Categories
Top News Himachal Latest KHAS KHABAR Shimla State News

जयराम ठाकुर ने महिला सम्मान निधि पर उठाए सवाल, सीएम सुक्खू से पूछा सवाल

बोले-महिलाओं से छल कर रही सरकार
शिमला। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार महिलाओं से छल कर रही है, जिस तरह से विधानसभा चुनाव के समय प्रदेश की माताओं-बहनों से महिला सम्मान निधि के नाम पर फॉर्म भरवाए गए, उसी प्रकार इस बार के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस सरकार महिलाओं से सम्मान निधि के नाम पर फिर से फॉर्म भरवा रही है।
कांग्रेस सरकार पूरी तरह बेनकाब हो गई है। अब प्रदेश के लोग इनके झांसे में नहीं आने वाले हैं। प्रदेश के लोग लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस की कारगुजारियों का करारा जवाब देंगे।
मंडी में मुख्यमंत्री सुक्खू ने जनक्रांति को भरी हुंकार, भाजपा और बागियों पर भी वार
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा महिला सम्मान निधि के जो फॉर्म भरवाए गए थे, उन फॉर्म का क्या हुआ। चुनाव आते ही कांग्रेस को महिला सम्मान निधि की याद क्यों आती है।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि महिला सम्मान निधि के न तो नियम स्पष्ट हैं और न ही कोई अधिसूचना जारी हुई है। सबसे हैरानी की बात ये है कि दो हफ्ते पहले पारित बजट में भी इस योजना का कोई जिक्र नहीं है।
ऐसे में यह सवाल उठता है कि सरकार इस योजना को कैसे शुरू करेगी और कौन से लोग इस इस योजना के पात्र होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगभग 22 लाख महिलाएं ऐसी हैं, जिनकी उम्र 18 वर्ष से 60 वर्ष के बीच है और कांग्रेस की गारंटी के अनुसार पात्र हैं।
कांग्रेस के सभी नेताओं ने साफ तौर पर कहा था कि प्रदेश की 18-60 वर्ष के बीच की सभी महिलाओं को बिना किसी शर्त महिला सम्मान निधि दी जाएगी, लेकिन मुख्यमंत्री ने हाल में जो घोषणा की है, वह अपने आप में विरोधाभासी है।
वह कहते हैं 5 लाख महिलाओं को यह राशि मिलेंगे, जिस पर 800 करोड़ रुपए खर्च होंगे, जबकि गारंटी के अनुसार इस योजना पर 4 हजार करोड़ से ज़्यादा की धनराशि खर्च होगी।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की इस चुनावी गारंटी में एक भी महिला को यह सम्मान राशि अब तक नहीं मिली है, लेकिन प्रदेश के हर प्रमुख स्थानों पर इस योजना के पोस्टर दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इस योजना के तहत माताओं बहनों को योजना का लाभ देने की बजाय सरकार इस योजना के प्रचार-प्रसार पर ही पैसे खर्च कर रही है।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। डॉक्टर सामूहिक हड़ताल पर हैं। अन्य सामान्य ऑपरेशन बंद हो गए हैं। लोगों को इलाज नहीं मिल रहा है और दर-दर भटकने को मजबूर हो रहे हैं।
हिमाचल में इस दिन से बिगड़ सकता है मौसम, चार दिन येलो अलर्ट जारी

पालमपुर से अंब दौड़ी वंदे भारत बस,  प्रति सीट 600 रुपए किराया तय 

 

हिमाचल में एक्साइज इंस्पेक्टर सहित इन पदों पर निकली भर्ती- करें आवेदन

दिल्ली में केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मिले हर्ष महाजन, पढ़ें खबर 

हिमाचल कैबिनेट बैठक : महिलाओं को 1500 रुपए देने की योजना पर लगी मुहर

 

लोक सेवा आयोग ने HAS और HPS का रिजल्ट निकाला- जानें डिटेल 

जूनियर क्लर्क भर्ती : दो चरणों में होगी परीक्षा, नहीं होगा इंटरव्यू

हिमाचल जल शक्ति विभाग में इन पदों पर निकली भर्ती, 29 तक करें आवेदन

कांगड़ा : बनखंडी में बस में सफर कर रही महिला के बैग से उड़ाए गहने, हरियाणा निवासी तीन धरे

मुख्यमंत्री की बड़ी घोषणा : हिमाचल की महिलाओं को नए वित्त वर्ष से मिलेगी 1500 रुपए पेंशन

हिमाचल और देश दुनिया से जुड़ी हर बड़ी अपडेट के लिए जुड़ें हमारे फेसबुक पेज से यहां करें क्लिक- https://www.facebook.com/ewn24
Categories
Top News Himachal Latest KHAS KHABAR Shimla State News

