प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने दिया आश्वासन
शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से दृष्टिबाधित व्यक्तियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार भेंट कर उन्हें अपनी विभिन्न मांगों से अवगत करवाया।
मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों को ध्यानपूर्वक सुना और सभी उचित मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सरकार विभिन्न सरकारी विभागों, बोर्डों और निगमों में उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए उपयुक्त पदों की पहचान करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार समाज के कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और आगामी बजट में इन वर्गों के उत्थान के लिए योजनाएं शामिल की जाएंगी।
इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्रीकमजोर वर्गों , मुख्य संसदीय सचिव राम कुमार चौधरी, विधायक नीरज नैय्यर और सुरेश कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा और मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विवेक भाटिया भी उपस्थित थे।
डीसी हेमराज बैरवा ने बैठक कर की तैयारियों की समीक्षा
हमीरपुर। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 26 नवंबर को हमीरपुर जिला के एक दिवसीय दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह मानसून सीजऩ में प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुए परिवारों के लिए प्रदेश सरकार द्वारा घोषित किए गए आपदा राहत पैकेज के तहत राहत राशि वितरित करेंगे।
डीसी हेमराज बैरवा ने मंगलवार को जिला के अधिकारियों के साथ बैठक करके मुख्यमंत्री के हमीरपुर जिले के प्रस्तावित दौरे की तैयारियों की समीक्षा की।
डीसी ने बताया कि राहत राशि के साथ-साथ मुख्यमंत्री प्रदेश सरकार की विभिन्न फ्लेगशिप योजनाओं के लाभार्थियों को भी इन योजनाओं के दस्तावेज एवं राशि प्रदान करेंगे। डीसी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को लाभार्थियों की सूची तैयार करने तथा इनसे संबंधित सभी औपचारिकताएं अतिशीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए।
जिला मुख्यालय में आयोजित किए जाने वाले इस कार्यक्रम के आयोजन स्थल पर सभी आवश्यक प्रबंधों को लेकर भी बैठक में व्यापक चर्चा की गई।
डीसी ने अधिकारियों से कहा कि आयोजन स्थल पर सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित होर्डिंग्स, बैनर और स्टैंडीज भी स्थापित किए जाने चाहिए ताकि इन योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने आयोजन स्थल पर सुरक्षा और पार्किंग व्यवस्था को लेकर भी पुलिस अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए।
उन्होंने कहा कि राहत राशि वितरण कार्यक्रम एवं जनसभा में लोगों की काफी भीड़ उमडऩे की उम्मीद है। इसलिए, उक्त कार्यक्रम के दौरान हमीरपुर शहर में यातायात व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए पार्किंग के अतिरिक्त प्रबंध करने होंगे।
बैठक में एसपी डॉ आकृति शर्मा, एडीसी मनेश कुमार यादव, एसडीएम मनीष कुमार सोनी, सहायक आयुक्त पवन कुमार शर्मा, जिला राजस्व अधिकारी जसपाल सिंह, डीएसपी रोहिन डोगरा, नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी संजय कुमार, ब्वायज सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रधानाचार्य नीना ठाकुर और अन्य अधिकारियों ने भी मुख्यमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव रखे।
शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू आज शिमला नहीं लौट पाएंगे। दिल्ली में खराब मौसम की वजह से हेलीकॉप्टर की उड़ान संभव नहीं है। ऐसे में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शनिवार सुबह शिमला लौट सकते हैं। हालांकि, उड़ान मौसम पर निर्भर करेगी।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आज यानी शुक्रवार को एम्स नई दिल्ली से शिमला पहुंचने का प्रोग्राम था। जारी टुअर प्रोग्राम के अनुसार मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 10 नवंबर को दोपहर करीब 1 बजकर 30 मिनट पर एम्स नई दिल्ली से सफदरजंग एयरपोर्ट नई दिल्ली के लिए निकलना था।
