Categories
Politics Top News Himachal Latest Shimla State News

मुकेश बोले- गलत आंकड़े पेश करती रही जयराम सरकार, हिमाचल पर बढ़ता रहा कर्ज

कैबिनेट सब कमेटी की बैठक की अध्यक्षता की

शिमला। हिमाचल के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान वित्तीय कुप्रबंधन रहा, जिसकी वजह से प्रदेश में कर्ज का पहाड़ खड़ा हो गया। पिछली सरकार की गलत नीतियों की वजह से प्रदेश ओवर ड्रॉफ्ट हो गया है। वर्तमान सरकार पिछले सरकार के कर्ज की भरपाई के लिए कर्ज ले रही है। यह बात उन्होंने हिमाचल के वित्तीय हालातों पर श्वेत पत्र लाने के लिए गठित कैबिनेट सब कमेटी की बैठक में कही।

हिमाचल में अब कैसे रहेंगे मौसम के मिजाज, तापमान के क्या हाल- जानें

उन्होंने कहा कि जयराम सरकार गलत आंकड़े पेश करती रही और प्रदेश पर कर्ज बढ़ता रहा। कैबिनेट सब कमेटी दो ओर बैठक आयोजित करेगी और एक माह में अपनी रिपोर्ट कैबिनेट में मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत करेगी।

चंबा : बनीखेत में पलटा आर्मी ट्रक, एक युवक की गई जान-लोगों ने किया चक्का जाम

 

बता दें कि हिमाचल के वित्तीय हालातों पर श्वेत पत्र लाने के सुक्खू सरकार के फैसले के बाद इसको लेकर कवायद तेज कर दी है। इसके लिए डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया है। हिमाचल के वित्तीय हालातों को लेकर श्वेत पत्र लाने पर शुक्रवार को डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में कैबिनेट सब कमेटी की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। कमेटी में कृषि मंत्री चंद्र कुमार और ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी इसके सदस्य हैं। बैठक में मंत्री चंद्र कुमार आज उपस्थित नहीं थे।

Mock Drill : पालमपुर सौरभ वन विहार में आई बाढ़, 9 पर्यटक फंसे- किए रेस्क्यू 

हरिपुर-धर्मशाला वाया टांडा रूट पर जल्द दौड़ेगी इलेक्ट्रिक बस, ट्रायल सफल

ऊना में 8वीं, 10वीं से स्नातक, डिप्लोमा होल्डर के लिए रोजगार का मौका

उद्योग मंत्री बोले-कर्ज लेना हिमाचल सरकार की मजबूरी, हम केंद्र पर निर्भर

क्या आपको है पता, हिमाचल इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड उपभोक्ताओं को हर साल देता है ब्याज?

हिमाचल और देश दुनिया से जुड़ी हर बड़ी अपडेट के लिए जुड़ें EWN24 NEWS की वेबसाइट https://ewn24.in/ फेसबुक https://www.facebook.com/ewn24 और यूट्यूब https://www.youtube.com/@ewn24news/videos के साथ

 

 

Categories
Top News Himachal Latest KHAS KHABAR Shimla State News

जयराम सरकार में आउटसोर्स में हुआ सबसे बड़ा घोटाला-जांच करवाए सरकार

अराजपत्रित कर्मचारी सेवाएं महासंघ के अध्यक्ष ने उठाई मांग

शिमला। पूर्व की जयराम सरकार की कार्यप्रणाली पर अराजपत्रित कर्मचारी सेवाएं महासंघ ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने पूर्व सरकार को कर्मचारी विरोधी करार देते हुए कहा कि पूर्व सरकार की हार का कारण कर्मचारी विरोधी निर्णय रहे हैं।

मुख्यमंत्री सुक्खू ने नई दिल्ली में अजय माकन से भेंट की

रविवार को पत्रकार वार्ता के दौरान महासंघ के अध्यक्ष विनोद कुमार ने जहां नई सरकार की सोच का स्वागत किया, वहीं पूर्व सरकार के कार्यों पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करते हुए कहा कि पूर्व में भ्रष्ट लोगों को संरक्षण दिया गया।

