मंडी-कमांद-कटौला से बजौरा होते हुए कुल्लू भेजे जा रहे छोटे वाहन
मंडी। हिमाचल में पहाड़ी दरकने का सिलसिला जारी है। ताजा मामला मंडी जिला के चार मील का है। यहां मनाली-चंडीगढ़ एनएच पर पहाड़ी दरकने से 12 घंटे से यातायात बाधित है। इसकी वजह से हजारों वाहन एनएच के दोनों तरफ फंसे हुए हैं। लोगों ने भूखे-प्यासे रात वाहनों व सड़क पर गुजारी। यातायात बाधित होने के कारण फल-सब्जी की खेप मंडियों तक नहीं पहुंच पाई। पहाड़ दरकने से पैदा हुए खतरे को देखते हुए मंडी जिला प्रशासन ने रात को वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी थी। छोटे वाहनों को वैकल्पिक मार्ग मंडी-कमांद-कटौला से बजौरा होते हुए कुल्लू भेजा जा रहा है। इसी मार्ग से कुल्लू की तरफ से वाहन आ रहे हैं।
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अचानक रूट बदलने के कारण वैकल्पिक मार्ग पर जगह-जगह जाम लग रहा है। मालवाहक वाहनों को मंडी व बजौरा में रोक दिया गया है। मलबा व चट्टानें हटाने के लिए दो पोकलेन लगाई गई है। जानकारी के अनुसार चार मील के पास रात 10 बजे अचानक पहाड़ दरकने से भारी मात्रा में मलबा व चट्टानें एनएच पर गिर गई जिसकी वजह से यातायात पूरी तरह से बंद हो गया। एनएच पर जिस समय मलबा व चट्टानें गिरी उस समय कई वाहन नीचे पर गुजर रहे थे। वाहन चालकों ने तुरंत अपने वाहन पीछे कर अपनी जान बचाई। डीसी मंडी अरिंदम चौधरी का कहना है कि चार मील के पास मलबा व चट्टानें गिरने से बंद हाईवे को बहाल करने की कोशिश की जा रही है।