दिल्ली एयरपोर्ट से करीब 1 बजकर 45 मिनट पर हेलीकॉप्टर से अन्नाडेल शिमला हेलीपैड के लिए उड़ान भरनी थी और करीब 3 बजकर 20 मिनट पर अन्नाडेल हेलीपैड पहुंचना था। इसके बाद ओक ओवर के लिए रवाना होना था, लेकिन खराब मौसम के चलते आज मुख्यमंत्री शिमला नहीं लौट पाएंगे।
बता दें कि पेट में संक्रमण के चलते मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू एम्स नई दिल्ली में उपचाराधीन हैं। डॉक्टरों ने निगरानी के लिए उन्हें आईसीयू में रखा था। मुख्यमंत्री 6 दिन पहले ही आईसीयू से बाहर आ गए हैं। अब उन्हें प्राइवेट वार्ड में रखा गया है।
मुख्यमंत्री अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। नॉर्मल तौर पर खाने-पीने के अलावा ई-ऑफिस से जरूरी फाइलें भी निपटा रहे हैं। मुख्यमंत्री अब नई दिल्ली से अधिकारियों को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे हैं।
शिमला। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू स्वास्थ्य को लेकर सेकंड ओपिनियन के लिए दिल्ली रवाना हो गए हैं। वह दिल्ली के एम्स अस्पताल में इलाज करवाएंगे।
बता दें कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को पेट दर्द के चलते आईजीएमसी शिमला भर्ती करवाया था। आईजीएमसी में अल्ट्रासाउंड सहित अन्य टेस्ट करवाएं गए। रिपोर्ट में पेट में इंफेक्शन पाई गई है। अब सेकंड ओपिनियन के लिए अब मुख्यमंत्री दिल्ली रवाना हुए हैं।
आईजीएमसी शिमला चिकित्सा अधीक्षक ने जानकारी दी है कि आईजीएमसी अस्पताल में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पेट दर्द और सामान्य संक्रमण से ग्रसित थे को विशेषज्ञो द्वारा उच्च कोटि स्वास्थ्य परामर्श के लिए एम्स नई दिल्ली ले जाया गया है। मुख्यमंत्री की तबीयत आईजीएमसी में उपचार के बाद कल से बेहतर बनी हुई थी और उनका रक्तचाप और नब्ज आदि सामान्य थे।
शिमला। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आईजीएमसी शिमला में भर्ती हैं। उन्हें रात में अचानक पेट में तेज दर्द उठा। इसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू को आधी रात को आईजीएमसी (IGMC) शिमला ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों की टीम ने उनकी नियमित स्वास्थ्य जांच की।
साथ ही अल्ट्रासाउंड सहित अन्य टेस्ट करवाए गए। सीएम सुक्खू अभी आईजीएमसी में ही उपचाराधीन हैं, जहां उनके रूटीन टेस्ट भी किए जा रहे हैं। कैबिनेट मंत्री जगत नेगी व रोहित ठाकुर भी उनकी सेहत का हाल जानने आईजीएमसी पहुंचे।
सीएम के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने बताया कि रात को 3 बजे पेट में दर्द के चलते मुख्यमंत्री आईजीएमसी में भर्ती हुए हैं। अभी तक जो टेस्ट हुए हैं, उनमें पेट में इंफेक्शन इसकी वजह सामने आई है।
कोई गंभीर समस्या नहीं है। डॉक्टर्स की निगरानी में उनके अन्य रूटीन टेस्ट भी हो रहे हैं। डॉक्टर ने उन्हें आराम की सलाह दी है। उम्मीद है कि सभी टेस्ट की जांच के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू आज शाम अपने सरकारी आवास ओक ओवर से सचिवालय पैदल पहुंचे। रास्ते में मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से संवाद किया और उनका हालचाल जाना।
इस दौरान लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा और पूर्व विधायक हरभजन सिंह भज्जी भी उनके साथ थे।
इससे पहले भी मुख्यमंत्री सचिवालय तक मॉर्निंग वॉक करते नजर आए हैं इस दौरान वह रास्ते में मिलने वाले छात्रों व स्थानीय लोगों ने संवाद भी करते रहते हैं।
सुक्खू ने आपूर्ति निगम सीमित बीओडी बैठक की अध्यक्षता की
शिमला।हिमाचल में सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में 52 नई उचित मूल्य दवाओं की दुकानें खोली जाएंगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने निगम से मरीजों की सुविधा के लिए और उन्हें उचित दरों पर दवाएं और अन्य सर्जिकल उपकरण उपलब्ध कराने के लिए राज्य भर के विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में 52 नई उचित मूल्य दवाओं की दुकानें खोलने के लिए कहा है, ताकि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध करवाई जा सकें।
