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श्रीलंकाई कप्तान चमारी अटापट्टु ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करने का फैसला तो किया लेकिन उनकी टीम की कोई भी बल्लेबाज भारत की खूंखार गेंदबाजी का सामना नहीं कर पाई। लंकाई टीम ने सिर्फ 66 रनों का लक्ष्य निर्धारित किया। जिसे भारत ने आसानी से पार करते हुए ऐतिहासिक जीत अपने नाम कर ली है।
हिमाचल की बेटी और भारतीय महिला क्रिकेट टीम को जीत दिलाने में तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ने आज के मैच में अहम भूमिका निभाई। दाएं हाथ की इस तेज गेंदबाज ने 3 ओवर में मात्र 5 रन खर्च करते हुए 3 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। इस दौरान उन्होंने एक ओवर मेडन भी डाला।
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पहले 2 ओवर में भारत की ओर से कसी हुई गेंदबाजी होने के चलते कप्तान चमारी अटापट्टु ने रन आउट के चलते अपना विकेट गंवा दिया। वहीं पारी को संभालने की जिम्मेदारी में अनुष्का संजीवनी भी रन आउट का ही शिकार हो गईं। इन दोनों ही विकेटों को हासिल करने में विकेटकीपर ऋचा घोष का अहम योगदान रहा, जिन्होंने गजब फुर्ती दिखाते हुए रन आउट को अंजाम दिया।
अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों का विकेट गिरने के बाद से ही श्रीलंकाई टीम के बल्लेबाजों का क्रीज पर आना जाना लगा रहा। कोई भी खिलाड़ी लंबे समय के लिए भारत की खूंखार गेंदबाजी का सामना नहीं कर सका।
सिर्फ ओशादी राणासिंघे ने 13 रनों का सर्वाधिक योगदान दिया, इसके अलावा कोई भी बल्लेबाज 10 रनों का निजी आंकड़ा पार करने में कामयाब नहीं हो सकीं। रेणुका ने अपने कोटे के 3 ओवर में 3 विकेट अपने नाम किए। इसके अलावा राजेश्वरी गायकवाड और स्नेह राणा के खाते में भी 2-2 विकेट आए। जिसके चलते श्रीलंका 9 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 65 रन ही बना सकी।
गेंदबाजों के द्वारा शानदार प्रदर्शन ने भारत की जीत को सुनिश्चित कर दिया था। सिर्फ 66 रनों का लक्ष्य सामने देख कर टीम इंडिया की सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा(5) और स्मृति मंधाना (51) ने बिना कोई देरी किए श्रीलंका पर प्रहार करना शुरू कर दिया। हालांकि इस बीच तेजी से रन बनाने की फिराक में शेफाली को अपना विकेट गंवाना पड़ा और एशिया कप 2022 में शानदार फॉर्म में चल रही जेमिमा (2) भी आउट हो गईं।
लेकिन एक छोर पर स्मृति मंधाना टिकी हुई थी, अंत में उन्हें कप्तान हरमनप्रीत कौर(11) का साथ मिला। दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर भारत को 8.3 ओवर में ही जीत की दहलीज के पार पहुंचा दिया। यह भारतीय महिला क्रिकेट टीम की एशिया कप के इतिहास में 7वीं खिताबी जीत है।