कांगड़ा। हिमाचल के कांगड़ा जिला के कांगड़ा शहर के साथ लगते टांडा में शिव मंदिर के पास बुधवार को पुलिस ने एक बैग से 5000 नशे की गोलियां, तीन देसी कट्टे, 40 कारतूस, एक मैगजीन और दो चाकू बरामद किए हैं।
जानकारी के अनुसार बुधवार दोपहर को पुलिस टीम गश्त पर थी। इस दौरान सड़क किनारे एक लावारिस बैग दिखाई दिया। पुलिस ने शक के आधार पर बैग को खोला तो उसमें से 5000 नशे की गोलियां, तीन देसी कट्टे 40 कारतूस, एक मैगजीन और दो चाकू बरामद किए हैं।
फिलहाल मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस जांच कर रही है कि ये बैग किसका है, किसने, कब और कैसे यहां रखा। डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस ने हथियारों तथा नशीली दवाइयों को कब्जे में ले लिया है। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।
मुख्यमंत्री मौके पर पहुंचे, HPU के प्रोफेसरों के दबने की भी आशंका
शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में आज सुबह बड़ा हादसा हुआ है। सावन के अंतिम सोमवार के दिन लोग समरहिल में शिव बावड़ी के पास शिव मंदिर में भोलेनाथ के दर्शनों और पूजा-अर्चना के लिए आए थे।
यहां भारी बारिश के चलते अचानक भूस्खलन हुआ और ये मंदिर भी उसकी चपेट में आ गया। करीब 20 से 25 लोग मलबे में दब गए। अभी तक करीब पांच शव मौके से निकाले गए हैं। इनमें तीन बच्चे एक महिला और एक पुरुष है। बाकियों की तलाश जारी है।
भूस्खलन की सूचना मिलने के बाद पुलिस स्टेशन बालूगंज और पुलिस चौकी समरहिल से पुलिस टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। पर बार-बार भूस्खलन होने के चलते इसमें मुश्किल हो रही है। अभी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी मौके पर पहुंचे हैं और स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
बताया जा रहा है की हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) के कई प्रोफ़ेसर भी इस मंदिर में हुए भूस्खलन में दब गए हैं। ये आईटी विभाग, और मैथेमेटिक्स के प्रोफेसर बताए जा रहे हैं।
लोग यही दुआ कर रहे हैं कि सभी सही सलामत निकल जाएं। फिलहाल एचपीयू के कर्मचारी व शिक्षक लापता हुए अपने साथियों को तलाशने के लिए उनसे संपर्क करने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
दरअसल समरहिल और बालूगंज के समीप शिव बावड़ी के साथ जिस शिव मंदिर में मलबा गिरा है वह HPU के नज़दीक है। शिव बावड़ी के इस क्षेत्र में ज्यादातर HPU के छात्र और टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ रहता है।
शिमला। हिमाचल में बारिश कहर बरपा रही है। सोमवार की सुबह होते ही जान और माल के नुकसान की खबरें आ रही हैं। शिमला में भी स्थिति काफी खराब है। बारिश के चलते लैंडस्लाइड होने से समरहिल में शिव बावड़ी के पास शिव मंदिर मलबे में दब गया। बताया जा रहा है कि 20-25 लोग भूस्खलन की चपेट में आए हैं।
क्योंकि सावन का सोमवार होने के चलते लोग मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचे थे। सूचना मिलने के बाद पुलिस स्टेशन बालूगंज और पुलिस चौकी समरहिल से पुलिस टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। पर बार-बार भूस्खलन होने के चलते इसमें मुश्किल हो रही है। अभी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
बताया जा रहा है की हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) के कई प्रोफ़ेसर भी इस मंदिर में हुए भूस्खलन में दब गए हैं। ये आईटी विभाग और मैथेमेटिक्स के प्रोफेसर बताए जा रहे हैं। लोग यही दुआ कर रहे हैं कि सभी सही सलामत निकल जाएं।
फिलहाल एचपीयू के कर्मचारी व शिक्षक लापता हुए अपने साथियों को तलाशने के लिए उनसे संपर्क करने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
दरअसल समरहिल और बालूगंज के समीप शिव बावड़ी के साथ जिस शिव मंदिर में मलबा गिरा है वह HPU के नज़दीक है। शिव बावड़ी के इस क्षेत्र में ज्यादातर HPU के छात्र और टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ रहता है।
दूसरी तरफ, शिमला के फागली में भी लैंडस्लाइड हुआ है। कुछ घर मलबे में दबे हैं। कुछ लोग भी मलबे के चलते फंसे हैं, जिन्हें निकाला जा रहा है।
वहीं, सोलन जिला में कंडाघाट उपमंडल की ममलीग उप-तहसील के जडौण गांव में देर रात डेढ़ बजे बादल फटा है। बादल फटने के कारण आई बाढ़ में दो घर और एक गौशाला बही गई। इस आपदा में बच्ची समेत सात लोगों की मौत हो गई है। अभी तक चार शवों को निकाला गया है। अन्य की तलाश जारी है। ये सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं।
