दिवाली से पहले करीब 35 तो बाद में 13 लाख की आमदनी
शिमला होटल वाइल्ड फ्लावर हॉल मामला, सरकार ने कोर्ट से मांगा समय

शिमला। हरियाणा में दिवाली की रात रोडवेज बस ड्राइवर राजवीर की हत्या को लेकर रोडवेज कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। एक तरफ हरियाणा में ड्राइवर राजवीर की हत्या के विरोध में रोडवेज कर्मचारी चक्का जाम कर विरोध जता रहे हैं तो दूसरी तरफ एचआरटीसी ड्राइवर कंडक्टर यूनियन भी हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर की हत्या से आक्रोशित हो गए हैं।
एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन ने कहा है कि आज शाम तक अगर हरियाणा सरकार मृतक के परिवार को न्याय नहीं देती है तो कल से एचआरटीसी प्रदेश से बाहर बसों को नहीं भेजेगी। एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन के अध्यक्ष मान सिंह ठाकुर ने कहा कि हत्या के तीन दिन बाद भी आरोपियों की धरपकड़ न होने से हरियाणा में रोडवेज कर्मी धरना दे रहे हैं।
हरियाणा रोडवेज कर्मियों द्वारा पीड़ित परिवार को न्याय दिलवाने की लगातार मांग की जा रही है। यदि जल्द आरोपियों की धरपकड़ नहीं होती है तो हरियाणा एचआरटीसी की बसें हरियाणा नहीं भेजी जाएंगी। इसके साथ ही पीड़ित परिवार को मुआवजा और परिवार के सदस्य को नौकरी देने के साथ दोषियों को पकड़ने की मांग की गई है।
एचआरटीसी ड्राइवर कंडक्टर यूनियन उनकी मांग का समर्थन करती है। आज शाम तक अगर हरियाणा सरकार रोडवेज के ड्राइवर के परिवार को न्याय नहीं देती है तो कल से एचआरटीसी प्रदेश के बाहर बसें नहीं भेजेगी।
चंबा। दिवाली की रात न्यू बस स्टैंड चंबा के पास एक सड़क हादसा पेश आया। यहां पर दो बाइक सवार रावी नदी में समा गए। हादसे के शिकार एक युवक का शव सोमवार दोपहर को परेल के पास बरामद कर लिया गया है जबकि दूसरा युवक अभी भी लापता है। पुलिस और दमकल विभाग की टीम पीड़ित परिवार के सदस्यों के साथ युवक की तलाश में जुटी है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ये हादसा रविवार को दिवाली की रात करीब एक बजे पेश आया है। दो युवक अभिनय पटियाल (21) पुत्र पवन कुमार निवासी छुद्रा और सन्नी (20) निवासी लचौड़ी, सलूणी रात को बाइक पर सवार होकर कहीं जा रहे थे। रात के अंधेरे में दोनों बाइक सवार रावी नदी में जा गिरे। स्थानीय लोगों ने हादसे की खबर पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों बाइक सवार युवकों की तलाश में जुट गई। रात को दोनों में से किसी का कोई पता नहीं लग पाया। सोमवार सुबह अभिनय पटियाल (21) पुत्र पवन कुमार निवासी छुद्रा का शव परेल के पास मिला। पुलिस ने चंबा अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। वहीं सन्नी (20) निवासी लचौड़ी, सलूणी की तलाश अभी भी जारी है।
शिमला। दिवाली के लिए राजधानी शिमला में पटाखा बाजार सजने शुरू हो गए हैं। शिमला में जिला प्रशासन ने पटाखों के लिए 14 स्थान चिन्हित किए हैं। लक्कड़ बाजार स्थित आईस स्केटिंग रिंक, संजौली और बालूगंज के अलावा उपनगरों में पटाखा बाजार सजना आरंभ हो गए हैं।
जिला प्रशासन की ओर से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में पटाखों के लिए चयनित स्थानों पर लगे स्टालों से खरीदारी कर सकते हैं। प्रशासन ने पटाखे जलाने का समय दो घंटे रात 8 से 10 बजे तक निर्धारित किया है।
शहर के आईस स्केटिंग रिंक, बालूगंज मैदान (गोपाल मंदिर के सामने), संजौली, पीडब्ल्यूडी पार्किंग छोटा शिमला, खलीनी बाईपास, त्रिलोक चंद शॉप के पास, एचपीयू ग्राउंड समरहिल, छोटा शिमला कसुम्पटी की ओर सड़क पर खुला स्थान, जीएसएसएस फागली के पास खुला मैदान, कसुम्पटी के लिए रानी ग्राउंड कसुम्पटी, टुटू में शिव शक्ति मंदिर के पास ग्राउंड, न्यू शिमला के लिए साईं भवन के पास खाली जगह, ढली-संजौली बाईपास बस स्टॉप, विकास नगर क्षेत्र में सड़क किनारे पुलिस चौकी के पास का स्थान पटाखा बेचने के लिए चिन्हित किया है।
इन स्थानों के अतिरिक्त अन्य स्थानों पर पटाखा बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। डीसी शिमला आदित्य नेगी ने कहा कि प्रत्येक वर्ष की तरह पटाखों की बिक्री के लिए जगह चयनित कर ली गई है।
राजधानी में 14 जगह को पटाखा बिक्री के लिए चिन्हित किया गया है। PWD तथा अग्निशमन विभाग को व्यवस्था करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। अगर कोई आगजनी की दुर्घटना होती है तो उस पर काबू पाया जा सके। शिमला में पटाखे जलाने का समय रात आठ बजे से दस बजे रखा गया है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) दिवाली पर 174 स्पेशल बसें चलाने जा रहा है, ताकि दिवाली के लिए घर आने वाले नौकरी व कामकाजी लोगों को दिक्कत पेश न आए।
10 और 11 नवंबर को दिल्ली- चंडीगढ़ और बद्दी से ये अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी। इसमें सामान्य और वोल्वो बसें शामिल हैं। दिवाली के बाद भी लोगों को वापस जाने के लिए इस प्रकार का प्रावधान किया है।
हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर का कहना है कि दिवाली के चलते 10 नवंबर को 92 अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी।
11 नवंबर को 82 अतिरिक्त बसें यात्रियों की सुविधा के लिए चलाई जा रही हैं। बावजूद इसके यदि यात्रियों की संख्या ज्यादा होती है या बुकिंग ज्यादा आती है तो इसकी संख्या को बढ़ाया भी जा सकता है।
धर्मशाला। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों की अनुपालना करते हुए कांगड़ा जिला के शहरी क्षेत्रों में भी दिवाली, गुरुपर्व, क्रिसमस तथा नववर्ष की पूर्व संध्या पर पटाखे चलाने के लिए समय निर्धारित कर दिया है।
इस बाबत डीसी डॉ निपुण जिंदल की ओर से आदेश भी पारित किए गए हैं। इन आदेशों के अनुसार इन पर्वों पर ग्रीन पटाखे यानि कम प्रदूषण वाले पटाखे ही चलाने की अनुमति है।
इसमें 12 नवंबर दिवाली को रात आठ बजे से लेकर रात दस बजे तक, गुरु पर्व 27 नवंबर को सुबह चार बजे से पांच बजे तक तथा रात्रि नौ बजे से लेकर रात्रि दस बजे तक व क्रिसमस 25 दिसंबर को रात्रि 11 बजकर 55 से लेकर 12 बजकर 30 तक ही पटाखे चलाए जा सकते हैं।
इसी तरह से नववर्ष की पूर्व संध्या पर 31 दिसंबर को रात्रि 11 बजकर 55 से लेकर 12 बजकर 30 बजे तक की पटाखे चलाए जा सकते हैं। बाजार में, सरकारी कार्यालय परिसरों, हेरिटेज बिल्डिंग तथा आवाज निषिद्ध क्षेत्रों में पटाखों के चलाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
जिला दंडाधिकारी के आदेशों के अनुसार शहरी क्षेत्रों में पटाखे बेचने के लिए संबंधित एसडीएम से अनुमति लेना भी अनिवार्य होगा। इसके साथ ही शहरी क्षेत्रों में उपमंडल अधिकारियों द्वारा चिह्नित या निर्धारित जगहों पर ही पटाखे बेचे जा सकते हैं।
इन आदेशों की अवहेलना करने वाले के खिलाफ संबंधित उपमंडल अधिकारियों को कार्रवाई के लिए प्राधिकृत किया गया है। इसके साथ ही नगर निगमों, नगर परिषदों, नगर पंचायतों को पटाखों से उत्पन्न होने वाले कूड़ा कचरा के वैज्ञानिक तरीके से निष्पादन के लिए भी उचित कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
