Categories
Top News Himachal Latest Shimla State News

हिमाचल: बरसात में डेढ़ माह में 202 की गई जान, कई लाख का नुकसान-पढ़ें रिपोर्ट

पीडब्ल्यूडी और जल शक्ति विभाग को लगी सबसे ज्यादा चपत

शिमला। हिमाचल में कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब बरसात का मौसम कहर ढा रहा है। 13 जून से लेकर 28 जुलाई तक करीब डेढ़ माह की अवधि में ही हिमाचल को 50,292 लाख से अधिक की चपत लगी है। इसमें पीडब्ल्यूडी को 34,710.96 लाख, जल शक्ति विभाग को 14,084.14 और बिजली बोर्ड को 57.99 लाख का चूना लगा है। इसके अलावा फसलों, निजी संपत्ति आदि को नुकसान हुआ है। 27 और 28 जुलाई की बारिश में ही 500 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है।

यह भी पढ़ें :- लाहौल स्पीति में बादल फटने से तबाही, सड़कें टूटी-संपर्क कटा

वहीं, इस डेढ़ माह में 202 लोगों की जान गई है। यह मौतें बाढ़, बादल फटने, सड़क हादसों, डूबने, सांप के काटने, करंट लगने और गिरने आदि से हुई हैं। शिमला जिला में 32, कांगड़ा में 22, सिरमौर में 20, चंबा और मंडी में 19-19, लाहौल स्पीति में 17, कुल्लू में 16, सोलन में 15, किन्नौर में 14, ऊना में 12, बिलासपुर जिला में 11 और हमीरपुर में पांच की जान गई है। पिछले 18 दिन में ही हिमाचल में 35 लोगों की जान मलबे में दबने, डूबने आदि से हुई है।

18 दिन में तीन बड़ी प्राकृतिक आपदाएं आई हैं।

अब हम आपको बताते हैं उन दिन बड़ी प्राकृतिक आपदाओं के बारे, जिनसे हिमाचल ही नहीं पूरा देश दहल उठा था। 12 जुलाई को धर्मशाला, भागसूनाग और धर्मकोट आदि में बारिश ने कहर बरपाया था। शाहपुर विधानसभा क्षेत्र की बोह वैली में सात घर मलबे में दफन हो गए थे। इस हादसे में एनडीआरएफ की टीम ने मलबे में दबे दस लोगों के शव निकाले थे और पांच को बचाया था। मृतकों में पांच एक ही परिवार से थे। इसमें पति-पत्नी, दो बेटे और बेटी शामिल थी। काल के क्रूर पंजों ने हंसते खेलते पूरे परिवार को मौत की अगोछ में सुला था।

हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए facebook page like करें 

दूसरी प्राकृतिक आपदा 25 जुलाई को किन्नौर के बटसेरी में बरपी। किन्नौर जिला के सांगला-बटसेरी रोड पर पहाड़ी दरकने से 9 पर्यटकों की मौत हुई है और दो पर्यटक व एक स्थानीय निवासी घायल हुआ है। हादसे में दम तोड़ने वालों में चार राजस्थान, दो छतीसगढ़, एक-एक बेस्ट दिल्ली और महाराष्ट्र से हैं। घायलों में एक बेस्ट दिल्ली, एक मोहाली पंजाब और एक बटसेरी निवासी है। हादसे में जान गंवाने वालों में तीन युवतियां और एक महिला शामिल है।

वहीं, चार युवकों और दो व्यक्तियों ने भी दम तोड़ा है। तीसरी प्राकृतिक आपदा 27 और 28 जुलाई की है। इस दौरान लाहौल स्पीति के तेजिंग नाला में बाढ़ आने से दो गाडियां और 12 लोग बह गए थे। इसमें से सात के शव बरामद कर लिए हैं, तीन लापता हैं और दो को बचा लिया गया है। कुल्लू के मणिकर्ण के पास बह्मगंगा नाले में मां और बच्चे व बाहरी राज्य की एक युवती सहित चार बह गए हैं। युवती कैंपिंग साइट में मैनेजर थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *