यहां बाकायदा रजिस्टर में दर्ज की जाती है अर्जी
नई दिल्ली। गणेश भगवान की महिमाएं तो यूं बहुत हैं, लेकिन कुछ ऐसी भी बातें हैं जो कलयुग में भी उनका एहसास करवाती है। ऐसा ही कुछ होता हमारे देश में। मध्य प्रदेश के जबलपुर में गणेश भगवान का एक ऐसा मंदिर है जहां लोग धार्मिक अनुष्ठानों के साथ अर्जी भी लगाते हैं, क्योंकि ऐसा करने पर लोगों की मुराद पूरी होती है। अर्जी बाकायदा रजिस्टर में दर्ज की जाती है। गणेश उत्सव के दौरान यहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। हम बात कर रहे हैं श्री सिद्ध गणेश का मंदिर की जो जबलपुर के ग्वारीघाट क्षेत्र में स्थित है।
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कहा जाता है कि यहां जो भी मुराद लेकर लोग आते हैं और नारियल के साथ अर्जी लगाता है उसकी मनोकामना पूरी हो जाती है। जो श्रद्धालु यहां अर्जी लगाते हैं उनका ब्यौरा भी मंदिर प्रबंध समिति द्वारा रखा जाता है। हर अर्जी में दर्ज नाम, पता और मोबाइल नंबर भी रजिस्टर में दर्ज किए जाते हैं। मंदिर प्रबंध समिति से जुड़े लोगों का दावा है कि यहां अब तक एक लाख 80 हजार से ज्यादा लोग अर्जी लगा चुके हैं और उनमें से 60 हजार से ज्यादा लोगों की मनोकामना भी पूरी हो चुकी है।
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इस मंदिर के निर्माण के पीछे भी एक कहानी है। बताया जाता है कि जब मंदिर निर्माण की तैयारी चल रही थी तब मंदिर में भूमि तल से पांच से छह फीट ऊपर उठाकर बनाने का निर्णय लिया गया लेकिन जब मंदिर निर्माण के लिए खुदाई शुरू हुई तो चार फुट नीचे भगवान गणेश की लगभग ढाई फुट ऊंची प्रतिमा मिली। बाद में इसी प्रतिमा को स्थापित किया गया। मंदिर के व्यवस्थापक रामानुज तिवारी ने बताया कि मंदिर निर्माण के समय ही कई बाधाएं आई थीं। मंदिर निर्माण के लिए अर्जी लगाई गई थी उसके बाद ही ये बन पाया। यही कारण है कि तब से यह मंदिर अर्जी वाले गणेश मंदिर के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में गणेशोत्सव के दौरान चतुर्थी से लेकर अनंत चौदस तक विशेष पूजन अनुष्ठान का दौर चलता है। इसके साथ ही दस दिनों तक भगवान का अलग-अलग श्रृंगार किया जाता है।