आशीष बुटेल ने कही बात, 30 लाभार्थियों को बांटे स्वीकृति पत्र
ऋषि महाजन/नूरपुर। मुख्य संसदीय सचिव (शहरी विकास, शिक्षा) आशीष बुटेल ने कहा है कि राज्य सरकार शहरों के साथ गांवों को कचरा मुक्त बनाने के लिए ठोस कचरा प्रबंधन नीति बनाने के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार कर रही है, ताकि पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के साथ गांवों व शहरों को सुंदर बनाया जा सके। वे आज शनिवार को स्थानीय नगर परिषद द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए बोल रहे थे। इस मौके पर विधायक ठाकुर रणवीर सिंह निक्का विशिष्ट अतिथि जबकि पूर्व विधायक अजय महाजन विशेष अतिथि के रूप में शामिल रहे।
उन्होंने कहा कि दिन-प्रतिदिन शहरों का विस्तार हो रहा है, परंतु कूड़ा-कचरा निष्पादन के लिए सही स्थान न होने के कारण कूड़े के ढेर इकठ्ठे हो रहे हैं, जिससे हमारा वातावरण प्रदूषित हो रहा है। उन्होंने कहा कि बढ़ते शहरीकरण को देखते हुए राज्य सरकार शहरों के विकास के लिए सुविधाएं बढ़ाने को लेकर विशेष तरजीह दे रही है।
आशीष बुटेल ने नगर निकायों को अपने खर्चे चलाने के लिए अपनी आमदनी के लिए संसाधन बढ़ाने पर बल दिया, जिसके लिए उन्होंने नगर परिषद को प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने को कहा। उन्होंने नगर परिषद द्वारा रखी गई मांगों को पूरा करने का भरोसा दिया।
सीपीएस ने बताया कि राज्य सरकार समाज के हर वर्ग के उत्थान और कल्याण के लिए पूरी सेवा और समर्पण की भावना से कार्य कर रही है। हर वर्ग को लाभ पहुंचाने के लिए नए बजट में विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं, ताकि लोगों का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पहली गारंटी के तहत कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की जो बात कही थी उसे पहली अप्रैल से पूरी तरह लागू कर दिया है। जिससे प्रदेश के 1 लाख 36 हजार कर्मचारियों को पुरानी पेंशन पाने का अधिकार प्राप्त हुआ है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार सभी पात्र महिलाओं को चरणबद्ध तरीके से प्रतिमाह 1500 रुपए सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके तहत प्रथम चरण में इस वर्ष प्रदेश की 2 लाख 31 हज़ार पात्र महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जाएगी।
आशीष बुटेल ने इस मौके पर प्रधानमंत्री आवास योजना(शहरी) के 30 पात्र लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र वितरित किए। विधायक ठाकुर रणवीर सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने शहर को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने तथा शहर में विकास कार्यों के लिए नगर परिषद को धनराशि उपलब्ध करवाने का आग्रह किया।
पूर्व विधायक अजय महाजन ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि नूरपुर नगर परिषद का बहुत पुराना व समृद्ध इतिहास है। उन्होंने कहा कि नूरपुर शहर के विकास के लिए वह स्थानीय विधायक को हर सम्भव सहयोग देंगे तथा दोनों एक साथ मिलकर नई योजनाएं तैयार करने के साथ प्रदेश सरकार से पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाने के लिए आग्रह करेंगे। उन्होंने मुख्य संसदीय सचिव से नगर परिषद अध्यक्ष द्वारा रखी गई मांगों को पूरा करने का भी समर्थन किया।
इससे पहले, नगर परिषद के अध्यक्ष अशोक शर्मा(शिबू) ने मुख्यातिथि का शाल, टोपी व भगवान श्री बृजराज स्वामी का फोटो भेंट कर स्वागत किया । उन्होंने नगर परिषद को शहर में सफाई व्यवस्था सुचारू रूप से चलाने के लिए दो ई-रिक्शा उपलब्ध करवाने के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने शहर की अन्य मांगों बारे मांगपत्र प्रस्तुत किया।
इस मौके पर एसडीएम गुरसिमर सिंह, डीएसपी विशाल वर्मा, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता मोहिंद्र धीमान, नगर परिषद अध्यक्ष अशोक शर्मा, उपाध्यक्ष रजनी महाजन, कार्यकारी अधिकारी आशा वर्मा, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुदर्शन शर्मा, ज़िला उपाध्यक्ष योगेश महाजन, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सुशील मिंटू, ब्लॉक महिला कांग्रेस अध्यक्ष रोजी जम्वाल सहित सभी पार्षद, लाभार्थी व अन्य गण्यमान्य लोग उपस्थित रहे।
पालमपुर। मुख्य संसदीय सचिव शहरी विकास एवं शिक्षा आशीष बुटेल ने सोमवार को शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा राजकीय महाविद्यालय पालमपुर के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह की मुख्यअतिथि के रूप में शिरकत की।
आशीष बुटेल ने कहा कि पालमपुर वीर भूमि के नाम से जानी जाती है और भारतीय सेना के सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र सर्वप्रथम शहीद मेजर सोम नाथ शर्मा को उनके अदम्य साहस और पराक्रम के लिए दिया गया। कारगिल युद्ध में शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा को भी उनके पराक्रम के परमवीर चक्र दिया गया। उन्होंने कहा कि शांति काल का सर्वोच्च सम्मान अशोक चक्र शहीद मेजर सुधीर वालिया को उनकी वीरता के लिए दिया गया। इसके अलावा कैप्टन सौरभ कालिया सहित कई वीरों ने मातृ भूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है।
उन्होंने शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा राजकीय महाविद्यालय पालमपुर में एमए हिंदी एवं इंग्लिश विषय की कक्षाएं और पीजीडीसीए कक्षाएं आरंभ करवाने की घोषणा की। उन्होंने महाविद्यालय में पीने के पानी के लिए चार कूलर व 12 सोलर लाइटें देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि जल्द ही महाविद्यालय में एक सभागार का निर्माण भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 40 लाख रुपए की लागत से महाविद्यालय के मैदान का विस्तार भी किया जा रहा है।
सीपीएस ने पढ़ाई के अलावा विभिन्न गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत करने के साथ उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि बहुत गर्व की बात है कि इस महाविद्यालय में 60 प्रतिशत छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं।
इससे पहले महाविद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ. प्रज्ञा मिश्रा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और महाविद्यालय का वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने महाविद्यालय द्वारा चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
मुख्य संसदीय सचिव ने शहीद कैप्टन विक्रम बत्तरा के पिता गिरधारी लाल बत्रा को भी सम्मानित किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। मुख्य संसदीय सचिव ने सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए 50 हज़ार रुपये देने की घोषणा की।
यह रहे उपस्थित
कार्यक्रम में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष त्रिलोक चंद, नगर निगम महापौर पूनम वाली, उपमहापौर अनीश नाग, पार्षद इंदु ठाकुर, विनय कपूर, जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष निशा शर्मा, सलाहकार ब्लॉक कांग्रेस एमएस राणा, युवा कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष अनुराग नरयाल, विजय शर्मा, प्रवीण भट्ट, ओंकार कपूर, बीरबल, कमला कपूर, अश्वनी सूद, व्यापार मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र सूद, महाविद्यालय के उप प्रधानाचार्य डॉ. अश्वनी पराशर, महाविद्यालय के प्राचार्य, छात्र, अभिभावकों एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारियों सहित क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