अराजपत्रित कर्मचारी सेवाएं महासंघ के अध्यक्ष विनोद कुमार ने पूर्व जयराम सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व में भ्रष्ट लोगों को संरक्षण दिया गया।

धान से चावल निकालना हो गया आसान, कैसे निकाले जाते-देखें वीडियो

कर्मचारी राजनीति के अंदर हस्तक्षेप कर उसे तोड़ने का प्रयास किया गया। यहां तक कि पूर्व सरकार में आउटसोर्स में सबसे बड़ा घोटाला हुआ है। उन्होंने मांग की है कि वर्तमान सरकार इसकी जांच करे। पूर्व मुख्यमंत्री ने सराज का महासंघ खड़ा कर कर्मचारियों पर प्रहार किया था।

वहीं, विनोद कुमार ने नई सरकार का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जिस प्रकार अपनी सोच को स्पष्ट किया है कि वह सत्ता के लिए नहीं व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं। साथ ही बदले की भावना से कार्य नहीं होगा। इस बात से कर्मचारियों में नया विश्वास पैदा हुआ है।

अर्की : जघाणा के पास गहरी खाई में गिरी कार, चालक की मौके पर गई जान

उन्होंने कहा कि इस तरह का बड़ा बयान कर्मचारियों को लंबे समय से सुनने को नहीं मिला है। दस वर्ष में व्यवस्था बहुत नीचे आई है, उसे सुधारने में थोड़ा समय लगेगा।

उन्होंने कहा कि वह सरकार के साथ हैं तथा तीन माह तक सरकार को समय देंगे और कर्मचारियों की समस्या को उनके समक्ष नहीं रखा जाएगा, जिससे उन्हें भी व्यवस्था सुधारने का समय मिले।

चंबा मेडिकल कॉलेज में व्हाइट कोट समारोह, फक्र भी और चुनौतियां भी साथ

मनाली : खखनाल में ढाई मंजिला मकान में भड़की आग, सामान जलकर राख

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें  
Categories
TRENDING NEWS Top News Himachal Latest Shimla State News

सीएम के निर्णय से खफा जयराम, बोले – कांग्रेस ने बदले की भावना के साथ की शुरुआत

शिमला। मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालते ही सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने निर्णय लिया है कि पूर्व जयराम सरकार के एक अप्रैल 2022 के बाद कैबिनेट में लिए गए सभी फैसलों की समीक्षा होगी। एक्सटेंशन और री-इम्प्लॉयमेंट वाले अधिकारियों-कर्मचारियों की सेवाओं को टर्मिनेट कर दिया गया है, सभी विभागों में भर्तियों पर रोक लगा दी गई है और कई दफ्तर डिनोटिफाई कर दिए हैं। मुख्यमंत्री के इस फैसले से पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर में रोष है। उन्होंने इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए कहा कि कांग्रेस ने बदले की भावना के साथ काम करने की शुरुआत की है।

एक्शन मोड में सीएम सुक्खू : पैरा स्टाफ की नई भर्ती पर रोक, टेंडर भी रोके

जयराम ने कहा कि हमने पांच साल बिना किसी भेदभाव के जनता की सेवा करने का कार्य किया है और कभी बदले की भावना से प्रदेश में कोई काम नहीं किया। हमने पिछली कांग्रेस सरकार में जनता के लिए गए किसी फैसले को नहीं पलटा, कोई विकास कार्य नहीं रोका, मगर अफसोस कि कांग्रेस ने अपना रिवाज जारी रखते हुए हमारी सरकार के फैसलों को रोकने और पलटने का काम शुरू कर दिया, जबकि अभी तो मंत्रिमंडल का भी गठन नहीं हुआ लेकिन बदले की भावना के साथ काम करने की शुरुआत हो गई।

