स्कूलों में नहीं होगी मॉर्निंग असेंबली
शिमला। हिमाचल में दो अगस्त से स्कूल खुलेंगे। 10वीं से 12 वीं तक छात्रों की आफलाइन क्लासें चलेंगी, वहीं 5वीं से 8वीं तक के छात्र डाउट क्लेयर करने आ सकते हैं। कैबिनेट के फैसले के बाद इस बारे आदेश जारी हो गए हैं। वहीं, एसओपी भी जारी कर दी है। एसओपी के तहत स्कूलों में मॉर्निंग असेंबली नहीं होगी। छात्र स्कूल में एंट्री करेंगे और सीधे क्लासरूम में जाएंगे। इसके अलावा लंच टाइम और छुट्टी भी छात्रों को एक साथ न देकर अलग-अलग टाइम में दी जाएगी। ऐसा भीड़ पर अंकुश लगाने के लिए किया गया है।
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स्कूल- कालेजों में खेलकूद गतिविधियां नहीं होंगी। स्कूल खुलने से पहले सभी प्रिंसिपल को कोविड की सभी गाइडलाइन का पालन करने के लिए माइक्रो प्लान तैयार करना होगा। इसके अलावा रोजाना क्लास रूम को सैनिटाइज करना होगा। शौचालयों की रोज सफाई सुनिश्चित करनी होगी। स्कूल बंद कमरे के अलावा आउटडोर में भी कक्षाएं लगाने का विकल्प ढूंढ सकते हैं। छात्रों के लिए रोज स्कूलों में कोविड के प्रति जागरूक करने के लिए 30 मिनट तक शिक्षक कोविड संबंधित क्लासेज लगाएंगे।
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सभी छात्रों, शिक्षकों व अन्य स्टाफ को मास्क पहनना, थर्मल स्कैनिंग और सैनिटाइजिंग और इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग रखना अनिवार्य होगा। सभी शिक्षण संस्थानों में एंट्री व एग्जिट प्वाइंट पर हैंड वॉश या सैनिटाइजर की सुविधा देना अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा प्रिंसीपल को स्कूल की सभी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए वालंटियर तैयार करने होंगे। इसमें छात्र, शिक्षकों को अलग-अलग जिम्मेदारी देनी होगी। स्कूल में बनाई गई यह कमेटी गेट के एंट्री व एग्जिट प्वाइंट पर तैनात होगी।
स्कूल-कालेजों के छात्रों के लिए परिवहन सुविधा केंद्र सरकार की गाइडलाइन पर मुहैया करवाने के आदेश दिए गए है। शिक्षा विभाग की एसओपी में साफ किया गया है कि स्कूल, कालेज व जिला स्तर पर कमेटियां बनाई जाएं। ये कमेटियां कोविड के प्रोटोकोल का पालन करवाने के साथ-साथ नजदीकी संस्थानों का निरीक्षण भी करेंगी। स्कूलों, कालेजों में कोविड के लक्षण जैसे खांसी, जुकाम, बुखार वाले छात्रों को डे ऑफ या फिर लीव पर भेजने के आदेश दिए गए हैं। एसओपी में कहा गया है कि स्कूल में एक या दो कमरों को रिजर्व रखा जाए, ताकि कोई बीमार हो, तो उसे वहां आइसोलेट किया जा सके।