नीचे खाई और बस में 30 सवारियां, स्टेयरिंग फ्री, बस ब्रेक थी सहारा
पांवटा साहिब। निजी बस चालक सतपाल सिंह निवासी सतौन और कंडक्टर बिट्टू शर्मा रोज की तरह पिछले कल पांवटा साहिब से शिलाई के लिए बस लेकर चले। रास्ते में सवारियां उतरती और चढ़ती रहीं। सिरमौर जिला के उपमंडल शिलाई के कफोटा में बोराड़ के पास बस पहुंची थी कि टायर की रॉड का नेट टूटने से बस ड्राइवर की साइड को खिंच गई और उस साइड गहरी खाई थी। बस खाई की तरफ लटक गई। उस वक्त में तीस के करीब सवारियां सवार थीं।
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चालक सतपाल सिंह के अनुसार टायर की राड का नेट टूटने से बस ड्राइवर साइड हवा में लटक गई। उस वक्त स्टेंयरिंग फ्री हो चुका था। ब्रेक ही मात्र एक सहारा थी। उन्होंने ब्रेक पर कस कर पैर रखे रखा। बस में सवार सवारियों को एक-एक कर बस से उतारा। सतपाल सिंह का कहना है कि नीचे गहरी खाई थी और बस खाई में गिरती तो किसी के बचने की उम्मीद नहीं थी। भगवान का शुक्र है कि एक बड़ा हादसा टल गया। उन्होंने कहा कि सवारियों की सुरक्षा चालक की जिम्मेदारी है। उन्होंने इस वक्त धैर्य बनाए रखा।
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बता दें कि पिछले कल सिरमौर जिला के उपमंडल शिलाई के कफोटा में बड़ा बस हादसा होने से टल गया। यहां पर बोराड़ के पास एक निजी बस अचानक ही सड़क किनारे हवा में लटक गई। गनीमत यह रही कि बस खाई में गिरने से बाल-बाल बची। हवा में लटकने के बाद जरा सी भी लापरवाही 30 सवारियों की जान पर भारी पड़ सकती थी, लेकिन चालक की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया।
बस में सवार लोगों का कहना है कि चालक ने सूझबूझ और दिलैरी दिखाते हुए कस कर ब्रेक लगा दी और जब तक आखिरी सवारी बस से नहीं उतरी, तब तक अपनी जान जोखिम में डालकर चालक ब्रेक पर खड़ा रहा। जब सभी सवारियां उतर गई तो बस के टायर के नीचे ओट लगाकर सवारियों ने चालक को भी बाहर निकाल लिया है।