तपोवन (धर्मशाला)। हिमाचल प्रदेश में नशे के खिलाफ सरकार ने कमर कसी है, वहीं विपक्ष का भी सरकार को समर्थन मिल रहा है। सदन में जनहित के मुद्दों को एक दूसरे को घेरने वाला सतापक्ष और विपक्ष धर्मशाला के तपोवन विधानसभा परिसर में एकजुट नजर आया। मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री सहित दोनों दलों के विधायक और मंत्री एक साथ बाहर आए और नशे खिलाफ जोरदार नारे लगाए।
विधानसभा के गेट नंबर–1 के बाहर नशे के खिलाफ हल्ला बोलते हुए सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने “चिट्टा भगाना है, हिमाचल को बचाना है” के नारे लगाए। नेताओं ने कहा कि नशे का मुद्दा राजनीति से कहीं ऊपर है और इसे केवल सामूहिक प्रयासों से ही समाप्त किया जा सकता है।
प्रदेश में बढ़ती नशाखोरी को रोकने, युवाओं को जागरूक करने और ड्रग माफिया पर सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता पर सभी ने जोर दिया। इस संयुक्त प्रदर्शन ने स्पष्ट संदेश दिया कि हिमाचल में नशा मुक्त समाज बनाने के लिए अब राजनीतिक एकता भी तैयार है।