुद्दों के समाधान के लिए डीसी हेमराज बैरवा का आभार व्यक्त किया तथा उन्हें कर्मचारी संगठन की ओर से सम्मानित भी किया।
बड़सर। प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बाबा बालक नाथ मंदिर में 14 मार्च से 13 अप्रैल तक चल रहे चैत्र मास मेलों के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। इसी कड़ी में एक आदेश जारी करते हुए बड़सर के एसडीएम शशि पाल शर्मा ने बड़सर उपमंडल में मेलों की अवधि के दौरान यानी 14 मार्च से 13 अप्रैल तक किसी भी तरह के हथियार लेकर चलने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। उन्होंने बताया कि मेला डयूटी पर तैनात अधिकारियों-कर्मचारियों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा।
एक अन्य आदेश जारी करते हुए एसडीएम ने मंदिर परिसर, लंगर परिसर और न्यास कैंटीन नंबर एक से कैंटीन नंबर 2 तक के क्षेत्र में ढोल-नगाड़ों, बैंड-बाजे और लाउड स्पीकर इत्यादि पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है।
उन्होंने बताया कि मंदिर अधिकारी की अनुमति के बगैर निजी लंगरों पर भी पाबंदी रहेगी। एसडीएम ने बताया कि इन आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
हमीरपुर। उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में चैत्र मास मेले मंगलवार से आरंभ हो गए। हमीरपुर की डीसी एवं बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास की आयुक्त देबश्वेता बनिक ने मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना, हवन और झंडा रस्म के साथ चैत्र मास मेलों का शुभारंभ किया।
डीसी ने एसपी डॉ. आकृति शर्मा, एसडीएम बड़सर एवं बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष शशिपाल शर्मा, पूर्व विधायक मनजीत डोगरा, मंदिर के महंत राजेंद्र गिरि और अन्य गणमान्य लोगों के साथ मंदिर में पूजा-अर्चना और हवन किया तथा उसके बाद झंडा रस्म में भाग लिया। एक माह तक चलने वाले इन मेलों के शुभारंभ अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।
झंडा रस्म और अन्य परंपराओं के निर्वहन के बाद डीसी ने मंदिर परिसर में विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा मेलों के संचालन के संबंध में अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए।
देबश्वेता बनिक ने बताया कि चैत्र मास मेलों के दौरान बाबा बालक नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। इस दौरान मंदिर को 24 घंटे खुला रखने का निर्णय लिया गया है। मंदिर परिसर में सुरक्षा, सफाई व्यवस्था, बिजली-पानी, चिकित्सा, लंगर, पार्किंग और अन्य सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं।
दियोटसिद्ध के आस-पास की सभी सड़कों पर यातायात सुचारू बनाए रखने के लिए भी पर्याप्त संख्या में पुलिस और होमगार्डस जवानों की तैनाती की गई है। इस अवसर पर डीसी ने श्रद्धालुओं से भी बातचीत की और मंदिर परिसर में उपलब्ध करवाई जा रही विभिन्न सुविधाओं के संबंध में फीडबैक भी लिया।
डिप्टी सीएम ने अधिकारियों को संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए
शिमला।डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने अधिकारियों को माता चिंतपूर्णी मंदिर और बाबा बालक नाथ जी मंदिर के लिए रोपवे विकसित करने की संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए। यह निर्देश डिप्टी सीएम ने रोपवे एवं त्वरित परिवहन विकास निगम (आरटीडीसी) के कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए।
डिप्टी सीएम ने निगम द्वारा कार्यान्वित की जा रही सभी परियोजनाओं और गतिविधियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि रोपवे परिवहन का एक पर्यावरण हितैषी साधन है। इसके माध्यम से हिमालयी क्षेत्रों में यात्रा की दूरी को पर्याप्त रूप से कम होती है, क्योंकि पहाड़ी इलाकों में एक किलोमीटर रोपवे लगभग 5-6 किलोमीटर सड़क दूरी के बराबर होता है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की पर्यावरण के अनुकूल, स्वच्छ और हरित परिवहन के इस साधन को बड़े पैमाने पर लागू करने की योजना है। इसके माध्यम से शहरों में भीड़-भाड़ को कम करने, छूटे हुए कस्बों में परिवहन सुविधा और पर्यटन की क्षमता को बढ़ावा प्रदान किया जाएगा। आरटीडीसी ने शिमला में इस परियोजना के लिए जमीनी स्तर पर कार्य शुरू कर दिया है।
डिप्टी सीएम ने आरटीडीसी को अगले पांच वर्षों में इस परियोजना का सुचारू रूप से संचालन शुरू करने के निर्देश दिए। इस रोपवे परियोजना में 1546.40 करोड़ रुपये की लागत के साथ 15 स्टेशनों को जोड़ने वाले 14.69 किलोमीटर रोपवे का नेटवर्क होगा। यह शहरी रोपवे परियोजना विश्व की अपनी तरह की दूसरी और भारत में पहली परियोजना होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार धर्मशाला और मनाली के लिए इसी तरह की शहरी रोपवे परियोजनाओं को विकसित करने की योजना बना रही है।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने आरटीडीसी को राज्य में ग्रामीण अधोसंरचना विकास निधि के तहत रोपवे विकास के लिए नाबार्ड के दिशा-निर्देशों को तत्काल स्वीकृति के लिए मंत्रिमंडल की बैठक में लाने के निर्देश दिए ताकि 329 असंबद्ध बस्तियों (250 से जनसंख्या से अधिक) को संपर्क सुविधा प्रदान करने के लिए समग्र रोपवे का निर्माण करने के साथ-साथ कृषि और बागवानी उत्पादों की ढुलाई नाबार्ड आरआईडीएफ के तहत बड़े पैमाने पर की जा सके।
उन्होंने आरटीडीसी को अगले पांच वर्षों में प्रत्येक जिले में कम से कम एक रोपवे विकसित करने के निर्देश दिए ताकि राज्य में संपर्क सुविधा बढ़ाकर रोजगार सृजन के साथ-साथ पर्यटन संभावनाओं को बढ़ावा मिल सके। बैठक में प्रधान सचिव परिवहन आरडी नजीम, आरटीडीसी के निदेशक अजय शर्मा, आरटीडीसी के मुख्य महाप्रबंधक रोहित ठाकुर और निगम के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।