सोमवती अमावस्या पर लग रहा सूर्यग्रहण
नई दिल्ली। साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल सोमवार को लग रहा है। सोमवार को सोमवती अमावस्या भी है। यह एक पूर्ण सूर्य ग्रहण है, जो करीब 54 साल बाद लग रहा है।
इससे पहले ऐसा सूर्य ग्रहण 1971 में दिखाई दिया था। आपको विस्तार से बताते हैं सूर्य ग्रहण का समय और इसका प्रभाव कहां-कहां पड़ेगा।
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भारतीय समयानुसार कल रात यानी 8 अप्रैल को 9 बजकर 12 मिनट से 9 अप्रैल को रात 2 बजकर 22 बजे तक होगा। सूर्यग्रहण 5 घंटा 10 मिनट की होगी।
सूर्य ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है। सूतक काल में पूजा-पाठ की मनाही होती है, लेकिन सूतक काल केवल तभी मान्य होता है, जब सूर्य ग्रहण भारत में दृश्यमान हो।
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साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी लागू नहीं होगा।
सोमवार को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। यह सूर्य ग्रहण पश्चिमी यूरोप, पेसिफिक, अटलांटिक, आर्कटिक, मेक्सिको, उत्तरी अमेरिका (अलास्का को छोड़कर), कनाडा, मध्य अमेरिका, दक्षिण अमेरिका के उत्तरी भागों में, इंग्लैंड के उत्तर पश्चिम क्षेत्र और आयरलैंड में ही नजर आएगा।
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8 अप्रैल को सोमवती अमावस्या है। सोमवती अमावस्या पर दान-स्नान का विशेष महत्व होता है। जो लोग इस बार सूर्य ग्रहण के चलते सोमवती अमावस्या पर स्नान को लेकर लोग बहुत कन्फ्यूज है व जान लें कि आप बेझिझक पवित्र नदियों में आस्था की डुबकी ले सकते हैं।
सोमवती अमावस्या का संबंध पितरों की कृपा पाने के लिए विशेष माना गया है। इस दिन पितरों की शांति के लिए कुछ विशेष उपाय किए जाने चाहिए।