पालमपुर। हिमाचल में अब मुलहठी लोगों की खांसी ही नहीं भगाएगी बल्कि रोजगार के अवसर भी मुहैया करवाएगी। प्रदेश में पहली बार मुलहठी की व्यवसायिक रूप से शुरूआत हुई है। सीएसआईआर-आईएचबीटी, पालमपुर में “एक सप्ताह – एक प्रयोगशाला” के कार्यक्रम के शुभारंभ पर सीपीएस व पालमपुर के विधायक आशीष बुटेल ने किसानों को प्रदेश में पहली बार मुलहठी की व्यवसायिक खेती करने के लिए रोपण सामग्री वितरित की।
इसके अलावा राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आए किसानों एवं उद्यमियों को विभिन्न फसलों के बीज एवं रोपण सामग्री भी आबंटित की गई। स्टार्टअप पर एक पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर संस्थान की प्रौद्योगिकियों के प्रसार के लिए समझौता ज्ञापन भी किए गए। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव ने संस्थान कि पादप संवर्धन इकाई एवं पुष्प प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
बता दें कि सीएसआईआर-आईएचबीटी, पालमपुर में 20-25 फरवरी के दौरान “एक सप्ताह – एक प्रयोगशाला” का आयोजन किया जा रहा है। इसमें संस्थान अपनी विकसित प्रौद्योगिकियों को जन सामान्य के लिए प्रदर्शित करेगा।
शुरुआत 6 जनवरी 2023 को डॉ. जितेंद्र सिंह, केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्यमंत्री भारत सरकार द्वारा की गई थी। इस कार्यक्रम के माध्यम से सीएसआईआर के 37 प्रमुख संस्थान भारत में अपने यहां विकसित प्रौद्योगिकीय उपलब्धियों एवं नवाचारों द्वारा अर्जित सफलताओं का प्रदर्शन कर रहे हैं।
आशीष बुटेल ने कहा कि राज्य सरकार चुनौतियों को स्वीकार करते हुए उद्यमियों, स्टार्टअप, किसानों एवं जन सामान्य के आर्थिकी का सुदृढ़ करने की दिशा में अग्रसर है। इस क्षेत्र में उन्होनें सीएसआईआर-आईएचबीटी द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्यों की सराहना की एवं भविष्य में भी संस्थान से योगदान के लिए आग्रह किया।
बुटेल ने राज्य में निवेश करने के लिए उद्यमियों और स्टार्टअप करने का भरोसा दिया और कहा कि हिमाचल सरकार इस तरह की उद्योगों को प्रोत्साहित करेगी, जिससे राज्य के लोगों के लिए आजीविका सृजन हो सके। उन्होंने कहा कि पालमपुर के राज्य स्तरीय होली मेले में राज्य के नए स्टार्टअप एवं उद्यमियों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान किया जाएगा।
इससे पूर्व संस्थान के निदेशक डॉ. संजय कुमार ने मुख्य अतिथि एवं आए हुए प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए “एक सप्ताह – एक प्रयोगशाला” कार्यक्रम के उदेश्य पर प्रकाश डाला। अपने संबोधन में उन्होंने बताया कि संस्थान के वैज्ञानिकों ने हींग, केसर, स्टीविया, लिलियम, दालचीनी जैसी फसलों की कृषि तकनीक विकसित करके किसानों एवं उद्यमियों की आत्मनिर्भता की ओर कदम बढ़ाए हैं। सुगंधित फसलें विशेषकर लेवेंडर और गेंदे को उगाने एवं प्रसंस्करण के लिए अलग-अलग राज्यों में आसवन इकाइयां स्थापित की गईं।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि डा. गिरीश साहनी, भटनागर फेलो एवं पूर्व महानिदेशक,सीएआईआर ने इकोसिस्टम में बदलाव पर बल दिया ताकि प्रयोगशाला के अनुसंधान एवं प्रौद्योगिकी को उत्पादों के माध्यम से बाजार में उपलब्ध कराया जा सके। उन्होनें बताया कि प्रौद्योगिकी पार्कों की स्थापना से इन विकसित प्रौद्योगिकियों को प्रसारित किया जा सकता है।
आयोजन के विशिष्ट अतिथि, डॉ. एमपी गुप्ता, प्रबन्ध निदेशक,डक्कन हेल्थकेयर लि. हैदराबाद ने अपने संबोधन में कहा कि चुनौतियों से निकलकर ही सफलता प्राप्त होती है। भारत में अपार संभावनाएं हैं। भारत में विनियामक कानूनों, नीतियों की स्पष्टता, सरलता एवं सुधारों की आवश्यकता है ताकि उद्यमी अपने उत्पाद को जल्द से जल्द विकसित करके इसे बाजार तक पहुंचा सके।