चिहिन्त स्थानों पर पटाखों की दुकानों में बिना किसी रूकावट के आपातकालीन निकासी होना जरूरी है। पटाखों की दुकानों पर सेल्जमैन पटाखों की हैंडलिंग में दक्ष होने चाहिए।
मार्केट या भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में पटाखे बेचने की अनुमति नहीं दी जाएगी, चिहिन्त स्थानों पर पटाखों की दुकानों की आपसी दूरी कम से कम तीन मीटर होनी चाहिए। पटाखों की दुकानों के आसपास लैंप, मोमबत्ती जलाने तथा स्मोकिंग पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
नई दिल्ली। केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में दिवाली से पहले कर्मचारियों को तोहफा दिया है। कैबिनेट बैठक में त्योहार के समय में सभी पात्र अराजपत्रित रेलवे कर्मचारियों को वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 78 दिन के वेतन के बराबर बोनस को मंजूरी दी है। इस फैसले से लगभग 11.07 लाख कर्मचारियों को लाभ मिलेगा।
वहीं, केंद्र सरकार के कर्मचारियों को महंगाई भत्ता (DA) और पेंशनरों को महंगाई राहत (DR) में 1 जुलाई 2023 से 4 फीसदी की बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है। यह 42 फीसदी से 46 फीसदी हो गया है। इस फैसले से 48.67 लाख कर्मचारियों और 67.95 लाख पेंशनभोगियों को फायदा होगा।
2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से लद्दाख में 7.5GW का सोलर पार्क स्थापित करने की घोषणा की थी। आज उसके विषय में लद्दाख से लेकर Main Grid तक ट्रांसमिशन लाइन लाने के लिए 5GW की कैपेसिटी की लाइन को अनुमति दे दी गई है।\
किसानों के हित को देखते हुए 2024-25 के लिए 6 रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी गई है।
हिंदू धर्म के सबसे बड़े त्योहार यानी दिवाली के अगले ही दिन सूर्य ग्रहण लगने वाला है। इस सूर्य ग्रहण का दिवाली पर क्या प्रभाव पड़ेगा हम आपको बताते हैं।
25 अक्टूबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगेगा। यह सूर्य ग्रहण भारत में आंशिक होगा। 25 अक्टूबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण साल 2022 का आखिरी सूर्य ग्रहण और भारत में दिखाई देने वाला पहला सूर्य ग्रहण होगा। चतुर्दशी शाम 5 बजकर 26 मिनट पर समाप्त हो जाएगी, जिसके ठीक बाद यानी शाम 5 बजकर 27 मिनट से अमावस्या लग जाएगी। इसके बाद 25 अक्टूबर को भारतीय समय के अनुसार, दोपहर 2 बजकर 29 मिनट से सूर्य ग्रहण लगना प्रारंभ हो जाएगा। इसकी समाप्ति 6 बजकर 32 मिनट पर हो जाएगी।
ज्योतिष काल गणना के अनुसार दिवाली के मौके पर ऐसा संयोग 27 साल बाद बन रहा है। इससे पहले इस तरह का सूर्य ग्रहण साल 1995 की दिवाली पर हुआ था। ज्योतिष जानकारों की मानें तो सूर्य ग्रहण के कारण लक्ष्मी पूजन पर किसी भी प्रकार का प्रभाव नहीं पड़ेगा। हालांकि उसके अगले दिन गोवर्धन पूजा पर निषेध रहेगा इसलिए गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर को की जाएगी।
ये सूर्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार दोपहर 2 बजकर 29 मिनट पर आइसलैंड में शुरू होगा, जो शाम 6 बजकर 20 मिनट पर अरब सागर में खत्म होगा। भारत में यह सूर्य ग्रहण शाम लगभग 4 बजकर 29 मिनट से शुरू होकर शाम 6 बजकर 9 मिनट पर खत्म होगा। हिन्दू धर्मशास्त्रों के अनुसार, सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण शुरू होने के 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है। चूंकि भारत में सूर्य ग्रहण अपराह्न 4 बजे के बाद दिखाई देगा। इसलिए भारत में इसका सूतक काल भोर में सुबह 4 बजे के बाद मान्य होगा।
