शिमला। राजधानी शिमला स्थित ऐतिहासिक आइस स्केटिंग रिंक में आइस स्केटिंग का रोमांच शुरू हो गया है। रिंक में सुबह का सत्र आयोजित हो रहा है।
इस दौरान काफी संख्या में बच्चों व युवाओं ने आइस स्केटिंग का लुत्फ उठा रहे हैं। इसके अलावा पर्यटक भी आइस स्केटिंग रिंक पहुंच रहे हैं और यहां पर स्केटिंग का भरपूर लुत्फ उठा रहे हैं।
मौसम अनुकूल रहने के चलते रिंक में बर्फ की अच्छी परत जमी है और इसके चलते रिंक में इस वर्ष दिसम्बर के पहले सप्ताह में ही आइस स्केटिंग शुरू हो गई।
पहले दिन सुबह का सत्र 8 बजे से 9.30 बजे तक आयोजित हुआ। आगामी दिनों में मौसम अनुकूल रहा तो यहां पर बर्फ की परत और अच्छी हो जाएगी, ऐसे में अधिक सत्र आयोजित हो सकेंगे।
फिलहाल आइस स्केटिंग क्लब के प्रबंधन ने सुबह का ही सत्र आयोजित करने का निर्णय लिया है। आगामी दिनों में मौसम ने साथ दिया तो शाम का सत्र भी शुरू कर दिया जाएगा।
रिंक में स्केटिंग के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया जारी है और आगामी दिनों में पंजीकरण करवाने वालों की संख्या बढ़ेगी। वर्तमान में शिमला शहर के कई स्कूलों में अभी अवकाश नहीं हुआ है, ऐसे में स्कूलों में अवकाश होने पर युवाओं व बच्चों की संख्या में और इजाफा होगा।
आइस स्केटिंग क्लब के कार्यकारिणी सदस्य सुदीप महाजन ने बताया कि इस बार पिछले वर्ष की तुलना में अधिक ठंड पड़ने से स्केटिंग 6 दिन पहले शुरू हो गई है। बीते वर्ष 10 दिसंबर को पहला सत्र हुआ था।
बता दें कि वर्ष 1920 में रिंक का निर्माण ब्लैसिंगटन ने किया था। यहां पर रिंक के निर्माण की संभावनाओं का उस समय तब पता चला था, जब सर्दियों के दिनों में रिंक से पहले यहां पर स्थित एक टेनिस कोर्ट में पानी की बूंद गिरने पर वे बूंद जम गई थी। इसको देखने के बाद पूरे कोर्ट पर पानी फेंका गया और वे जम गया, जिसके बाद यहां पर आइस स्केटिंग रिंक का निर्माण करने का निर्णय लिया और इसी के बाद टेनिस कोर्ट को आइस स्केटिंग रिंक में तब्दील किया गया।