आधी रात को सात साल के दो बच्चों को जिंदा निकाला गया
कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में बारिश ने सोमवार को भारी तबाही मचाई। विधानसभा क्षेत्र शाहपुर के तहत पड़ते बोह के रुलेहड़ में भूस्खलन की वजह से आए मलबे में दबे 15 लोगों में से एक की मौत हो चुकी है, जबकि पांच को रेस्क्यू टीम ने जिंदा बाहर निकाल लिया है। यहां पर सुबह छह बजे फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। आधी रात को यहां पर सात साल के दो बच्चों को जिंदा निकाला गया है, वहीं नौ लोग अभी भी मलबे में दबे हुए हैं। जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन मुस्तैदी से काम कर रहा है। लापता लोगों में भीम सिंह, कैंचना देवी, शिव प्रसाद, सुभाष चंद, सब्बू देवी डेढसाल, शिव कुमार, दो बच्चे और लापता है। इनका अभी तक कोई सुराग नहीं लग सका है।
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रुलेहड़ में सोमवार सुबह भूस्खलन से तीन घर पूरी तरह से मलबे में दब गए थे और कुल 10 घरों को नुकसान पहुंचा है। पंचायत भवन व पशुपालन विभाग की डिस्पेंसरी भी मलबे की चपेट में आ गई है। फील्ड कानूनगो टेक चंद, ऑफिस कानूनगो, अक्षय कुमार, पटवारी अरुणेश, एसडीएम शाहपुर, डीएसपी, पुलिस अधीक्षक व अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर हैं। 50 के करीब एनडीआरएफ के जवान कार्य में जुटे हैं। जबकि तीन से अधिक जेबीसी सहित अन्य उपकरणों की मदद ली जा रही है। डीसी कांगड़ा डा. निपुण जिंदल ने बताया कि सुबह छह बजे रेस्क्यू टीम ने अपना काम फिर शुरू कर दिया है।
गौर हो कि जिला कांगड़ा में भारी बारिश ने सोमवार को कहर बरपाया। भागसूनाग में नाले का बहाव बदलने से कारें व मोटरसाइकिल बह गए। चैतड़ू और शिला में खड्ड में बाढ़ आने से किनारे बसे छह मकान बह गए। पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोटला व रजोल के पास दो पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिससे आवाजाही प्रभावित रही। वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से भेजा जा रहा है। पर्यटन स्थल धर्मशाला में भी काफी नुकसान हुआ है।