यह निर्देश मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने शनिवार देर सायं शिमला में हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम सीमित के निदेशक मंडल की 173वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि राज्य में आपदा प्रभावित परिवारों को निःशुल्क एलपीजी कनेक्शन और निःशुल्क राशन उपलब्ध करवाने की योजना शुरू की गई है और पात्र लाभार्थी इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं।
उन्होंने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारियों को इसके प्रभावी कार्यान्वयन की निगरानी करने के निर्देश दिए, ताकि प्रभावित परिवार अपने उचित अधिकारों से वंचित न रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल में आपदा प्रभावित परिवारों को एलपीजी सिलेंडर, प्रेशर रेगुलेटर, हाट प्लेट, सुरक्षा पाइप सहित एलपीजी घरेलू रिफिल और ब्लू बुक की लागत सहित सभी संबंधित सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन प्रभावित परिवारों को निःशुल्क राशन भी उपलब्ध करवा रही है, जिसके अंतर्गत राशन पैकेज में 20 किलो गेहूं का आटा, 15 किलो चावल, 3 किलो दाल, 1 लीटर सरसों का तेल, 1 लीटर सोया रिफाइंड तेल, 1 किलो डबल फोर्टिफाइड नमक और 2 किलो चीनी शामिल है। उन्होंने कहा कि निःशुल्क राशन की यह सुविधा 31 मार्च, 2024 तक प्रदान की जाएगी।
इससे प्रभावितों को मूलभूत खाद्य आवश्यकताओं की पूर्ति सुनिश्चित होगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य नागरिक आपूर्ति निगम ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 1955 करोड़ रुपये का कुल कारोबार किया है और 87 लाख रुपए का लाभ अर्जित किया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निगम को पूरी तरह से डिजिटल, वाणिज्यिक और पेशेवर इकाई बनाने और उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि एफएमसीजी उत्पादों की खरीद के लिए निगम को गोदरेज और बजाज जैसी अग्रणी कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित करने चाहिए, ताकि उपभोक्ताओं को सस्ती दरों पर गुणवत्तापूर्ण उत्पाद मिल सकें।
निगम के गैर सरकारी निदेशक, प्रधान सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति आरडी नजीम, प्रधान सचिव वित्त मनीष गर्ग, सचिव स्वास्थ्य एम सुधा देवी, प्रबंध निदेशक राज्य नागरिक आपूर्ति निगम राजेश्वर गोयल, सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार संदीप कदम, राज्य खाद्य और नागरिक आपूर्ति निगम के कार्यकारी निदेशक सचिन कंवल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस बैठक में उपस्थित थे।
सीपीएस ने शिमला में सुखविंदर सिंह सुक्खू से की भेंट
पालमपुर। मुख्य संसदीय सचिव शहरी विकास एवं शिक्षा आशीष बुटेल ने कहा कि गोपालपुर स्थित चिड़ियाघर यथावत इसी स्थान पर रहेगा। उन्होंने गोपालपुर चिड़ियाघर के स्थानांतरण की अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि चिड़ियाघर के महत्व को बरकरार रखते हुए यहीं रखा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने वीरवार शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भेंट की और मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया है कि पालमपुर निर्वाचन क्षेत्र के गोपालपुर चिड़ियाघर को कहीं स्थानांतरित नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने जिला कांगड़ा को पर्यटन राजधानी बनाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा के बनखंडी में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर का जू बनाने फैसला पर्यटन की दृष्टि से जिला के लिए ऐतिहासिक निर्णय है। उन्होंने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि बनखंडी के साथ साथ गोपालपुर में भी चिड़ियाघर कार्यशील रहेगा।