अटल टनल के बाहर लगेगी सोनिया गांधी के नाम की शिलान्यास पट्टिका 

स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, पुलिस स्टेशन, पुल, सड़क, पेयजल योजना… इन सब कामों को लटकाने, अटकाने और भटकाने का काम शुरू हो गया है जिसके लिए जनता इन्हें कभी माफ़ नहीं करेगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बदले की भावना के साथ काम की शुरुआत अच्छी नहीं है।

टी20 सीरीज में छाई हिमाचल की बेटी रेणुका, सुपर ओवर में किया धमाल

पैरा स्टाफ की नई भर्ती पर रोक, टेंडर भी रोके

बता दें कि मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालते ही सुखविंद्र सिंह सुक्खू एक्शन मोड में आ गए हैं। सीएम सुक्खू ने निर्णय लिया कि पूर्व जयराम सरकार के एक अप्रैल 2022 के बाद कैबिनेट में लिए गए सभी फैसलों की समीक्षा होगी। इनमें नए संस्थान खोलने और अपग्रेड करने के फैसले रिव्यू किए जाएंगे और कुछ को डिनोटिफाई भी किया जाएगा। जयराम सरकार के कार्यकाल में अधिकारियों को दिया गया पुनर्रोजगार समाप्त कर दिया गया है, जबकि मेडिकल कॉलेजों को इससे अलग रखा गया है।

सीएम सुक्खू दिल्ली रवाना, मंत्रियों के नामों पर करेंगे मंथन, जानिए रेस में कौन आगे 

लोक सेवा आयोग और कर्मचारी चयन आयोग को छोड़कर राज्य के निगमों, बोर्डों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, नामित सदस्यों और अन्य कमेटियों तथा शहरी निकायों में नामित सदस्यों की नियुक्तियां फिलहाल ठंडे बस्ते में डालने को कहा गया है।

 

हालांकि, यह स्वास्थ्य विभाग के मेडिकल कॉलेजों और अन्य संस्थानों में की जा रही भर्तियों पर लागू नहीं होगा। इस संबंध में सभी प्रशासनिक सचिव को उपयुक्त आदेश जारी कर दिए हैं। जिन अधिकारियों व कर्मचारियों के तबादले किए गए थे और उन पर अमल नहीं किया गया। उनको भी रोक दिया है।

 

जल शक्ति विभाग में पैरा स्टाफ, पैरा पंप ऑपरेटर, पैरा फिटर, मल्टीपर्पज, पैरा कुक और पैरा हेल्पर के कोई नए नियुक्ति आदेश व नए भर्ती नोटिस जारी करने पर रोक लगा दी गई है। किसी भी विभाग की ओर से आगामी आदेशों तक एलओसी जारी नहीं किए जाएंगे। किसी भी वजह से क्षतिग्रस्त शिलान्यास व उद्घाटन पट्टिकाओं की मरम्मत की जाएगी और इसकी रिपोर्ट जल शक्ति विभाग के मुख्य अभियंता को कार्यालय को भेजने के लिए कहा गया है।

 

लंबित चल रहे भी टेंडर को होल्ड करने के निर्देश दिए गए हैं और आगामी आदेशों तक किसी भी परिस्थिति में इन्हें जारी नहीं करने के निर्देश दिए हैं। फिलहाल कोई नया टेंडर आमंत्रित नहीं किया जाएगा।

पूर्व सरकार के कार्यकाल में शिक्षा, लोक निर्माण विभाग सहित अन्य विभागों में मल्टी टास्क वर्कर भर्तियां हुई हैं। इसे लेकर विधायक हर्षवर्धन चौहान की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है। इसमें जगत सिंह नेगी, संजय रत्न, मोहन लाल ब्राक्टा को सदस्य बनाया है। यह कमेटी इन भर्तियों सहित पैरा वर्कर भर्ती के मामले भी देखेगी।

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें