राकेश चंदेल/बिलासपुर। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हिमाचल प्रदेश की राज्य कार्यकारिणी के चुनाव वर्ष 2025–28 के लिए लेक व्यू होटल सुंदरनगर में लोकतांत्रिक माहौल में चुनाव प्रक्रिया संपन्न हुई। चुनाव में प्रदेशभर के लगभग 20 हजार प्राथमिक शिक्षकों का प्रतिनिधित्व करने वाले 141 शिक्षा खंडों के 226 में से 217 राज्य प्रतिनिधियों तथा सभी 12 जिलों के अध्यक्ष, महासचिव व कोषाध्यक्षों ने भाग लिया।
चुनाव भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक मंडल — वरिष्ठ शिक्षक नेता व अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के मुख्य सलाहकार प्रेम सिंह ठाकुर, कार्यकारी महासचिव विनोद ठाकरान तथा हरियाणा राज्य के अध्यक्ष तरुण सुहाग — की देखरेख में शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।
अध्यक्ष पद के लिए बिलासपुर के रमेश शर्मा और कुल्लू के इंदर ठाकुर के बीच कड़ा मुकाबला हुआ। कुल 217 मतों में से रमेश शर्मा को 117 और इंदर ठाकुर को 100 मत प्राप्त हुए। इस प्रकार रमेश शर्मा 17 मतों से विजयी घोषित किए गए।
अन्य पदों पर हुए चुनाव में मंडी से राम सिंह राव वरिष्ठ उपप्रधान, सोलन से रजनीश कौशिक महासचिव, कांगड़ा से अनिल भाटिया कोषाध्यक्ष, किन्नौर से तेनजिंग नेगी महालेखाकार, शिमला से चंद्र मोहन केवला मुख्य सलाहकार, चंबा से रमेश बिजलवान और कांगड़ा से संजय पीसी कार्यकारी अध्यक्ष चुने गए। वहीं ऊना से सुनीता शर्मा महिला विंग की राज्य अध्यक्षा निर्विरोध निर्वाचित हुईं।
चुनाव से पूर्व आयोजित साधारण अधिवेशन में प्रदेशभर से एक हजार से अधिक प्राथमिक शिक्षक उपस्थित रहे। अधिवेशन में नई क्लस्टर प्रणाली का विरोध किया गया और सरकार से इसे तत्काल वापस लेने की मांग उठी। इसके साथ ही अंडर-12 खेल प्रतियोगिताओं को बच्चों के हित में पुनः आरंभ करने, आंदोलन के दौरान निलंबित शिक्षकों के खिलाफ जांच कार्यवाही समाप्त करने और अदालती मुकदमों को वापस लेने के प्रस्ताव भी पारित किए गए।
नवनिर्वाचित अध्यक्ष रमेश शर्मा ने हिमाचल प्रदेश के सभी प्राथमिक शिक्षकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे शिक्षकों की एकजुटता और अधिकारों की रक्षा के लिए सदैव संघर्षरत रहेंगे। इस अवसर पर जिला मंडी अध्यक्ष बाबूराम ने साधारण अधिवेशन में आए सभी शिक्षकों का स्वागत व अभिनंदन किया।