ट्रक ड्राइवर के बेटे ने ओलंपिक में किया बेहतरीन प्रदर्शन
शिमला। टोक्यो ओलंपिक में परचम लहराने वाली भारतीय हॉकी टीम में एक खिलाड़ी हिमाचल का भी है जो कि हमारे लिए गर्व की बात है। चंबा जिले के डलहौजी उपमंडल की ओसल पंचायत से ताल्लुक रखने वाले वरुण कुमार ने हिमाचल का नाम रोशन किया है। वरुण कुमार की इस उपलब्धि पर हिमाचल सरकार ने उनको इनाम देने की घोषणा की है।
ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली हॉकी टीम के खिलाड़ियों को एक करोड़ रुपए देगी पंजाब सरकार
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक लाने वाली हॉकी टीम के सदस्य चंबा जिले के वरुण कुमार को प्रदेश सरकार 75 लाख रुपए नकद इनाम देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें प्रसन्नता है कि हॉकी टीम ने ओलंपिक में बेहतरीन प्रदर्शन किया। वहीं, पंजाब सरकार भी उन्हें एक करोड़ रुपए का नकद पुरस्कार देगी। इसकी घोषणा पंजाब के खेल एवं युवा सेवाएं मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी ने की।
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने रचा इतिहास, 41 साल बाद जीता मेडल
वरुण कुमार का जन्म 25 जुलाई, 1995 को हुआ है और वर्तमान में वह परिवार सहित पंजाब के जालंधर में रह रहे हैं। उनके पिता ब्रह्मानंद जालंधर के मीठापुर में पेशे से ट्रक ड्राइवर हैं। वरुण ने अपनी पढ़ाई डीएवी स्कूल से की है। पंजाब के जालंधर में शिक्षा ग्रहण करने के बाद वरुण अब भारत पेट्रोलियम कंपनी नोएडा में सेवाएं दे रहे हैं। वरुण को बचपन से हॉकी खेलने का शौक था, लेकिन परिवार की स्थिति ठीक न होने के कारण काफी संघर्ष करना पड़ा। वरुण और भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह बचपन के दोस्त हैं। स्कूल समय में ही दोनों साथ ही हॉकी खेला करते थे।