शिमला। चैत्र नवरात्र में हिमाचल प्रदेश के सभी शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रतिदिन मंदिरों में शीश नवा रहे हैं। (राज्यपाल)
आठवें नवरात्र यानी महाष्टमी के मौके पर शिमला के कालीबाड़ी मंदिर में भी लोगों की भीड़ उमड़ी। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने भी काली बाड़ी मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की। इस दौरान लेडी गवर्नर भी मौजूद रहीं।
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि ये देवियों के पूजन का समय है। पहले बेटियों की भ्रूण हत्या कर दी जाती थी लेकिन आज देश ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संकल्प लिया है, बेटियां आज हर क्षेत्र में आगे हैं।
वी ही महागौरी सरस्वती और महालक्ष्मी हैं। उन्होंने कहा कि भारत से जो शक्तियां चलती हैं वो वसुधैव कुटुम्बकम् के नाम से विश्व की रक्षा करें।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल व मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं
शिमला। हिमाचल प्रदेश में आज 77वां हिमाचल दिवस मनाया गया। इस मौके पर शिमला के ऐतिहासिक रिज पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष और सांसद प्रतिभा सिंह भी कार्यक्रम में मौजूद रहीं। इस दौरान पुलिस बल की टुकड़ियों के सलामी दस्तों ने रिज मैदान पर मार्च पास्ट किया। वहीं इस दौरान हिमाचली संस्कृति की ख़ास झलक भी देखने को मिली।
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने 77 वें हिमाचल दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी राज्य होने के बावजूद और अनेक उपलब्धियों को प्राप्त किया है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल के एक छोटा राज्य होने के बावजूद इसकी ख्याति पूरे देश में है। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि नशे के खिलाफ हिमाचल प्रदेश को जंग छेड़ने की ज़रूरत।
वहीं इस दौरान हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 77 वें हिमाचल दिवस की प्रदेशवासियों को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार का उद्देश्य है कि 2027 तक हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर और देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी लोग इस उद्देश्य के साथ में काम करें ताकि हिमाचल को समृद्धशाली प्रदेश बनाया जा सके।
इस दौरान कांग्रेस पार्टी प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि हर्ष और उल्लास के साथ आज हिमाचल दिवस मनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश का युवा भी इसी ऊर्जा के साथ यह दिवस मनाएं और देश के उत्थान के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि सभी को मिलकर हिमाचल प्रदेश विकसित और समृद्ध बनाना है।
शिमला। हिमाचल दिवस का राज्य स्तरीय समारोह 15 अप्रैल, 2024 को शिमला के ऐतिहासिक रिज पर हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इसमें मुख्यातिथि राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल होंगे।
यह जानकारी उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने आज यहां समारोह की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करने हुए दी।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में आकर्षक परेड का आयोजन किया जाएगा, जिसमें शिमला पुलिस, यातायात पुलिस, होमगार्ड, एनएसएस, स्काउट एंड गाइड, एसडीआरएफ, भारतीय पुलिस रिज़र्व वाहिनी आदि शामिल रहेंगे, जिनका पूर्वाभ्यास 10 अप्रैल, 2024 से आरंभ होगा।
इसी प्रकार, समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें हमीरपुर, सिरमौर, मण्डी और कांगड़ा जिला के उत्कृष्ट सांस्कृतिक दल अपनी प्रस्तुति देंगे।
बैठक में बताया गया कि समारोह मों हिमाचल प्रदेश पुलिस और हिमाचल होमगार्ड बैंड आकर्षण का केन्द्र रहेंगे।
उपायुक्त ने निर्देश देते हुए कहा कि सभी निमंत्रण पत्र समय रहते भिजवा दिए जाए। इसके अतिरिक्त उन्होंने समारोह में स्वतंत्रता सेनानियों के लिए बेहतर प्रबंध करने के निर्देश दिए। अनुपम कश्यप ने समारोह स्थल पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने तथा बेहतर सजावट सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
उपायुक्त ने सभी विभागों को समन्वय के साथ कार्य करते हुए सभी तैयारियां तय समय सीमा तक पूर्ण करने के भी निर्देश दिए। बैठक का संचालन सहायक आयुक्त गोपाल चंद शर्मा ने किया।
बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (प्रोटोकॉल) ज्योति राणा, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (कानून एवं व्यवस्था) अजीत भारद्वाज, उपमंडलाधिकारी (शिमला ग्रामीण) कविता ठाकुर, उपमंडलाधिकारी (शिमला शहरी) भानु गुप्ता, जिला भाषा अधिकारी अनिल हारटा सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे अभी तक स्वीकार न होने को लेकर कहा कि इस संदर्भ में राजभवन अपनी मर्यादा में काम कर रहा है।