नेगी बोले-नशा मुक्त भांग की खेती से सरकार की बढ़ेगी आय, जयराम ने उठाए सवाल

कमेटी की रिपोर्ट विधानसभा सदन के पटल पर रखी

शिमला। हिमाचल प्रदेश में भांग की खेती को वैध करने की संभावनाएं तलाशने के लिए गठित कमेटी की रिपोर्ट कैबिनेट मंत्री जगत नेगी ने विधानसभा सदन पटल पर रखी। बजट सत्र में भांग की खेती को लीगल करने का मुद्दा सदन में उठा था, जिसके बाद सरकार ने पक्ष और विपक्ष के विधायकों की राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में पांच सदस्य कमेटी बनाने का सदन में ऐलान किया था।

हिमाचल में भांग की खेती को वैध करने का मामला, सदन में रखी कमेटी की रिपोर्ट

सुंदर ठाकुर, हंस राज, जनक राज, सुरेंद्र शौरी व पूर्ण चंद कमेटी के सदस्य हैं। कमेटी ने राज्य के सभी जिलों का दौरा कर पंचायत स्तर से जनप्रतिनिधियों के सुझाव लिए और तीन राज्यों मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर का दौरा कर भांग की खेती को औषधीय और औद्योगिक रूप में अपनाने की बारीकियां की जानकारी ली गई है। अब सदन में रिपोर्ट लाकर हिमाचल सरकार ने भांग की खेती को लीगल करने की पूरी तैयारी कर ली है।

बिंदल बोले- PWD के बड़े अधिकारी पर पानी फेंकने के मामले ने खोली सरकार की पोल

 

जगत सिंह नेगी ने कहा कि पड़ोसी राज्य उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों में नशा मुक्त भांग की खेती लीगल है। NDPS एक्ट में भी भांग की खेती पर राज्यों को लीगल करने का अधिकार दिया गया है। भांग की खेती से प्रदेश की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने में मदद मिल सकती है, लेकिन इससे नशे को बढ़ावा देने की प्रवृत्ति न हो।

मानसून सत्र : 3 साल में कांगड़ा जिला से एक सरकारी कार्यालय स्थानांतरित, 36 किए बंद

 

जगत सिंह नेगी ने कहा कि नशा मुक्त भांग की खेती को हिमाचल प्रदेश में लीगल करने से सरकार की आय में भी वृद्धि होगी और कानून में भी इसका प्रावधान है। सरकार जल्द हिमाचल में भांग की खेती को लीगल कर सकती हैं। भांग की खेती में नशे की मात्रा 0.3 ही होगी। सरकार पूरा चेक रखेगी की भांग की खेती का नशे में प्रयोग न हो।

हिमाचल मानसून सत्र : आउटसोर्स कर्मियों के मुद्दे पर तपा सदन-विपक्ष की नारेबाजी-वॉकआउट किया

 

दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने हिमाचल में भांग की खेती लीगल करने पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि एक तरफ पुलिस भांग की खेती को उखाड़ रही है तो दूसरी तरफ भांग की खेती को लीगल कर रही है। सरकार नशा मुक्त भांग की खेती करने की बात कह रही है, लेकिन ये कैसे हो पाएगा, इस पर सवाल है। दूसरे राज्यों में क्या परिणाम रहे हैं, उस पर जानकारी के अलावा जन भावना का भी ध्यान रखना होगा।

कांगड़ा के नूरपुर निवासी रेलवे कर्मी का लुधियाना में मर्डर, मिली थी पिता की नौकरी

 

हिमाचल : एक हफ्ते में निकलेगा वेटरनरी फार्मासिस्ट सहित इन पोस्ट कोड का रिजल्ट

 

पठानकोट-मंडी नेशनल हाईवे पर स्थित चक्की पुल को लेकर बड़ी अपडेट

 

हिमाचल मानसून सत्र : करुणामूलक आधार पर नौकरी को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू की बड़ी बात

 

बथाऊधार-राजगढ़ HRTC बस पनेली के पास हुई खराब, अंधेरे में परेशान हुए यात्री

 

HRTC के लिए घाटे का सौदा रहीं करोड़ों खर्च कर खरीदीं JNNURM की बसें

 

चिंतपूर्णी-मुबारकपुर रोड पर लैंडस्लाइड : गाड़ी पर गिरे पत्थर, देखते ही देखते भड़की आग
Categories
Politics TRENDING NEWS Top News Himachal Latest Shimla State News

