शिमला।हिमाचल में सामान्य तबादलों पर पूरी तरह से बैन लगा दिया है। इस बारे आदेश जारी कर दिए हैं। बैन के दौरान किसी भी विभाग, बोर्ड, निगम और यूनिवर्सिटी आदि में संबंधित मंत्री के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मंजूरी के बिना कोई तबादला और ए़डजस्टमेंट नहीं हो सकेगी।
हिमाचल में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह की पूर्व अनुमति के बाद ट्राइबल/डिफिक्लट/हार्ड एरिया में खाली पद भरने, सेवानिवृत्ति, प्रमोशन और सृजित नए पदों के मामलों में तबादले हो सकते हैं।
इसके अलावा विजिलेंस केस, आपराधिक कार्रवाई से संबंधित और प्रशासनिक आधार और आकस्मिकताओं से जुड़े मामले में ही ट्रांसफर हो सकेगी।
नई दिल्ली। यूट्यूब आज के समय में ऐसा प्लैटफॉर्म है जिसकों हजारों की संख्या में भारतीय इस्तेमाल करते हैं। YouTube पर आपको रेसिपी, एजुकेशन, मनोरंजन हर चीज मिल जाएगी। लोग इस मंच का इस्तेमाल कर अपनी बात और टैलेंट को दुनिया तक पहुंचाते हैं। लेकिन, कई लोगों के साथ ऐसी दिक्कत आ जाती है कि उनका चैनल बैन कर दिया जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कई लोगों को टेक्निकल बातों का ज्ञान नहीं होता जिस कारण वो ऐसी गलतियां कर बैठते हैं। हम आपको इसी से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं ….
Google की YouTube टीम वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर अपलोड किए गए वीडियो की नियमित रूप से निगरानी करती है ताकि कोई इनकी गाइडलाइन को उल्लंघन ना करें। जब भी यूट्यूब को अपने कम्युनिटी गाइड लाइन और नीतियों का उल्लंघन करने वाला वीडियो मिलता है या जब कोई कॉपीराइट उल्लंघन होता है तो कंपनी या तो वीडियो को हटा देती है।
इसके अलावा प्लेटफार्म उस अकाउंट या चैनल को टर्मिनेट भी कर सकती है जहां से वीडियो को शुरू में अपलोड किया गया था। इसके साथ ही कंपनी वीडियो को हटाने और चैनलों पर प्रतिबंध लगाने के लिए यूजर्स के रिपोर्ट और सरकारी आदेशों पर भी निर्भर रहती है।
हाल ही में सरकार ने अपने प्लेफॉर्म पर छह यूट्यूब चैनल पर प्रतिबंध लगाया जो फेक न्यूज फैला रहे थें। बता दें कि इन चैनलों के लगभग 20 लाख सब्सक्राइबर थे। प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) की फैक्ट चेक यूनिट ने खुलासा किया था कि ये छह चैनल एक समन्वित तरीके से काम कर रहे थे। PIB ने यह भी दावा किया कि ये चैनल गलत सूचना फैला रहे थे और उनके वीडियो को 51 करोड़ से अधिक बार देखा गया थे।
जब यूट्यूब किसी अकाउंट या चैनल पर प्रतिबंध लगाता है तो उसके मालिक को किसी अन्य यूट्यूब चैनल/अकाउंट का उपयोग करने, स्वामित्व करने या क्रिएट की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अलावा यूट्यूब चैनल के मालिक को एक ईमेल भेजता है जिसमें चैनल पर प्रतिबंध लगाने के बाद टर्मिनेशन का कारण बताता है।
बैन चैनलों और अकाउंट के मालिक YouTube से अपील कर सकते हैं अगर उन्हें लगता है कि उनके चैनल या अकाउंट को गलती से बैन कर दिया गया है। आपको अपील करने के लिए यूट्यूब को एक फॉर्म जमा करना होता। हालांकि अपील फॉर्म भरते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होता है। यूट्यूब यूजर केवल एक बार अपील रिक्वेस्ट सबमिट करें, क्योंकि ज्यादा बार ऐसा करने से प्लेटफार्म को रिव्यू करने में देरी हो सकती है।
कंपनी अपीलकर्ताओं को पूरा फॉर्म भरने और अपनी चैनल आईडी जोड़ने के लिए भी कहती है क्योंकि आप जितनी अधिक जानकारी यूट्यूब देते हैं, कंपनी के लिए आपके अनुरोध को प्रोसेस करना उतना ही आसान होगा। ऐसे ही कॉपीराइट उल्लंघन के दावों के मामले में अगर चैनल के मालिक को लगता है कि प्लेटफॉर्म दावे गलत हैं तो काउंटर नोटिफिकेशन भी दायर कर सकते हैं। इस तरह आप अपने चैनल को सेफ कर सकते हैं।