पुलवामा में दुश्मनों के साथ लोहा लेते हुआ शहीद
श्रीनगर। पुलवामा के पोटगमपोरा में दुश्मनों के साथ लोहा लेते शहीद हुए सिपाही पवन कुमार को चीफ ऑफ स्टाफ चिनार कॉर्प्स और सभी रैंकों ने जम्मू-कश्मीर में श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद शहीद की पार्थिव देह को चंडीगढ़ रवाना किया गया। गौर हो कि हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला स्थित रामपुर की किन्नु पंचायत के पिथवी गांव का जवान पवन कुमार दंगल पुलवामा में 28 फरवरी को हुए आतंकी हमले में शहीद हुआ है।
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26 वर्षीय पवन कुमार 55वीं राष्ट्रीय राइफल ग्रेनेडियर में बतौर सिपाही तैनात था। वह 2015 में सेना में भर्ती हुआ था। पवन घर का इकलौता चिराग था। पिता शिशुपाल लोक निर्माण विभाग में कार्यरत हैं, जबकि माता भजन दासी गृहिणी हैं। बहन प्रतिभा की शादी हो चुकी है।
पवन के शहीद होने की सूचना मिलते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मां रोजाना की तरह खेत में काम कर रही थी, जबकि पिता अपनी ड्यूटी पर गए थे। बेटे की शहादत की खबर से दोनों को ही कुछ समय के लिए सदमा सा लग गया। पवन के पिता व अन्य सदस्य जम्मू-कश्मीर के लिए निकल गए हैं।
एसडीएम सुरेंद्र मोहन ने बताया कि रामपुर पहुंचने पर पवन का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। जनवरी में पवन के चचेरे भाई की मौत हो गई थी। इस दौरान वह छुट्टी पर घर आया था। 7 फरवरी को ही पवन ड्यूटी के लिए वापस लौटा था। इस दौरान उसने जल्द छुट्टी पर आने की बात कही थी, लेकिन उसे क्या पता था कि अब वह कभी घर वापस नहीं लौटेगा।