हिमाचल सेब बागवान एक लाख रुपए जुर्माना मामला, सुरेश कश्यप ने उठाए सवाल

सरकार को सेब विरोधी दिया करार

शिमला। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि कांग्रेस सरकार सेब विरोधी सरकार है। उन्होंने कहा कि एक जगह सेब बागवान परेशान हैं और सरकार इनको और ज्यादा परेशान करने का काम कर रही है, जिस सेब बागवान ने अपने खराब सेब अस्थाई नाले में परवाह करने का कार्य किया, इस नकारात्मक सरकार ने उस बागवान को राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के माध्यम से एक लाख का जुर्माना लगा दिया।

किन्नौर : NH-05 तीन दिन से बंद, बहाली कार्य में तेजी के लिए ROC मशीनें मंगवाई

उन्होंने कहा कि सरकार स्पष्ट करे, सेब में ऐसे कौन से केमिकल होते हैं, जिसके कारण प्रदूषण फैलने का खतरा होता है। अगर तुलना की जाए तो अनेकों प्रकार के खाद्य पदार्थ हैं, जो खराब होने के बाद जगह-जगह फेंके जाते हैं, तो क्या उनको भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा इसी प्रकार के जुर्माना लगाया जाता है। अगर यही मापदंड है तो सरकार के अनेकों उपक्रम भी इस दायरे में आते हैं, जिनको इस प्रकार की भारी पेनल्टी भरनी चाहिए।

नूरपुर में देह व्यापार के धंधे का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार- महिला रेस्क्यू

 

उन्होंने कहा कि मौसम की मार से हिमाचल की 6,000 करोड़ की सेब आर्थिकी पर संकट गहरा गया है। बगीचों में पेड़ों से पत्ते झड़ गए हैं, जिसके चलते बागवानों को समय से पहले फसल तोड़नी पड़ रही है। आकार और रंग न सुधरने के कारण बागवानों को मंडियों में फसल के उचित दाम नहीं मिल रहे हैं।

दिल्ली में G-20 सम्मेलन, शिमला में बढ़ी पर्यटकों की आमद-कारोबारी खुश

 

हिमाचल में करीब साढ़े तीन लाख परिवार सेब आर्थिकी से जुड़े हैं। प्रदेश में 7,000 फीट से अधिक ऊंचाई वाले बगीचों में सेब की फसल बुरी तरह प्रभावित हुई है। 15 सितंबर के बाद जहां फसल टूटनी थी, वहां क्वालिटी न बनने के कारण बागवानों को निर्धारित समय से करीब दो हफ्ते पहले फसल तोड़नी पड़ रही है। इस साल सीजन की शुरूआत से ही सेब की फसल मौसम की मार से प्रभावित है।

सर्दियों में बर्फबारी कम होने के बाद असमय भारी बारिश से सेब की फसल को नुकसान हुआ है। इस साल प्रदेश में सामान्य के मुकाबले करीब 35 फीसदी ही फसल है। उस पर बीमारियों ने बागवानों की कमर तोड़ दी है।

लोकतंत्र के पर्दे के पीछे अलोकतांत्रिक मानसिकता

कश्यप का कहना है कि मौसम की मार से सेब की फसल को भारी नुकसान हुआ है। प्रदेश के लाखों लोगों की आर्थिकी संकट में आ गई है। सेब उत्पादन की लागत लगातार बढ़ रही है और पैदावार घट रही है। सरकार को समय रहते गंभीर और प्रभावशाली कदम उठाने होंगे।

जी-20 सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संग कुछ ऐसे मिले मुख्यमंत्री सुक्खू

दिल्ली जाने और हिमाचल आने वाले यात्री ध्यान दें, HRTC बसों को लेकर बड़ी अपडेट 

हिमाचल के इन किसानों को झटका, KCC ब्याज माफी मामले में नहीं मिली राहत

एल्बम टिकट मामला : HRTC प्रबंधन ने मानी गलती, यात्री को वापस दिया जाएगा पैसा

 

जरा दें ध्यान-देरी से पहुंचेगा आपका पार्सल, उत्तर रेलवे ने लेन देन में लगाई रोक 

 

किन्नौर : NH-5 अभी भी बंद, निगुलसरी के पास हटाया जा रहा मलबा, मार्ग बहाली का काम जारी

ऊना : सिक्योरिटी गार्ड एवं सुपरवाइजर के 100 पदों पर भर्ती, 19 हजार तक वेतन

एल्बम टिकट मामला : HRTC प्रबंधन ने मानी गलती, यात्री को वापस दिया जाएगा पैसा

 

हिमाचल : सेब नाले में बहाने का मामला, नरेश चौहान बोले-नियमों के तहत हुई कार्रवाई 

 

हिमाचल और देश दुनिया से जुड़ी हर बड़ी अपडेट के लिए जुड़ें EWN24 NEWS की वेबसाइट https://ewn24.in/ फेसबुक https://www.facebook.com/ewn24 और यूट्यूब https://www.youtube.com/@ewn24news/videos के साथ
Categories
TRENDING NEWS Top News Himachal Latest Shimla State News