जानकारी के अनुसार जडौण गांव में बादल फटने के बाद भारी बाढ़ आई और दो घरों को बहा ले गई। इस घटना में सात लोगों की मौत हो गई। परिवार के दो सदस्यों रितु राम और कमलेश को रेस्क्यू किया गया है। बाकियों की जान नहीं बचाई जा सकी।
पंचायत सायरी के जडौण गांव में रति राम व इसके बेटे हरनाम के दो मकान भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गए जिसमे हरनाम का मकान पूरी तरह से नष्ट हो गया है। घर में 4 व्यक्ति थे तथा रति राम के मकान में 9 व्यक्ति थे जिसमें से दो को जिन्दा व चार के शव गांव वाले व पुलिस की मदद से निकाले जा चुके हैं। बाकियों की तलाश जारी है।
मौके तक पहुंचने के लिए चारों तरफ से रोड़ बंद है तथा लोक निर्माण विभाग द्वारा रोड खोलने तथा स्थानीय ग्राम पंचायत उप-प्रधान द्वारा अपनी जेसीबी लगाकर रोड खोलने का कार्य शुरू कर दिया है।
ग्राम पंचायत जड़ाना के अंतर्गत ईश्वर सिंह का मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया है जिसके सदस्य सुरक्षित घर से बाहर निकल गए हैं। बताया जा रहा है कि जहां यह बादल फटा है, वहां पर दोनों तरफ से सड़क टूट गई है और इस कारण रेस्क्यू टीम को घटना स्थल पर पहुंचने में परेशानी हो रही है।
हालांकि, रेस्क्यू दल पैदल घटनास्थल पर पहुंचा है और मलबे से चार शव निकाले हैं। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग की तरफ से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, सोलन जिले के परवाणू के पास चक्की मोड पर लैंडस्लाइड के चलते इस चंडीगढ़ कालका-शिमला हाईवे को बंद किया गया है। यहां पर लगातार लैंडस्लाइड हो रहा है।
महाशिवरात्रि पर भोले के दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालु
कांगड़ा। हिमाचल में आज शनिवार को महाशिवरात्रि का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बार महाशिवरात्रि शनिवार को आने के चलते इसका विशेष महत्व है। सुबह से ही शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मंदिरों में लंबी-लंबी कतारें देखी गईं। ऐतिहासिक शिव मंदिर बैजनाथ में महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देख गईं। आज बैजनाथ में राज्यस्तरीय शिवरात्रि महोत्सव का आगाज भी होना है।
बता दें कि भारत में निर्मित उत्कृष्ट नागर शैली के मंदिरों की गणना में वैद्यनाथ मंदिर बैजनाथ भी एक है। इस मंदिर की निर्माण शैली, शिल्प के कुशल शिल्प का गहरा एहसास दिलाता है। शिल्पी के हुनर ने मंदिर के हस्तशिल्प को समृद्धता के शिखर तक पहुंचाया है। इस मंदिर के द्वारमंडप के सम्मुख प्रागंण में नंदी की विशालकाय प्रतिमा है। यहां मंदिर में हिन्दू देवताओं के भिन्न-भिन्न चित्र उत्कीर्ण हैं।
इस मंदिर की भीतरी दीवारों पर अंकित शिव, गणेश, नवग्रह, दशावतार, दस महाविद्याओं आदि का भव्य अलंकरण हुआ है। इसी प्रकार बाहरी दीवारों पर भी सनातन धर्म के प्रतीक देवी-देवताओं की मूर्तियों को बहुत ही संजीवता के साथ उकेरा गया है। शिल्पी का यह प्रस्तर शिल्प मंदिर की शोभा को चार चांद लगा देता है। चामुंडा धाम से लगभग 40 किलोमीटर दूर धर्मशाला मंडी मार्ग पर 9वीं शताब्दी में निर्मित नागर शैली का भगवान शिव को समर्पित बैजनाथ मंदिर स्थित है। बैजनाथ धाम को 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। बैजनाथ का प्राचीन नाम कीरग्राम था।
बैजनाथ। हिमाचल के कांगड़ा जिला के बैजनाथ में सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई है। वहीं, चार युवक घायल हुए हैं। इनमें दो की हालत गंभीर है। घायलों को मेडिकल कॉलेज टांडा में भर्ती किया गया है। हादसा बैजनाथ में चौबिन चौक के पास हुआ है।
बता दें कि नगरोटा बगवां के पांच युवक राजन कुमार, रोहित, राहुल, अभिनंदन और आशीष कार (HP 94 6378) में सवार होकर रविवार रात करीब 11 बजे बैजनाथ शिव मंदिर माथा टेकने आए थे। पर जब वह बैजनाथ पहुंचे तो मंदिर बंद था। उन्होंने बाहर से ही माथा टेका और वापस चल पड़े।
बैजनाथ के चौबिन चौक के पास चालक गाड़ी मुख्य सड़क से नियंत्रण खो बैठा और कार सड़क से अनियंत्रित होकर पपरोला रेलवे स्टेशन की तरफ जाती सड़क पर गिर गई। कार में सवार एक युवक जैसे तैसे गाड़ी से निकला और पास के घरों में रहने वाले लोगों से सहायता मांगी। लोगों ने मौके पर पहुंचकर बाकी युवकों को गाड़ी से बाहर निकाला।
इसके बाद पुलिस और 108 एंबुलेंस की सूचना दी। युवकों को सिविल अस्पताल ले जाया गया। सिविल अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को टांडा रेफर कर दिया। पर एक युवक राजन कुमार निवासी तंगरोटी की मौत हो गई। घायल युवकों में रोहित, राहुल, अभिनंदन और आशीष शामिल हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।