तीन बार चंबा से रहे हैं विधायक, मंत्री का दायित्व भी संभाला
शिमला। हिमाचल के चंबा जिला के विधानसभा क्षेत्र चंबा से तीन बार विधायक रहे और पूर्व विधानसभा स्पीकर व कैबिनेट मंत्री देसराज महाजन के पुत्र हर्ष महाजन ने एकाएक भाजपा का दामन थाम कर सबको चौंका दिया है। यह दूसरी दफा है जब हर्ष महाजन ने लोगों को इस तरह चौंकाया है। इससे पहले वर्ष 2007 में चंबा अचानक पलायन कर हर्ष महाजन ने सबको चौंका दिया था।
2007 में हर्ष महाजन के निर्णय का फायदा भाजपा को हुआ था। अब यह देखना बाकी है कि इस बार भी हर्ष महाजन के फैसले का भाजपा को लाभ हो पाता है या नहीं।
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बता दें कि हर्ष महाजन चंबा विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रहे हैं। साथ ही वीरभद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं। उन्होंने पशुपालन और मत्स्य पालन मंत्री के रूप में भी कार्य किया है। हर्ष महाजन ने कांग्रेस की टिकट पर पहली बार 1993 में चंबा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। उन्होंने भाजपा के किशोरी लाल के मात दी।
1998 में उनका मुकाबला भाजपा के केवल कृष्ण के साथ हुआ। इस चुनाव में भी उन्होंने जीत दर्ज की। 2003 में हैट्रिक मारते हुए उन्होंने भाजपा के बालकृष्ण चौहान को मात दी। इसके बाद 2007 विधानसभा चुनाव की बारी आई। लंबे समय से चंबा विस में सत्ता से बाहर भाजपा वापसी की फिराक में थी तो कांग्रेस दोबारा जीत दर्ज करने के लिए तैयारी कर रही थी।
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चुनाव होने से पहले ही हर्ष महाजन ने चंबा विस से चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया। यही नहीं चंबा की राजनीति से ही पलायन कर गए। उनके इस फैसले से उनके समर्थक आदि हैरान रह गए।
कांग्रेस ने पवन नैय्यर को टिकट दी और उनका मुकाबला भाजपा के बाल कृष्ण चौहान के साथ हुआ। लगातार 3 चुनाव हार रही भाजपा ने जीत दर्ज की। कांग्रेस के पवन नैय्यर चुनाव हो रह गए। 2012 में कयास लगाए गए कि हर्ष महाजन अपनी कर्मभूमि पर लौटेंगे। पर ऐसा न हुआ। 2012 में भी भाजपा के बाल कृष्ण चौहान और कांग्रेस प्रत्याशी पवन नैय्यर के बीच मुकाबला हुआ।
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बालकृष्ण चौहान ने फिर जीत दर्ज की। समय बीता और एक बार फिर चुनावी बेला नजदीक आ गई। 2017 विस चुनाव से पहले एक बार फिर चंबा विधानसभा क्षेत्र से हर्ष महाजन के चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गईं। क्योंकि कांग्रेस यहां से लगातार दो बार 2007 और 2012 से हारती आ रही थी। इसी बीच 2007 और 2012 में कांग्रेस प्रत्याशी रहे पवन नैय्यर ने भाजपा का दामन थाम लिया।
हर्ष महाजन के चुनाव लड़ने की अटकलों को उस समय विराम लग गया जब कांग्रेस ने नीरज नैय्यर को टिकट दी। 2017 में मुकाबला भाजपा के पवन नैय्यर और कांग्रेस के नीरज नैय्यर के बीच हुआ। पवन नैय्यर ने जीत दर्ज की।
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अब इस बार देखना बाकी है कि चंबा से भाजपा किसे टिकट देती और कांग्रेस किसे टिकट देती है और कौन जीत दर्ज करता है। बड़ा सवाल यह है कि हर्ष महाजन भाजपा ज्वाइन करने के बाद चंबा से चुनाव लड़ेंगे या फिर किंग मेकर की भूमिका में रहेंगे।