आशीष ने कहा कि पालमपुर प्रदेश का आकर्षक पर्यटक स्थान है और वर्ष में लाखों पर्यटक पालमपुर का नैसर्गिक सौंदर्य निहारने के लिए यहां आते हैं। उन्होंने कहा कि गोपालपुर चिड़ियाघर भी पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र है जहां हिमालयी एवं अन्य वन्य जीव लोगों के आकर्षण का केंद्र हैं।
उन्होंने कहा कि गोपालपुर चिड़ियाघर पर्यटक स्थल होने के साथ-साथ सैकड़ों लोगों का रोजगार भी इस क्षेत्र से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि गोपालपुर चिड़ियाघर यथावत इसी स्थान पर रहेगा।
शिमला।मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यहां राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि बोर्ड के सहयोग से जिला कांगड़ा के ढगवार में 1.5 लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता का अत्याधुनिक पूर्ण रूप से स्वचालित दूध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित किया जाएगा। इस परियोजना का शिलान्यास शीघ्र ही किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना के प्रथम चरण में 180 करोड़ रुपये के निवेश से संयंत्र का निर्माण किया जाएगा। इस संयंत्र के स्थापित होने से दही, लस्सी, मक्खन, घी, पनीर, स्वादिष्ट दूध, खोया और मोजेरेला पनीर सहित विभिन्न प्रकार के डेयरी उत्पाद तैयार किए जाएंगे।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इसके लिए चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा और ऊना जिला के दुग्ध उत्पादकों से दूध खरीद कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा। उन्होंने दूध खरीद में पारदर्शिता के महत्त्व पर बल देते हुए कहा कि इससे किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य सुनिश्चित होगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में दूध खरीद प्रणाली को मजबूत करने के लिए 43 करोड़ रुपये का प्रावधान किया जाएगा। संयंत्र का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिदिन 2.74 लाख लीटर दूध खरीदने का लक्ष्य रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरे चरण के तहत ढगवार मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट में मिल्क पाउडर, आइसक्रीम और विभिन्न प्रकार के पनीर का उत्पादन शुरू किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को इस प्लांट के निर्माण संबंधी कार्य को डेढ़ वर्ष के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रतिज्ञा पत्र में उल्लेखित वादे के अनुसार गाय का दूध 80 रुपये प्रति लीटर और भैंस का दूध 100 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीदने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य के कृषि और आर्थिक विकास के लिए यह पहल महत्त्वपूर्ण है और प्रदेश सरकार राज्य में डेयरी-आधारित उद्योग को बढ़ावा देने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है।
एनडीडीबी के अध्यक्ष डॉ. मीनेश शाह ने परियोजना पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी और इस संयंत्र की स्थापना में हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, विधायक विनय कुमार और इंद्र दत्त लखनपाल, प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह, सचिव राकेश कंवर, पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विवेक भाटिया और अन्य अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
डरोह।मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार की जिला कांगड़ा में पुलिस अकादमी स्थापित करने की योजना है। यह बात उन्होंने पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज (PTC) डरोह में पासिंग आउट परेड की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हिमाचल में पुलिस बल के सशक्तिकरण के लिए पुलिस विभाग में आरक्षियों के 1226 पद भरने की स्वीकृति प्रदान की गई और कमांडो बल स्थापित करने के मामले पर विचार किया गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार पुलिस विभाग के आधुनिकीकरण के लिए कृत संकल्प है, जिसके लिए विभिन्न नई तकनीक शामिल की जाएंगी।
