शिमला। उत्तराखंड में माउंट द्रौपदी के डांडा-द्वितीय शिखर पर भारी हिमस्खलन में फंसे पर्वतारोहियों में पांच हिमाचल प्रदेश के हैं। इनमें से दो पर्वतारोहियों को बचा लिया गया है वहीं तीन अभी भी लापता हैं।
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लापता पर्वतारोहियों की पहचान शिमला के नारकंडा निवासी कर्नल दीपक वशिष्ठ कैंथला, शिवम कैंथला और अंशुल कैंथला के रूप में हुई। वहीं, कांगड़ा जिला निवासी राहुल राणा और लेफ्टिनेंट अनुराधा बेंस को रेस्क्यू कर लिया गया है।
बता दें कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिला में मंगलवार को हुए हिमस्खलन की चपेट में नेहरू माउंटेनरिंग इंस्टीट्यूट के पर्वतारोहण संस्थान की 58 सदस्य टीम आ गई थी। इनमें से अब तक 26 को रेस्क्यू कर लिया गया है, जिनमें से नौ के शव बरामद कर लिए गए हैं। वहीं 28 अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
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लापता लोगों की तलाश के लिए सर्च अभियान जारी है। उत्तरकाशी में एवलांच में फंसे पर्वतारोहियों को बचाने के लिए हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल गुलमर्ग के जांबाज मोर्चे संभालेंगे। जम्मू-कश्मीर से 16 सदस्यीय दल बुधवार को उत्तराखंड के लिए रवाना हो गए हैं। उत्तराखंड सरकार ने मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख जबकि गंभीर घायलों को एक लाख और घायलों को 50 हजार रुपए का ऐलान किया है।