शिमला। हिमाचल में बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों के लिए कांग्रेस आरटीपीसीआर रिपोर्ट की अनिवार्यता खत्म करने के हक में नहीं है। हिमाचल कांग्रेस ने प्रदेश सरकार के फैसले पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने फैसले पर हैरानी जताते हुए कहा कि देश में अभी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर खत्म नहीं हुई है, ऐसे में अगर बाहर से कोई संक्रमित व्यक्ति यहां आता है तो यह प्रदेश के लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकता है। राठौर ने कहा है कि सरकार को इस फैसले पर पुनः विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में अभी कोरोना की दूसरी लहर चल रही है, जबकि तीसरी लहर का खतरा सिर पर मंडरा रहा है। उन्होंने कहा है कि कोरोना टेस्टिंग के साथ-साथ प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन का कार्य तेज करने की बहुत ही जरूरत है। बता दें कि प्रदेश सरकार ने पिछले कल कैबिनेट बैठक में बाहरी राज्यों से हिमाचल आने वाले लोगों के लिए आरटीपीसीआर रिपोर्ट की अनिवार्यता खत्म करने का निर्णय लिया है। वहीं, कोविड पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन व्यवस्था पहले जैसे ही होगी।
राठौर ने कोरोना को लेकर प्रदेश सरकार के ढुलमुल रवैया पर चिंता प्रकट करते हुए कहा है कि पहले दौर में जब कोरोना संक्रमण में कुछ कमी आई थी, उसके बाद सरकार बेपरवाह हो गई थी। उस का कारण आज प्रदेश में 3 हजार से अधिक लोग अपनी जान गवां चुके हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना का संकट अभी टला नहीं है, ऐसे में किसी ज्यादा भीड़ भाड़ से बचने की बहुत ही आवश्यकता है। सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था सुचारू करने की बहुत आवश्यकता है, जिससे आम लोगों के साथ-साथ वाले दैनिक कामकाजी लोगों को आने जाने में सुविधा हो सके। उन्होंने कहा कि सभी बसों को सही ढंग से सैनिटाइज किया जाना चाहिए, जिससे कोरोना की कोई भी चेन आगे ना बढ़े।
राठौर ने सरकार से अपनी मांग फिर दोहराई है कि कोरोना से प्रभावित सभी छोटे-मोटे कारोबारियों के साथ-साथ होटल वालों, किसानों, बागवानों को कोई राहत पैकेज जारी किया जाए। उन्होंने कहा है कि सरकार को बढ़ती बेरोजगारी को दूर करने के किसी ठोस उपायों पर भी जल्द काम करते हुए बढ़ती महंगाई से भी आम लोगों को राहत देने के उपाय करने चाहिए। राठौर ने गत दिनों हमीरपुर में पंजाब से आए कुछ लोगों द्वारा एक व्यक्ति के घर पर किए गए हमले पर भी चिंता प्रकट करते हुए कहा कि सरकार प्रदेश में कानून-व्यवस्था की ओर भी ध्यान दे, जो दिनों दिन बिगड़ती जा रही है।