पहाड़ी दरकने से बंद हुई थी सड़क, दो जेसीबी लगाकर की गई बहाली
नाहन। ट्रांसगिरि इलाके की दर्जनों पंचायतों को जोड़ने वाले रेणुकाजी-संगड़ाह-हरिपुरधार मार्ग पर तकरीबन 15 घंटे बाद आवाजाही बहाल हो पाई। घंटों कड़ी मशक्कत के बाद सड़क की बहाली से वाहन चालकों सहित यात्रियों व पर्यटकों ने भी राहत की सांस ली। बुधवार सुबह से ही सड़क पर वाहन दौडऩा शुरू हो गए हैं। लोक निर्माण विभाग ने दो जेसीबी मशीनों की मदद से इस सड़क को बहाल किया।
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अभी भी भूस्खलन के खतरे को देखते हुए विभाग ने सड़क पर एक जेसीबी मशीन के तैनात किया है। ताकि, मार्ग बंद होने पर इसे जल्द खोला जा सके। बता दें कि गत रोज ददाहू से महज एक किलोमीटर की दूरी पर एक पहाडी दरकने के कारण सारा मलबा सड़क पर आ गिरा। हालांकि, इस दौरान सड़क पर गिर रहे पत्थरों की वजह से वाहन चालक पहले ही खतरा भांप गए थे। लिहाजा, सड़क के दोनों तरफ वाहनों की आवाजाही को रोक दिया गया। देखते ही देखते चंद ही मिनटों बाद पहाड़ी अचानक खिसकी और टनों के हिसाब से मलबा सड़क व गिरि नदीं में जा गिरा।
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भूस्खलन का क्रम थमने का बाद विभाग ने जेसीबी मशीनों से इस सड़क को बहाल कर दिया है। इस सड़क को बहाल करने में 15 घंटे का वक्त लगा। उधर, नाहन-शिमला नेशनल हाईवे 907ए भी बहाल कर दिया है। यह सड़क शनाड़ी मंदिर के पास बड़ी चट्टानें सड़क पर गिरने की वजह से बंद हो गया था। मौके पर जेसीबी मशीन ने रात को ही नेशनल हाईवे को बहाल कर दिया। लोक निर्माण विभाग अधिशासी अभियंता रतन शर्मा ने बताया कि ददाहू-संगड़ाह सड़क को देर रात साढ़े 11 बजे बहाल कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि देर रात से ही वाहनों की आवाजाही जारी है। एक मशीन को भूस्खलन स्थल पर तैनात किया गया है।