अंधेरा और अकेला होने के कारण भटका श्रद्धालु
ऋषि महाजन-भरमौर/नूरपुर। हिमाचल के चंबा जिला के भरमौर में मणिमहेश यात्रा पर आए पंजाब के एक युवक को शॉर्टकट मारना महंगा पड़ गया। अंधेरा और अकेला होने के कारण युवक आगे जाकर रास्ता भटक गया।
मामले की सूचना मणिमहेश यात्रा के लिए तैनात एनडीआरएफ की टीम को दी गई। एनडीआरएफ की टीम ने आधी रात को युवक को रेस्क्यू किया। युवक के पैर फ्रैक्चर हैं।
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बता दें कि 14वीं वाहिनी एनडीआरएफ, जसूर, कांगड़ा हिमाचल प्रदेश की मणिमहेश यात्रा के लिए तैनात की गई टीम ने 29 अगस्त को रास्ता भटके हुए युवक को रात के अंधेरे में रेस्क्यू किया।
श्रद्धालु युवक रतनदीप (20) निवासी मुकेरियां पंजाब का रहने वाला है। युवक ने रात को भैरो घाटी से मणिमहेश यात्रा के लिए गौरीकुंड के लिए शॉर्टकट रास्ते का इस्तेमाल किया गया।
अंधेरा और अकेले होने के कारण श्रद्धालु आगे जाकर रास्ते से भटक गया, जिसकी सूचना रात को लगभग अढ़ाई बजे स्थानीय पुलिस द्वारा गौरीकुंड में तैनात एनडीआरएफ की टीम को दी गई।
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सूचना मिलते ही एनडीआरएफ की टीम रात को 2 बजकर 45 बजे भैरो घाटी के लिए रवाना हुई। टीम ने भटके हुए श्रद्धालु को काफी मशक्कत के बाद ढूंढा। युवक के पैरों में फ्रैक्चर है।
टीम के सदस्यों द्वारा श्रद्धालु युवक को वहीं पर प्राथमिक उपचार दिया गया। इसके बाद हालत स्थिर होने के बाद स्ट्रैचर पर उठा कर लगभग 2 किलोमीटर दूर रात के अंधेरे में सुंद्राशी पहुंचाया गया।
अग्रिम उपचार के लिए सिविल मेडिकल टीम को सौंप दिया गया। रेस्क्यू करने के लिए श्रद्धालु ने एनडीआरएफ की टीम का आभार जताया है।