एक बेटी का चंबा मेडिकल कॉलेज में चल रहा इलाज
चंबा। जिला चंबा के पांगी की रेई पंचायत में एक दुखद और हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां मझरौऊ नाम के गांव में दो बच्चों की मौत के बाद मां ने भी फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने घर से महिला सहित उसके बेटे का भी शव बरामद किया है। इस मामले की कड़ियां अंधविश्वास से भी जुड़ी हुई हैं और एक ऐसी बात सामने आई है जिसने सबको चौंका कर रख दिया है।
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जानकारी के अनुसार 42 वर्षीय प्यार देई पत्नी बेदब्यास खुद को माता का रूप मानती थी। उसकी दोनों बेटियां और एक बेटा काफी समय से बीमार चल रहे थे। प्यार देई का पति बेदब्यास बेटी को इलाज करवाने के लिए चंबा ले गया था। सोमवार को चंबा मेडिकल कॉलेज में उसकी 19 साल की बेटी सुनीता की मौत हो गई थी। बेद ब्यास जब घर से बेटी सुनीता और अनिता को इलाज के लिए लेकर गया था उस समय उसका बेटा प्रेम जीत कोमा में था और पत्नी ठीक थी। बेद ब्यास ने बताया कि उसका परिवार पिछले चार साल से दैवीय शक्तियों पर विश्वास कर रहा था। पत्नी के कहने पर ना किसी को घर आने देते थे और ना ही किसी के घर जाते थे।
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इन लोगों ने बेटे का इलाज इसलिए नहीं करवाया कि उसकी पत्नी को विश्वास था कि माता बेटे को दूसरी दुनिया में ले गई है और जल्द वापस आएगा। बेटियों को भी इलाज करवाने के लिए वह जबरदस्ती लेकर गया था। इनमें छोटी की मौत हो गई है और बड़ी बेटी चंबा मेडिकल कॉलेज में उपचाराधीन है। प्यार देई ने कब फंदा लगा लिया इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं हैं। पुलिस ने मां और बेटे के शव कब्जे में ले लिए हैं और छानबीन में जुट गई है। थाना प्रभारी नितिन चौहान ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।