शिमला। हिमाचल प्रदेश में 15 अगस्त यानी कल स्वंतत्रता दिवस के अवसर पर सिर्फ ध्वजारोहण किया जाएगा। इस दौरान किसी भी तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे। सरकार ने किसी भी तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम रद्द करने का फैसला लिया है।
श्री कालेश्वर महादेव मंदिर तक पहुंचा ब्यास का पानी, मंदिर परिसर जलमग्न
हिमाचल प्रदेश इस समय बड़ी आपदा से जूझ रहा है। प्रदेश में भारी तबाही मची है। कई लोगों ने जान गंवा दी है तो कई बेघर हुए हैं। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने सांस्कृतिक कार्यक्रम न करवाने का फैसला लिया है।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि यह समारोह केवल सेरेमोनियल होगें। उन्होंने कहा कि बारिश के कारण प्रदेश में जानमाल की भारी क्षति हुई है। प्रदेश सरकार आपदा की इस घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ है।
मुख्यमंत्री ने आज इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय शिमला का दौरा भी किया। शिमला शहर के विभिन्न स्थानों में भूस्खलन से घायल हुए लोगों का कुशलक्षेम पूछा और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
धर्मशाला : सकोह से गगल-कांगड़ा सड़क मार्ग भूस्खलन के कारण अवरुद्ध
कांगड़ा बाईपास मार्ग पर गिरी चट्टान, मटौर-शिमला एनएच बंद
ज्वालामुखी : ब्यास नदी उफान पर, चंबापत्तन से घलौर सड़क मार्ग अवरुद्ध
हिमाचल में फिर तबाही : शिमला-धर्मशाला हाईवे बंद, बिलासपुर में मकान और वाहन मलबे में दबे
पौंग झील का जलस्तर बढ़ा, छोड़ा जाएगा पानी-जलाशय से रहें दूर
नूरपुर : रात को कार रोककर चालक के साथ की मारपीट, सुबह लगा दी आग
सुंदरनगर बस हादसा : डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने चालक से वीडियो कॉल पर जाना हाल
तीसा हादसा : कांगड़ा और चंबा के 6 जवानों को अंतिम विदाई
कांगड़ा जिला में भारी बारिश को लेकर अलर्ट, बढ़ा ब्यास नदी का जलस्तर
तीसा हादसा : कैसे बची गाड़ी में सवार चार लोगों की जान, जानने को पढ़ें खबर
तीसा हादसा : जांच के लिए कमेटी गठित, सात दिन के भीतर देगी रिपोर्ट