इस मामले पर फैसला विधानसभा अध्यक्ष को लेना है। राज्यपाल ने कहा कि सबकी भलाई और बुराई सबके साथ रहती है।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि उन्हें जो पत्र सौंपा गया था, उसे पहले ही मध्य प्रदेश और कर्नाटक विधानसभा के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को कोट करते हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को भेज दिया है।
उन्हें लगता है कि अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने इसका संज्ञान लिया होगा। विधानसभा अध्यक्ष को खुद ही इस बारे में फैसला करना है।
बता दें कि तीनों निर्दलीय विधायकों ने अपने इस्तीफे की प्रति राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को भी सौंपी थी। इसके बाद राज्यपाल ने इस प्रति को विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को भेजा था।
इसमें राज्यपाल ने कर्नाटक और मध्य प्रदेश विधानसभा के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को कोट किया था।
राज्यपाल ने अपने पत्र में विधानसभा अध्यक्ष को बताया था कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक फैसले में कहा है कि जब भी विधायक व्यक्तिगत तौर पर उपस्थित होकर इस्तीफा दे, तो विधानसभा सचिवालय को इस्तीफा स्वीकार करना होता है।
राज्यपाल ने सदन में रखा 1 साल के कार्यों का लेखा-जोखा
शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा बजट सत्र की शुरुआत 11 बजे राज्यपाल के अभिभाषण से हुई। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कांग्रेस सरकार के 1 साल के कार्यों का लेखा-जोखा सदन में रखा।
करीब एक घंटे 5 मिनट चले राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार के व्यवस्था परिवर्तन को लेकर उठाए गए कदमों की विस्तृत जानकारी सदन में दी गई। राज्यपाल के अभिभाषण को जहां सरकार ने नीतिगत दस्तावेज करार दिया तो वहीं विपक्ष ने इस दस्तावेज को नकार दिया।
राज्यपाल के अभिभाषण के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा कि उनकी सरकार व्यवस्था परिवर्तन के नारे को लेकर आगे बढ़ रही है। अभिभाषण में उन परिणाम का उल्लेख किया गया, जो एक साल में हमें नजर आए हैं।
खराब आर्थिक स्थिति के बावजूद हिमाचल प्रदेश सरकार ने बेहतरीन काम किया। आपदा के दौरान राज्य सरकार ने बेहतरीन काम करके लोगों को राहत देने का काम किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व सरकार के दौरान नौकरी बेचने का काम होता था, लेकिन उनकी सरकार ने आते ही कर्मचारी चयन आयोग को भंग कर युवाओं से हो रहे खिलवाड़ को रोकने का काम किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले बजट में ग्रीन स्टेट की परिकल्पना की दिशा में भी राज्य सरकार आगे बढ़ रही है। शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार लाने के लिए काम हो रहा है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार ने राजस्व मामले का रिकॉर्ड निपटारा करके दिखाया है। पहले लोग पटवारी के पीछे भागते थे, लेकिन अब पटवारी लोगों के पीछे भागते हैं। सरकार आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति की आवाज सुन रही है और उसे मुताबिक काम कर रही है।
वहीं, राज्यपाल के अभिभाषण पर नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्यपाल ने मजबूरी में नियमों के तहत अभिभाषण को पढ़ा है। लेकिन, दस्तावेज में जो आंकड़े दिखाए गए हैं और जो व्यवस्था परिवर्तन के दावे किए गए हैं, उसकी असलियत धरातल पर अलग है।
कांग्रेस पार्टी ने सत्ता में आने से पहले 10 गारंटी दी थीं, जिनका इस दस्तावेज में कहीं जिक्र नहीं है।
हालांकि, ओपीएस (OPS) को सरकार ने बहाल किया है, लेकिन उसमें भी अब सरकार अंतिम सैलरी के अनुसार मिलने वाली 50 फीसदी पेंशन को घटाकर 20 फीसदी करने वाली है, जिसका किसी भी कर्मचारी को लाभ नहीं होगा।
इसके अलावा किसानों से दूध और गोबर खरीद का वादा भी किया गया था, जिसका इस दस्तावेज में जिक्र तक नहीं है। 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने के भी दावे किए गए थे, वह भी दस्तावेज से गायब हैं।
इसके अलावा एक लाख रोजगार और महिलाओं को 1500 पेंशन मासिक देने की बात कही गई थी, लेकिन उस दिशा में भी सरकार ने कुछ कार्य नहीं किया है। बेरोजगार रिजल्ट के लिए भूख हड़ताल पर हैं।
सरकार अपनी गारंटी को भूलते जा रही है, लेकिन विपक्ष इन्हें भूलने नहीं देगा और कांग्रेस की गारंटी ही इनकी सत्ता से बाहर जाने की गारंटी साबित होगी।
शिमला। युवाओं को राजनीतिक प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी कड़ी में आज हिमाचल की राजधानी शिमला के गेयटी थिएटर में राज्य स्तरीय मतदाता दिवस मनाया गया।
इसमें राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने नए मतदाताओं को मतदाता पत्र वितरित किए और निर्वाचन की शपथ दिलाई। इस दौरान शिक्षा विभाग और निर्वाचन आयोग के बीच स्कूलों में छठी कक्षा से निर्वाचन शिक्षा पढ़ाने को लेकर एमओयू भी साइन किया गया।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि 18 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद पहली बार मतदाता बने युवाओं के लिए यह उत्सुकता का विषय है।
उन्होंने कहा कि नए मतदाता अपने मत से एक अच्छी सरकार चुनने का भाव रखकर मतदाता पत्र प्राप्त करते हैं। आज का दिन भारत के भविष्य का निर्माण करने वाले लोगों को जानने का दिन है।
वहीं, निर्वाचन शिक्षा को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाए जाने को लेकर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि इससे नए मतदाताओं में मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल देश में अधिक मतदान करने के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि मताधिकार के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनने से देश के युवा मत अधिकार के प्रति अधिक जागरूक होंगे और समाज को भी जागरूक कर पाएंगे।
शिमला। भारतीय सेना ने सोमवार को अपना 76वां स्थापना दिवस मनाया। सेना दिवस के मौके पर शिमला के अन्नाडेल आर्मी ग्राउंड में शिमला आर्मी ट्रेंनिंग कमांड द्वारा know your army कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इसमें सेना के जवानों ने साहसिक गतिविधियों का प्रदर्शन किया। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
भारतीय सेना ने इस बार स्थापना दिवस की थीम “Know Your Army” यानी ‘अपनी सेना को जानें’ रखी है। इसका मकसद देश की रक्षा में 24 घंटे जुटे जवानों और सैनिकों के मनोबल को बढ़ाने के साथ-साथ आम लोगों के मन में देश की सेना के प्रति सम्मान पैदा करना और उनकी कार्य कुशलता को जानना है।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि देश की सेना की बदौलत आज हम सभी अपने घरों में सुरक्षित रहते हैं। शिमला में जवानों ने अद्भुत साहसिक करतब गतका, मार्शल आर्ट और डॉग शो आदि का प्रदर्शन किया है।
मार्शल आर्ट डोकलाम में भी भारतीय सेना की विजय का बड़ा कारण रहा है। इस कार्यक्रम से युवाओं के मन में भी देशभक्त की भावना पैदा होगी।
वहीं, इस मौके पर शिमला सेना प्रशिक्षण कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने बताया कि सेना दिवस के मौके पर यूपी के लखनऊ में बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
शिमला में भी “Know Your Army” कार्यक्रम के माध्यम से सेना के बारे में जानकारी दी गई है। कार्यक्रम में सेना के हथियार एवं उपकरण भी प्रदर्शन के लिए लगाए गए हैं। कल शिमला के रिज मैदान में भी कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री हमीरपुर में करेंगे शिरकत
शिमला। हिमाचल में 26 जनवरी को राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह रिज शिमला पर आयोजित किया जाएगा।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू रिज शिमला पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। हिमाचल पर्यटन बोर्ड के उपाध्यक्ष आरएस बाली, सीपीएस मोहन लाल ब्राक्टा, संजय अवस्थी भी मौजूद रहेंगे।
वहीं, जिला स्तरीय समारोह की बात करें तो कांगड़ा के धर्मशाला में हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, आयुष एंड युवा सेवाएं व खेल विभाग मंत्री योदविंदर गोमा, सीपीएस आशीष बुटेल, किशोरी लाल कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री हमीरपुर, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कर्नल धनी राम शांडिल नाहन, कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ऊना, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान मंडी में कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी चंबा, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर केलांग लाहौल स्पीति, पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह रिकांगपिओ किन्नौर, पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह सोलन, तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी बिलासपुर और सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर कुल्लू में कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
शिमला। हिमाचल प्रदेश को एक साल के इंतजार के बाद मंगलवार को दो नए मंत्री मिल गए हैं। बिलासपुर जिले के घुमारवीं से राजेश धर्माणी और कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर से एमएलए यादवेंद्र गोमा को राजभवन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। सुक्खू कैबिनेट में अब एक मंत्री पद खाली है, जिसे भी जल्द भरने की बात सीएम सुक्खू ने कही है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि एक पद खाली है, उसे भी लोकसभा चुनाव से पहले भरा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अभी डिप्टी स्पीकर बनाए जाने हैं, इसके अलावा भी पद भरे जाएंगे। पार्लियामेंट्री और जातिS समीकरण को देखते हुए मंत्री बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि जल्द नए मंत्रियों को विभाग देने के साथ ही विभागों में फेरबदल भी किया जा सकता है।
वहीं, कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने के बाद यादवेंद्र गोमा और राजेश धर्माणी ने मुख्यमंत्री का आभार जताया और प्राथमिकताएं बताते हुए लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की बात कही। उन्होंने कहा कि उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, वे उसे बखूबी निभाएंगे।
सोलन। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज सोलन जिले के नौणी स्थित डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के 12वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए। राज्यपाल ने 773 विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए। इसके अलावा 1305 विद्यार्थियों को बीएससी औद्यानिकी और बीएससी वानिकी, बी टेक बायो-टेक्नोलॉजी, एमबीए/एबीएम,एमएससी और पीएचडी औद्यानिकी एवं वानिकी में डिग्रियां प्रदान कीं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मेधावी विद्यार्थियों को 23 स्वर्ण पदक प्रदान किए, जिनमें से 20 स्वर्ण पदक छात्राओं को प्रदान किए गए। राज्यपाल ने सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड के मुख्य प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उप-महानिदेशक शिक्षा राकेश चंद अग्रवाल को मानद उपाधि भी प्रदान की।
राज्यपाल ने युवाओं से केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न स्टार्ट-अप योजनाओं का लाभ उठा कर समाज के विकास में भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें स्वरोजगार की ओर अग्रसर होना चाहिए और रोजगार प्रदाता बन कर अन्य लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाना चाहिए।
स्वर्ण पदक विजेताओं और डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए राज्यपाल ने उनसे राष्ट्र निर्माण में योगदान का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस अवसर पर मेधावी छात्रों को बधाई दी और प्रत्येक स्वर्ण पदक विजेता को 10,000 रुपये की सम्मान राशि देने की घोषणा की। उन्होंने सभी विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि चुनौतियां जीवन का एक हिस्सा हैं और सकारात्मक सोच से चुनौतियों पर विजय हासिल कर सफलता पाई जा सकती है। उन्होंने युवाओं को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को पहचानने और संरक्षित करने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
उन्होंने कहा कि लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और 23 स्वर्ण पदक विजेताओं में से 20 लड़कियां हैं। राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं और कई जिलों में उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पुलिस भर्ती में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया जाएगा। समाज के विकास में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। प्रदेश सरकार लड़कियों की विवाह योग्य आयु 18 से बढ़ाकर 21 वर्ष करने पर विचार कर रही है और इस विषय पर परामर्श के लिए एक समिति का गठन किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में परिवारों को प्राकृतिक खेती से जोड़ना सरकार की योजना में शामिल है। सरकार प्राकृतिक उत्पादों की खरीददारी और प्राकृतिक कृषि पद्धतियों के माध्यम से उत्पादित फसलों के लिए आकर्षक दरें प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने सतलुज जल विद्युत निगम के मुख्य महाप्रबंधक नंद लाल शर्मा और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उप-महानिदेशक आर.सी.अग्रवाल को मानद उपाधि के लिए बधाई भी दी।
इस अवसर पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने 1.16 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित कौशल विकास छात्रावास और 40 लाख रुपये की लागत से निर्मित विवेकानंद योगा और मेडीटेशन सेंटर का लोकार्पण किया।
डॉ.यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजेश्वर चंदेल ने विश्वविद्यालय की विभिन्न उपलब्धियों और अन्य गतिविधियों से अवगत करवाया। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार सुरेंद्र ठाकुर ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, विधायक विनोद सुल्तानपुरी, विश्वविद्यालय सीनेट, प्रबंधन बोर्ड और अकादमिक परिषद के सदस्य, विश्वविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी, विद्यार्थी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।