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कांगड़ा : देहरा-रानीताल रोड पर एक और हादसा, दरकाटा के युवक की गई जान

रानीताल।  कांगड़ा जिला में देहरा-रानीताल रोड पर एक और हादसे में युवक की जान चली गई। हादसा नाग मंदिर के पास हुआ है। यहां ओमनी और स्विफ्ट कार में टक्कर से एक युवक की मौत हो गई है।
युवक की पहचान  नीतिश भारद्वाज उर्फ सन्नी (34) पुत्र हरबंस लाल निवासी गगहेड़ दरकाटा के रूप में हुई है। दरकाटा में उनकी बेकरी है। मामले की सूचना मिलने के बाद रानीताल पुलिस चौकी की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है।
कांगड़ा: बनखंडी में पंजाब रोडवेज और बुलेट की टक्कर, युवक की गई जान
बता दें कि इससे पहले गुरुवार (27 जनवरी) को कांगड़ा जिला में  देहरा-रानीताल रोड पर बनखंडी में पंजाब रोडवेज बस और बुलेट में टक्कर हो गई थी। हादसे में बुलेट सवार की मौत हो गई। हादसा बनखंडी दोसड़क के पास राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बनखंडी के पास हुआ। बस लुधियाना से धर्मशाला जा रही थी और बाइक सवार रानीताल की तरफ से आ रहा था।
कांगड़ा जिला के हरिपुर थाना के तहत पुलिस चौकी रानीताल में हादसे की सूचना मिली। सूचना मिलने के बाद पुलिस चौकी प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके के लिए रवाना हुई। एसएचओ थाना हरिपुर भी मौके पर पहुंचे।
देहरा विधानसभा क्षेत्र के तहत पड़ते नंदपुर का राजीव कुमार (34) पुत्र रछपाल सिंह किसी शादी समारोह से लौट रहा था। बनखंडी स्कूल के पास तेज रफ्तारी के चलते बुलेट की बस से टक्कर हो गई। हादसे में राजीव कुमार की मौत हो गई। राजीव कुमार नगरोटा सूरियां में शराब ठेके पर काम करता था और पहलवान भी था

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बनखंडी : त्रिपल में कमलवीर जी महाराज ने अमृत वाणी से भक्तों को किया निहाल

बनखंडी। कांगड़ा जिला के बनखंडी से लगभग 8 किलोमीटर आगे दरकाटा के पास त्रिपल गांव नाग मैरिज पैलेस में आज इक जोत सर्वव्यापक रुहानी सत्संग का आयोजन किया गया। परमपूज्य संत कमलवीर जी महाराज ने अमृत वाणी से भक्तों को निहाल किया। बनखंडी में हर वर्ष 26 जनवरी को बाबा कांशीराम बाहड़ी की याद में मनाया जाता है। इस बार बनखंडी के स्थान पर त्रिपल में सत्संग रखा गया।

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मस्ती या परमात्मा से मिलन के लिए महाराज कमल बीर जी फरमाते हैं कि परमात्मा महापुरुषों, मुर्शद् या सद्गुरु को इस संसार मे समय-समय पर मानव के कल्याण के लिए भेजता है। प्रेम धर्म के रास्ते चल कर आत्मा अपने परम धाम अर्थात परमात्मा से मिल सकती हैं।

सद्गुरु हमें अपने भीतर जा कर अपने निज घर में उस परमात्मा से मिलने का सरल तरीका बताते हैं, जिसे सभी बाहर ढूंढते हैं असल में वो मालिक हमारे भीतर ही है। लोग झूठे नशे कर के अपना जन्म व्यर्थ करते हैं किंतु असली नशा परमात्मा के मिलन में है और उस से मिलने के लिये मध्य मार्ग अति उत्तम है। महाराज बीर जी भी दुनिया को तारने के लिए इसलिए आए हैं। प्रेम मार्ग/धर्म से ही हम उस मालिक को पा सकते हैं।