सूर्य ग्रहण के समय कई तरह कार्यों पर रोक रहती है। 25 अक्टूबर को होने वाले सूर्य ग्रहण में वृषभ, मिथुन, कन्या और तुला राशि वालों को इससे सावधान रहने की जरूरत है। इसके अलावा तेल मालिश व धूप, दीप से आरती या हवन भी नहीं करनी चाहिए। गर्भवती स्त्री व कुंडली दोष वाले लोगों भी इस दौरान सावदान रहने की जरूरत है।
दिवाली का त्योहार हो और रंगोली न बनाई जाए ऐसा तो हो नहीं सकता। दिवाली पर हर घर रंगोली से सज जाता है। रंगोली को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। घर के बाहर और अंदर बनायी जाने वाली रंगोली मां लक्ष्मी के स्वागत के लिए बनाई जाती है।
आपने भी इस बार रंगोली के लिए कई डिजाइन सोच लिए होंगे या फिर सोच रहे होंगे। अगर आप सुंदर रंगोली डिज़ाइनों की तलाश कर रहे हैं तो हम आपके लिए कुछ रंगोली डिजाइन लेकर आए हैं। इनकी मदद से आप दिवाली पर अपने घर को सजा सकते हैं।
इन रंगोली डिज़ाइनों में रंगों के साथ कंट्रास्ट बनाया जाता है तो ओम्ब्रे ऑरेंज में पंखुड़ियाँ खूबसूरती से निकलकर आती हैं। इससे ये देखने में बहुत ही आकर्षक दिखाई देती है।
ये सबसे सुंदर फूलों की रंगोली डिज़ाइन्स में से एक है। जिसको आप दिवाली या शादी की सजावट के दौरान बनाकर घर की सजावट कर सकते हैं।
कमल न केवल शुभ होते हैं, बल्कि ये देखने में भी बेहतर लगते हैं। इसके लिए आप पंखुड़ियों के लिए दोहरे रंगों का उपयोग करके इस रंगोली डिज़ाइन पर 3D प्रभाव डाल सकते हैं।
यह साधारण रंगोली डिजाइनों में से एक है। नारंगी कलर देखने में काफी आकर्षक लगता है। इसके साथ ही इसमें जाली प्रभाव पूरी रंगोली में को आकर्षक बना देता है।
दीपों का त्योहार दिवाली आ गया है। हिंदू धर्म में दिवाली का पर्व बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है और पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। दिवाली का ये पर्व कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि मनाया जाता है।
दिवाली को अंधकार पर प्रकाश की जीत का पर्व माना जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। ये पूजा प्रदोषकाल और मध्यरात्रि में स्थिर लग्न में उत्तम मानी गई है।
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उनकी विधिवत पूजा बहुत जरूरी है। इस बार दिवाली 24 अक्टूबर को है। आपको बताते हैं दिवाली पर लक्ष्मी पूजन की समाग्री, मुहूर्त, मंत्र और पूजा विधि के बारे में विस्तार से …
कार्तिक अमावस्या तिथि आरंभ – 24 अक्टूबर 2022, शाम 05.27
कार्तिक अमावस्या तिथि समाप्त – 25 अक्टूबर 2022, शाम 04.18
लक्ष्मी पूजा प्रदोष काल मुहूर्त (शाम) – 07.02 बजे – 08.23 बजे (24 अक्टूबर 2022)
लक्ष्मी पूजा निशिता काल मुहूर्त (मध्यरात्रि) – 24 अक्टूबर 2022, 11.46 बजे – 25 अक्टूबर 2022, 12.37
प्रदोष काल – 05.50 – 08:23 (शाम)
वृषभ काल – 07:02 – 08.58 (शाम)
अपराह्न मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत) – 05:27 – 05:50 (शाम)
शाम मुहूर्त (चर) – 05:50 – 07:26 (शाम)
रात्रि मुहूर्त (लाभ) – 10:36 (शाम) – 12:11 (सुबह)
रोली, कुमकुम, चंदन, अष्टगंध, अक्षत, लक्ष्मी-गणेश की मूर्ती या फोटो
पूजा की चौकी, लाल कपड़ा, पान, सुपारी, पंचामृत, हल्दी, रूई की बत्ती, लाल धागे की बत्ती, नारियल, गंगाजल, फल, फूल, कमल गट्टा, कलश, आम के पत्ते, मौली, जनेऊ, दूर्वा, कपूर, दक्षिणा, धूप, दो बड़े दीपक, गेंहूं, खील, बताशे, स्याही, दवात