शिमला में डॉग एडॉप्शन योजना पर उठे सवाल, दहशत बरकरार

कुत्तों से परेशान जनता, नगर निगम निजात दिलाने में विफल
शिमला।  हिमाचल की राजधानी शिमला में बंदरों और कुत्तों की समस्या जस की तस बनी हुई है। शहर के हर वार्ड में समस्या है। लोग इससे काफी परेशान हैं। आवारा कुत्तों की समस्या लगातार बढ़ने से दहशत भी बढ़ गई है। रात के समय ये मामले बढ़ जाते हैं। हालांकि, कुत्तों की समस्या से निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने डॉग एडॉप्शन योजना शुरू की है, जिसके तहत निगम आवारा कुत्तों को गोद लेने पर पार्किंग और गारबेज फीस की फ्री सेवा देता है। अब तक इस योजना के तहत करीब 150 लोग फायदा उठा चुके हैं। फिर भी समस्या जैसे पहले थी वैसे ही है। ऐसे में डॉग एडॉप्शन योजना पर भी सवाल उठ रहे हैं।
शिमला से कुल्लू-धर्मशाला नई फ्लाइट, शेड्यूल और किराया तय-जानिए
कई बार प्रशासन के समक्ष जनता गुहार लगा चुकी है, लेकिन कुत्तों के आतंक से कोई निजात नहीं मिल पाई है। राजधानी पर्यटन की दृष्टि से एक अलग महत्व रखती है, लेकिन शहर के ऐतिहासिक क्षेत्रों में बेसहारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है। राजधानी के जिला अस्पताल दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल की अगर बात करें तो अकेले इस अस्पताल में पिछले 4 महीनों में 439 कुत्तों के काटने के मामले आए हैं।
संडे स्पेशल: नूरपुर सिविल अस्पताल की बड़ी उपलब्धि, जरूर पढ़ें खबर
अस्पताल के एमएस (MS) डॉ. लोकेन्द्र शर्मा ने बताया कि जानवरों के काटने में कोई कमी नहीं आई है, जो आंकड़ा पुराना है, उससे अधिक मामले आ रहे हैं। इसके अलावा नगर निगम की डॉग एडॉप्शन योजना के बाद भी इसमें कोई कमी नहीं आई है। उन्होंने बताया अकेले इसी अस्पताल में हर माह सैकड़ों मरीज जानवरों के काटने के पहुंचते हैं, जिन्हें एंटी रेबीज का टीका लगाकर वापस घर भेजा जाता है। इसके अलावा अस्पताल में रोजाना आठ से दस मामले आते हैं, जिनका मुफ्त में उपचार किया जाता है।
बंदरों और कुत्तों का आतंक शहर में इस कद्र बढ़ गया है कि माल और रिज में कुछ भी खाने पीने की चीज़ों को पर्यटकों और स्थानीय लोगों से छीन कर आसानी से भाग जाते हैं। नगर निगम शिमला ने आवारा कुत्तों से निजात पाने के लिए शिमला में डॉग एडॉप्शन योजना शुरू की है, जिसके तहत निगम आवारा कुत्तों को गोद लेने पर पार्किंग और गारबेज फीस की फ्री सेवा देता है। अब तक इस योजना के तहत करीब 150 लोग फायदा उठा चुके हैं, लेकिन शहर में समस्या अभी भी जस की तस बनी हुई है।
शिमला नगर निगम की  डॉग एडॉप्शन योजना के बाद भी शहर के सभी वार्डों में नवजात कुतों से लेकर बड़े आवारा कुत्तों की संख्या पर कोई लगाम नहीं लग पाई है, जिससे अब निगम की डॉग एडॉप्शन योजना पर भी सवाल उठने लगे हैं कि क्या निगम ने अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए यह योजना शुरू की है या फिर वाक्य ही शहर में आवारा कुत्तों की बढती संख्या पर लगाम लगी है, लेकिन शहर में नवजात कुत्तों और आवारा कुत्तों को देखते हुए प्रशासन के दावे खोखले साबित होते दिखाई दे रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर में ऐसी कोई भी जगह नहीं है, जहां पर कुत्ते नहीं हैं। सुबह के समय बच्चों को अकेले स्कूल भेजना खतरे से खाली नहीं है। बच्चों पर कुत्ते हमला कर देते हैं। इन कुत्तों के लिए कोई न कोई नीति बनाई जानी चाहिए, ताकि लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े। कुत्ते के काटने का सबसे ज्यादा खतरा महिलाओं और बच्चों को होता है ये ज्यादातर बच्चों पर ही हमला करते हैं। इसके बावजूद प्रशासन इस समस्या के प्रति गंभीर नहीं है।

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें