काजा। लाहौल-स्पीति जिला में शुक्रवार सुबह से ही मौसम खराब है। ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का दौर जारी है जिसके कारण लाहौल-स्पीति जिला में कई मार्ग बंद हो गए हैं। इन्ही मार्गों की जानकारी हम आपके लिए लाए हैं।
मनाली-सरचू NH-03 दारचा से सरचु और कोकसर से रोहतांग टॉप तक वाहनों की आवाजाही के लिए बर्फबारी के कारण बंद है।
बता दें कि 16 सितंबर 2023 से मौसमी पुलिस जांच चौकी सरचु से हटा दी गई है। पुलिस जांच चौकी दारचा में स्थित है। यात्रियों से आग्रह है कि दारचा से आगे ध्यानपूर्वक यात्रा करें।
समदो-काजा-ग्राम्फू NH-505 की बात करें तो ग्राम्फू से छतरू सड़क सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही के लिए बर्फबारी के कारण बंद है।
हालांकि दारचा-शिंकुला सड़क और संसारी-किलाड़-तिंदी-तांदी सड़क सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल है। लाहौल-स्पीति जिला पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि अनावश्यक तौर पर यात्रा न करें।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में मौसम ने करवट ले ली है। शुक्रवार सुबह से ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश का दौर शुरू हो गया है। लाहौल-स्पीति, मनाली, रोहतांग सहित अटल टनल में बर्फबारी हो रही है।
शिमला में भी हल्की बारिश हुई है और कहीं-कहीं धुंध भी छाई हुई है, वहीं कांगड़ा जिला सहित निचले इलाकों में सुबह से बारिश हो रही है। ताजा बर्फबारी और बारिश के चलते तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है।
बर्फबारी के कारण मनाली-लेह मार्ग के साथ ग्रांफू काजा और शिंकुला दर्रा भी यातायात के लिए बंद हो गया है।
मौसम को देखते हुए लेह प्रशासन ने वीरवार को ही मनाली आने वाले सभी वाहनों को उपसी में रोक दिया था जबकि आज मनाली से लेह जाने वाले वाहनों को लाहौल घाटी के दारचा में रोक दिया है। यानी दर्रों में वाहनों की आवाजाही अब मौसम पर निर्भर हो गई है।
लाहौल-स्पीति जिला के कोकसर, सिस्सू, गोंदला, पट्टन घाटी में दो से चार इंच और रोहतांग टनल, कुंजुम पास, बारालाचा में छः इंच ताजा हिमपात हुआ है।
अटल टनल रोहतांग के साउथ पोर्टल में भी बर्फबारी का दौर शुरू है। अटल टनल रोहतांग के नॉर्थ पोर्टल व साउथ पोर्टल में हिमपात होने से टनल की तरफ वाहनों की आवाजाही फिलहाल रोक दी है।
लाहौल-स्पीति सहित कुल्लू के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी बर्फबारी हो रही है। मनाली से लाहौल के लिए फोर व्हील ड्राइव वाहनों की आवाजाही सुचारू है लेकिन लेह मार्ग अभी बंद है। रोहतांग की ओर जाने वाले वाहनों को गुलाबा तक ही भेजा जा रहा है।
बर्फबारी से पर्यटन कारोबारियों के चेहरे खिल उठे हैं। पर्यटन कारोबारियों का कहना है कि सभी दर्रों में बिछी बर्फ की परत से मनाली के पर्यटन कारोबार को गति मिलेगी। हालांकि मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 10 नवंबर के बाद मौसम के साफ रहने का अनुमान है।
ताजा बर्फबारी के चलते तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। शिमला में भी हल्की बूंदाबांदी हुई है। ऊना में अधिकतम तापमान 29.0, कांगड़ा में 27.6, भुंतर में 26.4, मंडी में 26.3, धर्मशाला में 25.0, नाहन में 24.5, चंबा-सोलन में 24.1, शिमला में 19.2, मनाली में 17.4, कल्पा में 15.8 और केलांग में 12.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।
केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस 0.3, कल्पा में 1.6, मनाली में 4.4, शिमला में 9.6 और धर्मशाला में 12.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है।
मनाली। मैदानी इलाकों में प्रंचंड गर्मी के चलते लोग हिमाचल का रुख कर रहे हैं। मनाली से रोहतांग जाने वाले पर्यटकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। मनाली आने वाले पर्यटक बर्फ को देखने के लिए रोहतांग जाते हैं जिसके लिए उन्हें परमिट लेना होता है।
पर्यटकों को अब परमिट के टेंशन लेने की जरूरत नहीं है क्योंकि मनाली से आपको बिना परमिट रोहतांग लेकर जाएगी एचआरटीसी की इलेक्ट्रिक बस। जी हां, एचआरटीसी की इलेक्ट्रिक बस में आरामदायक सफर के साथ आप बफीर्ली वादियों को निहार पाएंगे।
एचआरटीसी ने मनाली से रोहतांग दर्रा जाने के लिए इलेक्ट्रिक बस सेवाओं को शुरू कर दिया है। निगम एनजीटी के आदेश पर इन बसों को चला रहा है। पर्यटक मात्र 500 रुपए में रोहतांग की वादियां निहार पाएंगे।
पर्यटकों को महंगी टैक्सी बुक कर हजारों रुपए खर्च नहीं करने पड़ेंगे। इस बस में सफर करने के लिए आप मनाली बस अड्डे में जाकर सीट को बुक करवा सकते हैं।
निगम की यह बसें मनाली से सुबह 7:30 बजे से लेकर सुबह 10:00 बजे तक रवाना होती हैं। प्रथम चरण में निगम से छह बसों का संचालन शुरू किया है और एक बस में 25 पर्यटक सफर कर सकते हैं। सैलानियों की मांग अधिक रही तो बसों की संख्या को भी बढ़ाया जाएगा। अभी इन बसों को मनाली से रोहतांग दर्रे तक ही चलाया जा रहा है।
बता दें कि रोहतांग दर्रा के लिए इलेक्ट्रिक बसों के आरंभ होने से सैलानियों को परमिट लेने की जरूरत नहीं रहेगी। मनाली आने वाले पर्यटक बर्फ को देखने के लिए रोहतांग जाते हैं। 51 किलोमीटर लंबे इस रूट के लिए एनजीटी के आदेश पर सबसे पहले छोटे वाहनों के लिए परमिट लेना जरूरी है।
ऑनलाइन सुविधा के कारण यह परमिट लेना किसी के लिए भी आसान काम नहीं है। वहीं, अगर परमिट वाली टैक्सी से रोहतांग जाना होगा तो हजारों रुपये किराया देना होगा। वहीं, एनजीटी के आदेश पर एक दिन में मात्र 1200 वाहन ही रोहतांग जा सकते हैं।
कानून व्यवस्था बनाए रखने को कुल्लू पुलिस जवान मुस्तैद
कुल्लू। हिमाचल का रोहतांग दर्रा आमजन और पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। 17 जून यानी शनिवार को 965 वाहन रोहतांग पहुंचे। इस दौरान यातायात और कानून व्यवस्था बनी रहे इसके लिए कुल्लू पुलिस जवान पूरी तरह मुस्तैद हैं। कुल्लू पुलिस ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि यातायात नियमों का पालन करें।
गर्मियों में रोहतांग सैलानियों के पहली पसंद बन गया है। मनाली आने वाला हर पर्यटक रोहतांग जरूर पहुंच रहा है। रोहतांग जाने के लिए ऑनलाइन मिलने वाले परमिट 23 जून तक बुक हो गए हैं।
बिना परमिंट बुक किए बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों को अपने वाहन में जाने का मौका नहीं मिल रहा है लेकिन उन्हें आसानी से पर्यटक वाहन मिल रहे हैं।
रोहतांग सहित लाहुल के चन्द्रताल, कोकसर, जिस्पा, बारालाचा व कुंजम दर्रे में भी यूनियन के पर्यटक वाहन सेवाएं दे रहे हैं। यूनियन की ओर से पर्यटकों को बेहतरीन सेवाएं देने के प्रयास किए जा रहे हैं।
इस बार अधिकतर समय मनाली सहित मैदानी क्षेत्रों में मौसम ठंडा रहा है जिस कारण समर सीजन में उम्मीद से कम पर्यटकों ने दस्तक दी है। हालांकि स्तरीय होटलों ने 100 प्रतिशत के आंकड़े को छू लिया है लेकिन आम होटल 80 से 85 प्रतिशत से आगे नहीं बढ़ पाए हैं।
सीएम बोले – संबंधित प्राधिकारी के समक्ष रखा जाएगा पुनर्स्थापना का मामला
शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार सोनिया गांधी द्वारा रखी गई अटल टनल रोहतांग की आधारशिला पट्टिका को पुनर्स्थापित करने का मामला संबंधित प्राधिकारी के समक्ष रखा जाएगा। यह पट्टिका सोनिया गांधी द्वारा 28 जून, 2010 को बतौर राष्ट्रीय सलाहकार परिषद के अध्यक्ष के रूप में स्थापित की गई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह शिलान्यास पट्टिका गायब है जो लोकतंत्र का अपमान है और इसे शीघ्र पुनर्स्थापित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला लाहौल-स्पीति को बारहमासी संपर्क सुविधा बहाल रखने के दृष्टिगत इस 9.02 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण सीमा सड़क संगठन द्वारा किया गया था।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी ने पहले भी इस पट्टिका की पुनर्स्थापना को लेकर संबंधित अधिकारियों के समक्ष मामला उठाया है।
केलांग। हिमाचल के लाहौल स्पीति की लाहौल घाटी के गोंदला गांव के पास हिमस्खलन हुआ है। हिमस्खलन आज सुबह करीब 8 बजे हुआ है। हिमस्खलन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में गांव में घरों से पास आसमान में बर्फ ही बर्फ दिखाई दे रही है। ऐसा लग रहा है कि हिमस्खलन घरों के ऊपर गिर रहा है। वीडियो में जैसा दिख रहा है ऐसा नहीं है।
बता दें कि आज सुबह रोहतांग पास से करीब 25 किलोमीटर आगे केलांग थाना के तहत गोंदला गांव के पास हिमस्खलन हुआ है। स्थानीय लोगों ने हिमस्खलन की घटना को कैमरे में कैद कर लिया और इसका वीडियो वायरल कर दिया। वीडियो में देखकर लग रहा है कि हिमस्खलन गांव की तरफ आ रहा है। पर ऐसा नहीं है। यह गोंदला गांव से दूसरी तरफ दूसरी पहाड़ी पर हुआ है। जोकि गांव से काफी दूर है और गांव को किसी प्रकार का खतरा नहीं है। हिमस्खलन खाली जगह पर हुआ है। इससे न घरों को कोई नुकसान पहुंचा है और न ही सड़क आदि बंद हैं। लाहौल स्पीति पुलिस के अनुसार ऐसे हिमस्खलन बर्फबारी के बाद होते रहते हैं। गोंदला के पास पहाड़ी पर हुए हिमस्खलन से किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा है।