पुलिस बल को आवासीय सुविधाएं प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता है, जिसके लिए पर्याप्त बजट का प्रावधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस का आधुनिकीरण सरकार की प्राथमिकता है और सरकार बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और अधिक संसाधन उपलब्ध करवाने के लिए भी प्रतिबद्ध है।
उन्होंने पास आउट प्रशिक्षुओं को सेवाओं में व्यावसायिकता तथा प्रतिबद्धता लाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए पुलिस के सामने नई चुनौतियां सामने आ रही हैं। मुख्यमंत्री ने सभी प्रशिक्षुओं को बधाई दी तथा आशा व्यक्त की कि वे अनुशासन के साथ सेवा प्रदान करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पुलिस ने राज्य में मानसून के दौरान आई आपदा में सराहनीय भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने प्रदेश में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल तथा राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के साथ मिलकर बचाव तथा राहत कार्यों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने 271 महिला प्रशिक्षुओं सहित 1093 प्रशिक्षु पुलिस आरक्षियों की परेड का निरीक्षण किया तथा भव्य मार्चपास्ट की सलामी ली। प्रशिक्षुओं ने हथियारों को जोड़ने-खोलने, निशस्त्र युद्ध, कमांडों युद्ध, वैपन पीटी तथा मास पीटी की प्रस्तुति दी।
मुख्यमंत्री ने 21 करोड़ रुपये की लागत से डरोह में निर्मित 12 टाइप-3 आवास, 320 प्रशिक्षुओं के बैरेक तथा बाढ़ एवं फ्लड एंड ड्राउनिंग सेंटर का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों के मेधावी प्रशिक्षुओं तथा प्रशिक्षकों को पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने महाविद्यालय की मासिक पत्रिका के 33वें अंक का विमोचन भी किया।
डीआईजी संजय कुंडू ने स्वागत संबोधन में पुलिस विभाग में विभिन्न पद स्वीकृत करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया तथा कहा कि इस निर्णय से रिक्तियां भरने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस बैच के प्रशिक्षण में उच्च मानकों को अपनाया गया है।
यह महाविद्यालय राष्ट्रीय तथा उत्तर क्षेत्र स्तर पर प्रशिक्षण में सर्वश्रेष्ठ आंका गया है तथा अब उप-पुलिस अधीक्षक तथा उप-निरीक्षक प्रशिक्षण में भी सर्वोच्च रैकिंग प्राप्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह के प्रधानाचार्य विमल गुप्ता ने कॉलेज की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। राज्य कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के अध्यक्ष संजय सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री को आपदा राहत कोष के लिए 11 लाख रुपये का चेक भेंट किया।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत सजूराम राणा (आईपीएस) के पुत्र साहिल राणा को पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर पद के लिए नियुक्ति पत्र भी प्रदान किया। बता दें कि जनवरी 2023 में धर्मशाला के जोरावर स्टेडियम में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की जन आभार रैली के दौरान आईपीएस साजू राम राणा की तबीयत बिगड़ी और अस्पताल में चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
एसआर राणा धर्मशाला के जोरावर स्टेडियम में हुई इस जन आभार रैली के दौरान सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे थे। उनकी निधन हार्ट अटैक की वजह से हुआ था। साजू राम राणा मूल रूप से मंडी जिले के धर्मपुर के ध्वाली गांव के रहने वाले थे, उनके दो बच्चे हैं।
जब उनका निधन हुआ तब वह जिला हमीरपुर की जंगलबैरी में चौथी बटालियन में कमांडेंट थे। राणा 1 सितंबर,1990 को पुलिस विभाग में बतौर निरीक्षक भर्ती हुए थे। जनवरी 2020 में वह आईपीएस कैडर में प्रमोशन हुआ था। एसआर राणा ने 31 मई 2024 को रिटायर होना था।